करोड़ों की ठगी का मास्टर माइंड गिरफ्तार
प्रॉपर्टी के नाम पर रुपये लेने के बाद वापस करने की बात आई तो देने लगा घुड़की
कई जनपदों में इसके खिलाफ दर्ज हैं मुकदमे, लंबे समय से थी इसकी तलाश PRAYAGRAJ: प्रॉपर्टी के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला योगेश तिवारी शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। झूंसी पुलिस और क्राइम ब्रांच को इसकी लंबे समय से तलाश थी। झूंसी इलाके में पकड़े गए योगेश से पुलिस देर रात तक पूछताछ में जुटी रही। उसके कुछ करीबियों की गिरफ्तारी के लिए देर रात संभावित ठिकानों पर दबिश देने में जुटी रही। अब पुलिस को उन लोगों की तलाश है जो उसकी मदद किया करते थे। पुलिस की माने तो इसके खिलाफ जनपद ही नहीं अन्य जिलों में भी फ्राड के केस दर्ज हैं। इसका क्राइम रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। झूंसी पुलिस व क्राइम ब्रांच ने पकड़ाफूलपुर इफ्को से रिटायर अधिकारी प्रभाष चंद्र गुप्ता द्वारा आवास विकास कॉलोनी झूंसी निवासी योगेश तिवारी के विरुद्ध झूंसी में धोखाधड़ी का मुकदमा लिखा गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह केस करीब दो साल पुराना है। प्रभाष चंद्र ने पुलिस को बताया कि था कि वह बेटों के लिए प्रापर्टी खरीदी थे। इसी बीच उनकी मुलाकात योगेश तिवारी से हुई थी। योगेश दिल्ली व मुंबई के बड़े कारोबारियों का जिक्र करते हुए प्रापर्टी को एक बड़े प्रोजेक्ट में शामिल कराने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर प्रापर्टी पर कब्जा कर लिया था। जब वह इस बात का विरोध किए तो मंत्री व लखनऊ के कुछ अधिकारियों के संपर्क की धौंस देते हुए जान से मारने की धमकी दिया था।
तब हो गया अंडरग्राउंड उसकी इस हरकत से परेशान प्रभाष चंद्र गुप्ता प्रकरण की शिकायत अपर मुख्य सचिव से की थी अपर मुख्य सचिव के हस्तक्षेप के बाद मुकदमा लिखा गया था। पुलिस ने जब छानबीन शुरू की उसकी चौंकाने वाली करतूत सामने आई। बात आइजी केपी सिंह को मालूम चली तो उन्होंने योगेश की गिरफ्तारी के आदेश दिए। इसके लिए वह स्पेशल टॉस्क फोर्स को भी लगा दिए थे पुलिस का दबाव बना तो शातिर योगेश अंडरग्राउंड हो गया था। तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच व झूंसी पुलिस को योगेश के इलाके में होने की खबर मिली तो बगैर देर किए उसे दबोच लिएयोगेश एक शातिर किस्म का फ्राड है। उसके खिलाफ जनपद के बाहर भी फ्राड के कई मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार शख्स से पूछताछ के साथ उसके मददगारों की भी तलाश जारी है। उसके सारे क्राइम रेकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
धवल जायसवाल एसपी गंगापार