पकड़ा गया 'रचना' की हत्या का साजिशकर्ता
दारागंज में पांच साल पहले थी रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना, एसटीएफ ने किया था खुलासा
PRAYAGRAJ: चर्चित रचना शुक्ला मर्डर केस के मुख्य आरोपित के पिता साजिद उर्फ लल्लन को आखिरकार पुलिस ने दबोच ही लिया। शुक्रवार को उसकी गिरफ्तारी करीब पांच साल बाद सिविल लाइंस पुलिस द्वारा की गई। माना जा रहा है कि मर्डर की साजिश इसी के द्वारा रची गई थी। पकड़े गए शख्स के पास से पुलिस को एक लाइसेंसी गन मिला है। कोर्ट द्वारा उसके खिलाफ एनबीडब्लू जारी किया गया था। यह घटना शहर के दारागंज मोहल्ले में बड़ी निर्ममता के साथ अंजाम दी गई थी। सिविल लाइंस पुलिस को मिली जांचसाजिद उर्फ लल्लन करीब पांच साल से पुलिस के साथ आंख मिचौली खेल रहा था। विवेचना कर रही सिविल लाइंस पुलिस को को इसकी शिद्दत से तलाश थी। शुक्रवार को सूचना मिली कि साजिद म्योराबाद पेट्रोल टंकी पर गाड़ी में तेल भरवा रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी करके उसे दबोच लिया। इस मर्डर केस का खुलासा सीओ एसटीएफ नवेंदु सिंह ने किया था। उन्होंने अफसरों को बताया था कि साजिद उर्फ लल्लन इस हत्याकांड के वक्त अजमेर शरीफ गया था। उनके द्वारा उस समय का टिकट भी दिखाया गया। साजिद जिन लोगों के साथ अजमेर शरीफ गया था उनके बयान की जानकारी भी अधिकारियों को दिए थे। इसी के बाद वादिनी उमा शुक्ला ने विवेचना पर अंगुली उठाते हुए साजिद उर्फ लल्लन को कत्ल में साजिशकर्ता बताया था। बताते हैं कि इसी के बाद विवेचना दारागंज पुलिस से सिविल लाइंस पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई थी। सिविल लाइंस पुलिस की जांच में साजिद उर्फ लल्लन का नाम साजिश रचने में शामिल पाया गया।
कौंधियारा में मिली थी बॉडी रचना शुक्ला 16 अप्रैल 2016 को घर से अचानक लापता हो गई थी। उसका घर दारागंज स्थित बेणी माधव मंदिर के पास गली में है बख्शी खुर्द निवासी सलमान के खिलाफ दारागंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था रचना के गायब होने के बाद उसकी मां उमा को न्यूज पेपर से जानकारी हुई कि प्रतापगढ़ हथिगवां में एक युवती की बॉडी मिली है भाई भोला शुक्ला ने थाने जाकर वह खबर दिखाई तो उसे डांटकर उस वक्त भगा दिया था करीब चार साल बाद एसटीएफ ने उसी बॉडी को रचना शुक्ला का बताकर केस का खुलासा किया था एसटीएफ ने सलमान, ममेरे भाई हंजफ, उसके मामा शरीफ, दोस्त लकी पंडा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया थापूछताछ में एसटीएफ को बताया गया था कि सलमान रचना शुक्ला को बख्शी खुर्द स्थित घर के बेसमेंट में ले गया।
वहां सलमान, हंजफ और दोस्त लकी पंडा ने उसे पकड़कर हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। फिर चाकू से गर्दन रेतकर हत्या कर दी। लाश ठिकाने लगाने के लिए सलमान ने अपने मामा शरीफ को फोन किया। शरीफ कार लेकर आया और फिर शव को ठिकाने लगा दिया गया था। विवेचना सिविल लाइंस पुलिस को दारागंज से ट्रांसफार्मर होकर मिली है। थाना पुलिस की जांच में गिरफ्तार आरोपित का नाम साजिशकर्ता के रूप में सामने आया। पुलिस तलाश कर रही थी कि सटीक सूचना पर गिरफ्तार कर लिया गया। सुधीर कुमार, सीओ सिविल लाइंस