बिक्री के समय बंद हो जाती है मार्केट
- वीकेंड पर मार्केट बंद होने के नियम से परेशान हैं कपड़ा व्यापारी
- 50 फीसदी से अधिक खराब हो चुकी है मार्केट, अब है राहत का इंतजार प्रयागराज- कोरोना से निपटने के सरकारी इंतजाम कपड़ा व्यापारियों पर भारी पड़ने लगे हैं। कोरोना मामले कम होने के बावजूद इन लोगों को राहत नहीं मिल रही है। इनका कहना है कि वीकेंड पर मार्केट बंद होने से उनकी बिक्री प्रभावित हो रही है। इतना ही नहीं, माल की खरीदारी के लिए व्यापारी परेशान हो रहे हैं। उनकी माने तो अब वीकेंड पर उन्हे दुकान खोलने की परमिशन दी जानी चाहिए। वीकेंड पर खरीदा जाता है मालव्यापारियों का कहना है कि सप्ताह में पांच दिन बिक्री करने के बाद अंतिम के दो दिन माल खरीदारी करनी होती है। क्योंकि रोजाना कुछ न कुछ घट जाता है। लेकिन वीकेंड पर मार्केट बंद होने से दुकानदार स्टाक नहीं खरीद पा रहे हैं। इसकी वजह से बाकी के बचे पांच दिनों में उन्हें खरीदारी करनी पड़ रही है जिससे उनका नुकसान हो रहा है। उन्हें आम दिनों में भी दुकान बंद रखनी पड़ती है।
कैसे होगी घाटे की भरपाईपिछले एक साल से अधिक समय से कोरोना की वजह से बिक्री प्रभावित हो रही है। खासकर दो बड़ी लगन हाथ से निकल चुकी है। इसकी वजह से 50 से 60 फीसदी तक बिजनेस खराब हो चुका है। इस घाटे की भरपाई करने के लिए दुकानदारों को व्यापार के लिए एक्स्ट्रा समय चाहिए। लेकिन असलियत में उनका मेन वीकेंड का समय ही लॉक डाउन की भेंट चढ जा रहा है। इससे उनका बड़ा नुकसान हो रहा है।
नो मास्क, नो एंट्री का कर रहे पालन कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि कोरोना से बचाव के सभी रूल फालो किए जा रहे हैं। दुकानों पर नो मास्क नो एंट्री को फालो किया जा रहा है। अगर काई ग्राहक बिना मास्क आता है तो उसे वापस कर दिया जाता है। इसके साथ ही अधिक भीड़ होने पर ग्राहकों को बाहर इंतजार करने को कहा जाता है। ऐसे में सरकार को अब सरकार को दो दिन की बिक्री की छूट देनी चाहिए। शहर में सख्ती, गांव में छूटहालिया बीते लगन में शहर की अपेक्षा गांव के कपड़ा व्यापारियों ने बेहतर बिजनेस किया। इस पर शहरी व्यापारियों का कहना है कि सभी के लिए नियम बराबर होना चाहिए। लेकिन उनको नहीं रोका गया। हमारे ऊपर सभी प्रकार के टैक्स की देनदारी है। दुकान बंद रहे तब भी बिजली का फिक्स चार्ज देना है। जीएसटी में भी राहत नही है। ऐसे में समय में क्यों कटौती की जा रही है। रात में भी नौ की जगह दस बजे तक मार्केट खोलने की परमिशन दी जानी चाहिए।
रोजाना कुछ न कुछ माल घट जाता है। इसकी वजह से माल खरीदारी करनी होती है लेकिन दो दिन मार्केट बंद होने से यह संभव नहीं हो रहा है। हमें बाकी दिनों में यह काम करना होता है जिससे काफी नुकसान हो रहा है। गुरुचरण अरोरा चन्नी, कपड़ा व्यापारी व अध्यक्ष खोवा मंडी व्यापार मंडल अब तो लगन खत्म हो चुकी है। व्यापारी काफी हद तक बर्बाद हो चुके हैं। अब नार्मल बिक्री में भी रूकावट आ रही है। सरकार को हमारी परेशानी को देखते हुए रात में एक घंटे और वीकेंड पर दुकान खोलने की छूट दे देनी चाहिए। दिनेश यादव शानू, कपड़ा व्यापारी इस समय कोरोना के केसेज कम है तो सरकार को व्यापार करने का मौका देना चाहिए। क्योंकि अब हमारी ओर से कोरोना से बचाव के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। इसलिए हम पर विश्वास तो सरकार जताना चाहिए। प्रदीप गुप्ता, च्वाइंस प्वाइंटहमें टैक्स में कोई माफी नहीं है। बिजली बिल में कोई राहत नही है। बाकी सभी ड्यूज देने पड़ रहे हैं फिर समय में क्यों कटौती की जा रही है। व्यापार के लिए हमें पूरा टाइम दिया जाना चाहिए।
प्रफुल मित्तल, कृति साड़ीज