सब कुछ ठीक रहा तो बहुप्रतीक्षित फाफामऊ चंद्रशेखर आजाद पुल के मेंटिनेंस का काम 28 मार्च को शुरू हो जाएगा. इस डेट को ध्यान में रखते हुए रूट डायवर्जन भी प्लान किया जा चुका है. गंगा नदी पर पांटून पुल तैयार हो चुके हैं. उन्हें कनेक्ट करने वाले रास्तों को भी चेक करके चकर्ड प्लेटें बिछायी जा चुकी हैं. बिजली विभाग पूरे रास्ते रौशनी की व्यवस्था में अंतिम रूप देने में लगा है. फिलहाल एक ही अड़ंगा है पांटून पुल की एनओसी मिलना. यह इसलिए जरूरी है क्योंकि पुलों का निर्माण माघ मेला के दौरान किया गया था. एनओसी की फाइल दौड़ायी जा चुकी है. यानी एनओसी आ गयी तो 28 मार्च से काम शुरू हो जाएगा. अन्यथा की स्थिति में डेट को आगे बढ़ाया जायेगा. एक पहलू यह है तो दूसरा पहलू यह है कि लखनऊ फैजाबाद प्रतापगढ़ की तरफ से बसों से आने वाले मुसाफिरों को करीब एक घंटे एक्स्ट्रा टाइम जर्नी में देना होगा और किराया भी प्रति किलोमीटर 1.05 रुपये की दर से देना होगा.

प्रयागराज (ब्यूरो)। 1986 से बनकर तैयार हुए फाफामऊ ब्रिज के कुछ पिलर्स के ज्वाइंट्स के बीच गैप आ गया है। वर्षों से मेंटिनेंस नहीं होने से रेलिंग भी कई जगह डैमेज हो गई है। बावजूद इसके इस ब्रिज पर बराबर ट्रैफिक का संचालन हो रहा है। खतरे की संभावना को देखते हुए दिसंबर 2021 में इस ब्रिज का मेंटेनेंस की कवायद शुरू हुई। यह जिम्मेदारी पीडब्लूडी, राष्ट्रीय राज मार्ग और सेतु निगम को सौंपी गई है। कई बार डेट फाइनल हुई, मगर समय पर मेंटिनेंस का काम शुरू नहीं हो सका। बीच में माघ मेला की वजह से अफसरों को ब्रिज के मेंटेनेंस वर्क को पोस्टपोंड करना पड़ गया था। मेला की वजह से आने वाले श्रद्धालुओं का ट्रैफिक प्रेशर बढ़ गया था। मेंटेनेंस वर्क के दौरान छोटे वाहनों की शहर से कनेक्टिविटी आसान बनाने के लिए गंगा नदी में दो पांटून पुलों का निर्माण कराया गया था। एक पुल का इस्तेमाल अप और दूसरे का डाउन लेन के तौर पर होना है। मेला समाप्त हुआ तो विधानसभा चुनाव आ गया। चुनाव बाद पुल का मेंटेनेंस करने के लिए 28 मार्च की डेट अफसरों द्वारा फाइनल की गई। यह डेट फाइनल होने के बाद मेंटिनेंस की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू हो गई। यहां तक की ट्रैफिक प्लान तक तैयार कर लिया गया। पांटून पुल से हल्के चार पहिया वाहन आवागमन कर सकेंगे? इसके लिए एनओसी सीडी-4 से मांगी गई है। यह अभी तक नहीं मिली है। बिजली विभाग की तरफ से पांटून पुल और पूरे रास्ते पर पर लाइटिंग के लिए सर्वे किया जा चुका है। बिजली विभाग को भी अभी काफी काम करना बाकी है। बिजली विभाग के अफसरों ने मंगलवार को पांटून पुल व फाफामऊ ब्रिज की चेकिंग की गई।


बस और भारी वाहनों की बढ़ेगी दूरी
फाफामऊ ब्रिज का मेंटेनेंस वर्क पूरा करने में कम से कम एक महीने का वक्त लगेगा।
एक महीने के लिए बनाए गए ट्रैफिक डायवर्जन में बाइक चालकों को बड़ी राहत दी गई है।
बाइकें मेंटेनेंस वर्क के दौरान भी फाफामऊ ब्रिज पर मूव करती रहेंगी
हल्के चार पहिया वाहनों का संचालन गंगा में बनाए गए पांटून पुल से होगा
पांटून पुल से आने वाले छोटे वाहन नदी पार कर शिवकुटी होते हुए मजार चौराहे से शहर में आएंगे
इसी रूट से गंगापार जाने वाली गाडिय़ां दूसरे पांटून पुल का प्रयोग करेंगी।
रायबरेली प्रयागराज मार्ग की सभी बसें व भारी वाहन नवाबगंज बाईपास से सहसों बाईपास होते हुए अंदावां, झूंसी, शास्त्री बृज होकर शहर में प्रवेश करेंगी।
इस रूट के मध्यम व छोटे वाहन फाफामऊ बाजार से होते हुए थरवई गारापुर सहसों अंदावां झूंसी शास्त्री बृज होकर शहर में प्रवेश करेंगे।
तेलियरगंज चौराहा से गोविंदपुर मोड़ की तरफ से आने वाले वाहन अपट्रान चौराहे से होते हुए शिवकुटी थाना के सामने से मजार चौराहा होते हुए बैंक रोड, बालसन चौराहा होकर गंतव्य को जाएंगे।

फाफामऊ ब्रिज के मेंटिनेंस की डेट फाइल कर दी गई है। कुछ विभागों के द्वारा भेजे गए लेटर में समस्याओं का जिक्र किया गया है। उन विभागों के साथ मीटिंग प्रस्तावित है। मीटिंग में उनके द्वारा बताई गई समस्याओं के निराकरण पर चर्चा होगी। हल निकल गया तो मेटिंनेंस का काम 28 मार्च से शुरू हो जाएगा। अन्यथा डेट बढ़ा दी जाएगी।
संजय खत्री
जिलाधिकारी प्रयागराज

अभी हम एग्जैक्ट नहीं बता सकते कि कितने किलोमीटर दूरी बढ़ेगी। नाम्र्स के अनुसार प्रति किलोमीटर 1.05 रुपये की दर से किराया बढ़ाया जाएगा। जितने दिन अतिरिक्त दूरी बसें तय करेंगी, उतने दिन किराया बढ़ा रहेगा।
टीकेएस बिसेन
आरएम, प्रयागराज

Posted By: Inextlive