बिट क्वाइन में नुकसान पर दे दी जान
प्रयागराज (ब्यूरो)। नीरज वर्मा ने पैसों की तंगी की वजह से अपनी जान दे दी। उसने बिट क्वाइन में इनवेस्ट किया था। जिसमें नुकसान वह बर्दाश्त नहीं कर सका। परेशान नीरज ने मंगलवार शाम को फांसी लगा ली। वहीं, नीरज के इस कदम से उसके हंसते खेलते परिवार की खुशियां छिन गईं। कर्नलगंज थाना क्षेत्र के शुतुरखाना मोहल्ले का रहने वाला नीरज वर्मा (40) लॉज का संचालन करता था। वह दो भाई में छोटा था। पत्नी किरन, दो बेटे और एक बेटी के साथ उसकी गृहस्थी हंसी खुशी चल रही थी। बिट क्वाइन में लगाए लाखों रुपये
नीरज वर्मा ने पिछले कई महीने के दौरान बिट क्वाइन में लाखों रुपये लगाए। जिसमें उसे काफी नुकसान हुआ। पिछले कई दिनों से वह परेशान चल रहा था। हालांकि उसने पत्नी को स्पष्ट रूप से कुछ बताया नहीं। जिसकी वजह से उसकी मौत को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी पुलिस को नहीं मिल सकी। न ही मौके से कोई सुसाइड नोट मिला। परिजनों ने भी कोई आरोप नहीं लगाया है।कहीं कर्ज तो नहीं लिया था
पुलिस के मुताबिक फौरी तौर पर नीरज की फांसी के पीछे बिट क्वाइन में नुकसान की बात सामने आई है। मगर नीरज की आर्थिक स्थिति इतनी खराब नहीं थी कि वह मामूली नुकसान पर फांसी लगा लेगा। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि बिट क्वाइन के गेम में शायद उसने उधार लेकर पैसे लगाए हों। और घाटा होने पर उन पैसों को वह कैसे वापस करता, इस उधेड़ बुन में जब उसे कोई रास्ता समझ नहीं आया तो उसने फांसी लगा ली। खैर, चूंकि मामले में कोई आरोप नहीं है। ऐसे में पुलिस ने भी अपनी तरफ से कार्रवाई करके चुप्पी साध ली है। ऐसा रिस्क ठीक नहींपैसा कमाने के लिए रिस्क लिया जाता है मगर इस कदर भी रिस्क नहीं लेना चाहिए कि थोड़ी सी चूक पूरे परिवार की खुशियों को ही छीन ले। जैसा की नीरज के मामले में हुआ। नीरज के जानने वालों का कहना है कि वह मिलनसार और खुशमिजाज इंसान था। हां, बातें बड़ी जरुर करता था। अपनी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए वह पैसे कमाने का कोई मौका नहीं छोड़ता था। और शायद इसी चक्कर में उसने बिट क्वाइन में हाथ डाला और फिर जिंदगी से ही हाथ धो बैठा।
नीरज बिट क्वाइन में इनवेस्ट करता था। जिसमें उसे नुकसान होने की बात परिजनों ने बताई है। शायद इसीलिए उसने फांसी लगाई। घटना का कोई और कारण पता नहीं चला है।राममोहन राय इंस्पेक्टर, कर्नलगंज