मैडम नही करती अपलोड, इसलिए मैसेज हो जाता है डाउनलोड
वैक्सीनेशन प्रॉसेस में लापरवाही से लोगों के पास बार-बार पहुंच रहे मैसेज
एएनएम को करना होता है पोर्टल पर दर्ज लेकिन नही है जानकारी चार हजार से अधिक हेल्थ वर्कर्स को आज लगेगी दूसरी डोज एक छोटी सी लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। इसका अंदाजा आमतौर पर लोगों को नही होती। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में ऐसा देखने में आ रहा है। पहले तो कोविन पोर्टल विभाग के साथ लाभार्थियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है दूसरे अब टीका लगाने वाली एएनएम की लापरवाही से नई समस्या खड़ी हो गई है। लाभार्थियों को टीके की दूसरी डोज लगने के बाद भी उनके पास मैसेज आ रहे हैं। जिससे वह बार-बार फोन करके पूछताछ कर रहे हैं। कुछ लाभार्थी तो तीसरी बार वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंच गए। जब इसकी जानकारी अधिकारियों को हुई तो उन्होंने तत्काल संबंधित एएनएम को ऐसा नही करने की हिदायत दी।क्या है मामला
दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने एएनएम को वैक्सीन लगाने का काम दिया है। यह सभी सेंटर्स पर वैक्सीनेटर की तरह अपना काम करती हैं। इसके बाद इन्हे संबंधित लाभार्थी का रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड करनी पड़ती है। लेकिन पोर्टल पर तकनीकी कमियों और कम जानकारी होने की वजह से वह इस इनफार्मेशन को अपलोड नही कर पा रही है। यही कारण है कि वैक्सीन की दूसरी डोज लगने के बाद भी लाभार्थियों तक वैक्सीन ड्यू होने के मैसेज जा रहे हैं और उन्हे इस मैसेज को बार-बार डाउनलोड करना पड़ रहा है।
सेंटर तक लाना बड़ा सवाल अभी भी तीस फीसदी हेल्थ वर्कर्स वैक्सीन सेंटर तक नही पहुंचे हैं। इनको वैक्सीन लगवाना स्वास्थ्य विभाग के लिए चैलेंज बन चुका है। बार-बार मॉपअप राउंड कराने के बावजूद बहुत से डॉक्टर्स और उनके स्टाफ वैक्सीन नही लगवा रहे हैं। यह भी माना जा रहा है कि हॉस्पिटल्स ने कुछ फर्जी डाटा भेजा है और कई जगह रिपीटेशन भी किया गया है। गुरुवार को एक बार फिर मॉपअप राउंड का आयोजन किया गया है। इसके अलावा हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाई जानी है। 40 हॉस्पिटल्स में लगेगी सुई गुरुवार को जिले के 40 हॉस्पिटल्स में वैक्सीनेशन के कुल 59 सेशन का आयोजन किया जाना है। जिनमें 4275 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। जिन लाभार्थियों को 28 जनवरी को वैक्सीन लगाई गई थी उनको आज दूसरी डोज दी जाएगी। इसके अलावा जो लोग छूट गए हैं उनको भी आज सेँटर्स पर बुलाया गया है।पोर्टल पर कुछ तकनीकी खराबी हो रही है। कभी सर्वर भी डाउन हो जाता है। हमने एएनएम को प्रॉपरली वैक्सीनेशन की रिपोर्ट अपलोड करने को कहा है। कोशिश है कि लाभार्थियों के पास दोबारा मैसेज न पहुंचे।
डॉ। ऋषि सहाय नोडल, कोविड 19 प्रयागराज