दमनद्वीप का शार्पशूटर 50 हजार रुपये का इनामी शमशाद उर्फ समीर बुधवार को सिविल लाइंस रेलवे स्टेशन रोड से पकड़ा गया. वर्ष 2018 में दिनदहाड़े गैंगवार में साथियों के साथ वह दो लोगों की हत्या कर दिया था. इसके बाद वहां से भागकर प्रयाग आ गया था. एसटीएफ द्वारा की गई गिरफ्तारी और पूछताछ में पता चला कि वह प्रतापगढ़ जिले के कंधई थाना क्षेत्र स्थित सोनाही गांव का निवासी है. तीन साल से दमनद्वीप की पुलिस को इसकी तलाश थी.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)।

पूछताछ में कबूला चौंकाने वाला राज
पूछताछ में गिरफ्तार समीर ने कई राज एसटीएफ के सामने उगले हैं।
उसने बताया कि वह गांव के अलीम के साथ चार पांच साल पहले कोलकाता रोजगार की तलाश में गया था।
वहां पर दोनों को खलासी की नौकरी मिल गई। नौकरी के दौरान उसे मो। अनीस मिला और सब्जबाग दिखाया।
रुपए कमाने की लालच अनीस के साथ दोनों दमनद्वीप जा पहुंचे।
यहां उसे ट्रक चालक नूर मोअज्जम मिला।
दमनद्वीप में उसके साथ साजिद अली उर्फ मंगता, जय प्रकाश पांडेय उर्फ पकिया भी गाड़ी चलाने का काम करते थे।
यह दोनों ट्रकों से अवैध शराब व स्क्रैप को लाने और ले जाने के काम में माहिर थे।
अवैध धंधे में गैंगस्टर चलते पुर्जे का आदमी था। वहीं पर स्क्रैप का काम करने वाला दीपक उर्फ भाई भी रहता है।
इन सारे गोरखधंधों से प्रति माह 30 लाख रुपये का फायदा बताया।
अजय पटेल और उसके साथियों ने 2013 में दीपक की हत्या कर दी थी।

सुपारी पर किया था मर्डर
दीपक की हत्या का बदला लेने के लिए अजय पटेल की हत्या की सुपारी मिली।
एक अप्रैल 2018 को शमशाद और उसके छह साथियों ने अजय पटेल और उसके साथी धीरेंद्र पटेल की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
घटना के बाद शमशाद फरार हो गया और गिरफ्तारी न होने पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
दमनद्वीप पुलिस ने अभियुक्त को पकडऩे में एसटीएफ प्रयागराज ईकाई की मदद मांगी थी।
बुधवार को अभियुक्त के बारे में सुराग मिलने पर दारोगा वेद प्रकाश पांडेय, अनिल ङ्क्षसह की टीम ने पकड़ लिया।
उसे सिविल लाइंस थाने में दाखिल किया गया है। गुरुवार को दमनद्वीप पुलिस अभियुक्त को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जाएगी।

गिरफ्तार शख्स दमनद्वीप का शातिर शूटर है। उसके जरिए साथियों के साथ मिलकर दो लोगों की हत्या की गई थी। वारदात के बाद वह भाग आया था। जबकि वहां की पुलिस को इसकी पिछले तीन साल से तलाश थी।
नवेंदु कुमार, सीओ एसटीएफ

Posted By: Inextlive