शराब कारोबारी, उसके बेटे समेत छह पर चार्जशीट
अवैध भांग के कारोबार का पुलिस ने किया था भंडाफोड़
दूसरे के नाम पर प्रोडक्ट बनाकर बेच रहे थे आरोपित जिले के सबसे बड़े और चर्चित शराब कारोबारियों में शुमार कमलेश जायसवाल, उसके बेटे आशुतोष समेत छह के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी है। पुलिस के इस कदम से शराब और भांग कारोबार से जुड़े लोगों में खलबली मच गई है। अवैध रूप से रखने का आरोपसोरांव पुलिस के मुताबिक, फाफामऊ निवासी कमलेश जायसवाल, पुराना कटरा कर्नलगंज के राजेंद्र कुमार जायसवाल, अल्लापुर जार्जटाउन के दिलीप सोनकर, मम्फोर्डगंज के एकाउंटेंट मनोज कुमार जायसवाल, हथिगहा नवाबगंज के कर्मचारी सूर्य प्रकाश शुक्ला और कमलेश के बेटे आशुतोष जायसवाल के विरुद्ध आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया गया है। इन सभी पर अवैध रूप से भांग रखने और आयुर्वेदिक औषधि बनाने जैसे कई आरोप हैं। सोरांव थाना क्षेत्र के गद्दोपुर इलाके में पुलिस ने जनवरी 2021 में एक अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। रजत फार्मा नामक इस फैक्ट्री में 61 हजार किलो भांग, छह बोरी दबंग विजयावटी, 42 बोरी सनन वटी, एक्स्ट्रा पावर मुनक्का 111 बोरी और समेत कई सामाग्री को जब्त किया था। जांच में पता चला था कि इस फार्मा में कानपुर की एक फर्म के नाम से नकली प्रोडक्ट तैयार कर उसे बेचा रहा है। साथ ही एक साल में पांच हजार किलोग्राम भांग की सप्लाई का ठेका आबकारी विभाग की ओर से मिला था, जबकि बरामदगी 61 हजार किलोग्राम हुई थी। मामले में उस वक्त पुलिस ने मनोज जायसवाल, आशुतोष और सूर्य प्रकाश को गिरफ्तार किया था था। बाकी का नाम विवेचना के दौरान प्रकाश में लाया गया। जांच में यह भी पता चला है कि रजत फार्मा के लाइसेंस को आबकारी विभाग ने निरस्त नहीं किया, बल्कि उसमें लिपिकीय त्रुटि दिखाई गई। ऐसा तब किया गया, जब इस फार्मा की कारस्तानी को पुलिस ने उजागर किया। पुलिस का यह भी कहना है कि कमलेश और उसका बेटा शराब का भी काम करते हैं और बड़े कारोबारियों में इनका नाम शामिल है। मामले में तत्कालीन आबकारी निरीक्षक कीíत सिंह की तहरीर पर मुकदमा कायम करते हुए विवेचना की गई, जिसमें इनके खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए। उसके ही आधार पर कोर्ट में चार्जशीट पेश की गई है।
रजत फार्मा कंपनी के मालिक, उसके बेटे समेत छह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। अब कोर्ट में आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। लाइसेंस निरस्तीकरण के संबंध में आबकारी विभाग को पहले ही पत्र भेजा गया था।धवल जायसवाल, एसपी गंगापार