400से अधिक प्राइवेट अस्पताल संचालित होते हैं जिले में17अस्पतालों को ही जारी है फायर ब्रिगेड से एनओसी02अस्पतालों में एक सप्ताह के भीतर हो चुकी है आग लगने की घटनाएं शहर के अस्पतालों के पास नहीं है फायर फाइटिंग इंतजामबिना एनओसी चलाए जा रहे नर्सिंग होम और हॉस्पिटल्सदुर्घटना होने पर हो सकता है जान-माल का नुकसानसच्चाई चौंकाने वाली है. जिले के महज 17 अस्पतालों और नर्सिंग होम्स के पास फायर विभाग की एनओसी है. बाकी सैकड़ों अस्पताल बिना एनओसी चल रहे हैं. इनके पास फायर फाइटिंग उपकरण और इंतजाम नहीं है. सबसे अहम कि इसकी जानकारी प्रशासन को होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है. बुधवार को कचहरी के निकट एक निजी अस्पताल में हुई आग की घटना ने इन सवालों को एक बार फिर से जिंदा कर दिया है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। इस साल से सरकार ने फायर विभाग एनओसी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। इसमें आवेदन करने पर तमाम मानक पूरे करने पड़ते हैं। प्रयागराज में अधिकतम हॉस्पिटल ग्राउंड प्लस वन या टू फ्लोर के हैं। इनमें फायर एनओसी लेने के लिए तमाम तरह के उपकरणों का इंतजाम करना होता है। फिर इनका प्रमाण देना होता है। इसके बाद ऑनलाइन अप्लाई किया जाता है। लेकिन मौजूदा वित्तीय वर्ष में महज 17 प्राइवेट अस्पतालों व नर्सिंग होम्स ने ऑनलाइन एनओसी प्राप्त की है।
इनके पास है एनओसी
नारायण स्वरूप हॉस्पिटल, ट्रांसपोर्ट नगर
एचएससीसी इंडिया लिमिटेड
शिवरामदास गुलाटी मेमोरियल सोसायटी
भोला सिंह हॉस्पिटल झूंसी
पूजा हॉस्पिटल मांडा
छोटे लाल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर बरौत
विनीत हॉस्पिटल फाफामऊ
नवजीवन हॉस्पिटल फाफामऊ
प्राची हॉस्पिटल फाफामऊ
नोवा आईवीफ सेंटर सिविल लाइंस
शिवालिक हॉस्पिटल सोरांव
सतगुरु हॉस्पिटल शंकरगढ़
डॉ। महेंद्र कुमार छोटेलाल बिंद कॉलेज आफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल हंडिया
द्विवेदी मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड म्योर रोड
जीवन ज्योति हॉस्पिटल
यशलोक हॉस्पिटल हाशिमपुर रोड
लक्ष्य पैथोलाजी सेंटर स्टेनली रोड

.तो रिन्यू नही होगा लाइसेंस
नियमानुसार अस्पतालों के लाइसेंस रिन्यूअल में फायर विभाग की एनओसी की आवश्यकता होती है। इसे उपलब्ध न कराने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लाइसेंस जारी नही किया जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि लाइसेंस रिनूवल के पास अगर अस्पतालों ने फायर विभाग की एनओसी जारी नही की तो उनका लाइसेंस कैंसिल हो जाएगा। बता दें कि इस समय जिले में 400 प्राइवेट अस्पताल व नर्सिंग होम हैं। इनमे ंसे महज 17 के पास फायर एनओसी होना चिंता की बात है।

उपकरण थे लेकिन नहीं थी एनओसी
कचहरी के नजदीक जिस प्राइवेट अस्पताल में बुधवार को आग लगी थी, उनके पास भी फायर विभाग की एनओसी नही थी। अधिकारियों का कहना है कि उनके पास सभी उपकरण मौजूद पाए गए हैं और एनओसी के लिए ऑनलाइन अप्लाई के लिए बोला गया है। इस घटना के बाद से फायर विभाग ने तमाम नर्सिंग होम्स की जांच कराने का फैसला किया है। इसके लिए अलग से टीम बनाई जाएगी। विभाग की तरफ से 15 नवंबर को स्वास्थ्य विभाग को लेटर भेजकर एनओसी विहीन अस्पतालों पर कार्रवाई किए जाने की अपील की गई थी।
इस घटना के बाद हम लोग टीम बनाकर कार्रवाई करने जा रहे हैं। सभी अस्पतालों के इंतजाम की जांच की जाएगी। जिन अस्पतालों के पास एनओसी नहीं है, उनको मानक पूरे कर ऑनलाइन अप्लाई कराने की कोशिश चल रही है।
राजीव कुमार पांडेय, सीएफओ प्रयागराज

Posted By: Inextlive