भीड़ के चलते तमाम लोगों की नहीं हुई जांच मजबूरन में दवा लेकर लौटना पड़ा घर- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में दिखाने आए लोगों ने बयां किया दर्द सुबह से खड़े हैं लाइन मेंइन दिनों संक्रामक मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वायरल बुखार व डेंगू मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. तमाम प्रयासों के बावजूद मरीजों की बढ़ती संख्या में ब्रेक लगता नहीं दिख रहा. वहीं सरकारी अस्पतालों में मरीजों की बदहाल व्यवस्था फिलहाल सुधरती नहीं दिख रही. शासन के दबाव में अस्पतालों में बेड की संख्या में इजाफा तो कर दिया गया पर मरीजों को दवाई और इलाज के लिए अभी भी तरसना पड़ रहा है. बेली व एसआरएन में रोगियों की लंबी लाइन लग रही है. हालांकि प्रशासनिक अमला लगातार ग्राउंड जीरो पर एक्टिव दिख रहा है और अस्पताल प्रशासन भी व्यवस्था दुरुस्त करने के दावे कर रहे हैं. अब तक जिले में एक हजार पचास से अधिक पॉजिटिव केस रिपोर्ट हो चुके है. जो सरकारी फाइलों में दर्ज है. जबकि हकीकत में इसका पांच से छह गुना केस होगा. जो सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मिलाकर एडमिट है.

प्रयागराज ब्यूरो । दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम शुक्रवार को जब जिला अस्पताल पहुंची तो वहां बुखार रोगियों की भीड़ उमड़ी थी। ओपीडी में सुबह से लंबी लाइन लगाकर डाक्टर को दिखाने के लिए मरीज और तीमारदार अस्पताल पहुंचे थे। अस्पतालों में मरीजों को सभी सुविधाएं मुहैया होने के दावों के बीच तमाम जगहों पर प्राब्लम भी देखने को मिली। लोग के दूसरे से सटे हुए थे। डाक्टर के चैंबर तक फुल थे। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चे व बुजुर्गों को हो रही थी। बुखार आने के चलते कुछ लोगों को चलने में भी दिक्कत हो रही थी।
वह फर्श पर ही बैठ जा रहे थे। ज्यादातर गंगापार क्षेत्र से आने वाले मरीज शामिल थे। भीड़ के चलते लोगों को नंबर भी काफी लेट में आ रहा था। इससे परेशान कई मरीज बाहर से दवा लेकर लौट गए। आधा-एक घंटा नहीं बल्कि लोगों को दो-ढाई घंटा देरी तक इंतजार करना पड़ जा रहा था।


दवा देकर आराम करने की सलाह
ब्लड बैंक जांच केंद्र पर लोड बढऩे पर डाक्टर सिर्फ दवा लेकर घर पर आराम करने की सलाह दे रहे हैं। डाक्टर्स का कहना था कि 100 और 101 डिग्री तक बुखार ज्यादातर लोगों को आ रहा है।


खांसी-जुकाम और बुखार तेजी से आ रहा है। भीड़ देखकर कर जमीन पर बैठ गया हूं, चलने की हिम्मत नहीं हो रही है। काफी इंतजार करने के बाद जब डाक्टर्स ने देखा तो दो पत्ता बुखार और जुकाम की दवा देकर घर जाने की सलाह दी है।
- दीपक कुमार, मरीज

बेटी को आठ दिन से बुखार आ रहा है। डाक्टर्स भी दवा देकर घर पर ही रेस्ट करने की सलाह दे रहे हैं। सरकारी छोडि़ए प्राइवेट अस्पतालों का हाल बुरा है। हर जगह लंबी लाइन लगी हुई है। बड़े व्यक्ति तो अस्पतालों में दो-तीन घंटे वेट नहीं कर पाते है। छोटे बच्चे कहां से वेट कर पाएंगे।
- पंकज सिंह, मरीज

अधिकांश घरों में बुखार से पीडि़त मरीज हैं। नीवां में कोई छिड़काव नहीं हो रहा है। दो दिन से बुखार आ रहा है। आराम न होने पर अस्पताल में दिखाना पड़ा। यहां भीड़ देखकर दिखाने की हिम्मत नहीं हुई। इसलिए अब बाहर से दवा लेकर घर चले जाएंगे।
वर्जन - सतीश कुमार यादव, मरीज

Posted By: Inextlive