बंगाल से ट्रक द्वारा तीन लोग लेकर जा रहे थे पानीपत, हंडिया पुलिस ने दबोचा

सरकार द्वारा लगाया गया है प्रतिबंध, बावजूद इसके की जा रही है बिक्री

PRAYAGRAJ: टोल प्लाजा के पास मंगलवार को हंडिया पुलिस ट्रक द्वारा बंगाल से पानीपत ले जाई जा रही थाई मांगुर मछली को पकड़ लिया। इस मछली की बिक्री व पालन पर तक पर एनजीटी द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों के पास कोई कागजात नहीं थे। पुलिस द्वारा बरामद मछली की कीमत करीब दस लाख रुपये बताई गई है।

जेल भेजे गए गिरफ्तार लोग

पुलिस के मुताबिक ट्रक में बरामद की गई थाई मांगुर के 03 लाख पीस है। इसकी अनुमानित मार्केट कीमत करीब दस लाख रुपये हैं। बरामद इन मछलियों को हंडिया पुलिस कुसारी गांव के समीप ओवर ब्रिज के नीचे नष्ट कर किया। नष्ट करने से पूर्व पुलिस द्वारा जानकारी जिला मत्स्य अधिकारी एसआर यादव को दी गई। जिला मत्स्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और बताए कि यह मछली खतरनाक और मांसाहारी होती है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों अभियुक्त महेश प्रसाद, अजीबुर्रहमान और नूरजमान निवासी कोलकाता हैं। पूछताछ में तीनों ने पुलिस को बताया कि पानीपत में इसकी अच्छी खासी कीमत मिल जाती है। बंगाल में इस मछली का पालन किया जाता है। कार्रवाई के वक्त जिला मत्स्य अधिकारी सहित उप जिलाधिकारी हंडिया, नायब तहसीलदार हंडिया मौजूद रहे।

इस लिए लगाया गया है प्रतिबंध

थाई मांगुर नामक इस मछली का वैज्ञानिक नाम क्लेरियस गेरीपाइंस है

भारत सरकार द्वारा 2000 में थाई मांगुर के पालन, विपणन व संर्वधन पर रोक लगाई गई थी

प्रतिबंध के पीछे वजह यह थी कि ये मछली मांसाहारी होती है, यह तालाब व नदियों की छोटी मछलियों को खाती थी

इंसानों के मांस को भी यह खाती है, नदियों की छोटी मछलियों को खाने से जल प्रदूषण का खतरा अधिक था

प्रतिबंध के बावजूद लोग इसका पालन कर रहे क्योंकि यह मछली चार माह में ढाई से तीन किलो की हो जाती है

मार्केट में इसकी कीमत 30 से 40 रुपये किलो बताई जाती है, इसमें 80 प्रतिशत लेड एवं आयरन के तत्व पाए जाते हैं

इस मछली पर सबसे पहले 1998 में केरल सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया था, इसका सेवन सेहत के लिए घातक है

इसके सेवन से ब्रेन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है, शरीर में अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं

बरामद की गई थाई मांगुर मछली पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। प्रतिबंध के पीछे मत्स्य अधिकारियों द्वारा कई कारण बताए गए हैं। मछलियों को नष्ट कराते हुए गिरफ्तार किए गए लोगों को जेल भेज दिया गया।

धवल जायसवाल, एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive