मौत का सामना कर लिए जिंदगी का नहीं
नैनी के डांडी बाजार में दंपति ने बंद कमरे में फांसी लगाकर किया सुसाइड
छोटा बघाड़ा में छात्रा और कैंट एरिया में एक महिला ने भी गले में डाल लिया मौत का फंदा जब हम बहुत परेशान होते हैं और जीवन से हार जाते हैं तब एक आत्मघाती कदम उठाने की सोचते हैं या उठा बैठते हैं। बिना ये सोचे कि ऐसा करके अपने पीछे कितनों लोगों को तकलीफें देकर जा रहे हैं। या फिर कितने के सपनों को तोड़ कर जा रहे हैं। जबकि सच यह तो यह है कि जीवन में संघर्ष करना ही पड़ता है तभी जाकर जीवन जी पाते हैं। कुछ इस तरह की विचलित करने वाली घटनाएं मंगलवार को शहर में हुई। चार लोग अपनी जिंदगी की जंग से हार गए और मौत का फंदा डालकर जान दे दिए। सुसाइड से घर वाले भी हैरान, कारण पता नहींपहले केस में नैनी के डांडी बाजार में नेहा केसरवानी (25) संग पति शिवम केसरवानी (26) ने फांसी लगा लिया। दंपति ने बंद करने में सोमवार रात सुसाइड किया। छोटा बघाड़ा स्थित किराए के कमरे में प्रतियोगी छात्रा संगीता (23) व कैंट तोपखाना के पास पूजा देवी (30) ने भी सुसाइड कर लिया। हैरत की बात यह है कि इनके द्वारा जान देने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। आखिर ऐसी कौन सी समस्या थी इन्हें इस तरह का कदम उठाना पडा। इस सवाल को लेकर सिर्फ पुलिस ही नहीं परिवार के लोग भी उलझे हुए हैं।
छह दिसंबर को हुई थी नेहा की शादीनेहा केसरवानी घूरपुर के सब्जी मण्डी निवासी श्याम बाबू की बेटी थी। श्याम बाबू किराने की दुकान चलाते हैं। छह दिसंबर 2020 को नेहा की शादी नैनी बाजार डांडी में रहने वाले शंकर लाल के बेटे शिवम से हुई थी। शिवमदो भाइयों में बड़ा था। छोटा भाई सौरभ कपड़े की दुकान चलाता था। जबकि शिवम बर्तन के साथ हॉर्डवेयर की शॉप खोल रखा था। बताते हैं कि शादी बाद नेहा आई तो 11 तारीख को फिर मायके चली गई। दो दिन बाद ही फिर दबाव बना ससुराल वाले बुला लाए। इसके बाद वह होली फिर मायके पहुंची। होली खेलने उसका पति भी ससुराल घूरपुर गया। दोनोंवहां से इलाहाबाद घूमने भी आए। पति वापस नैनी आ गया। ससुराल से विदाई का दबाव बना। नेहा के पिता श्याम बाबू सुकवा डूबने की बात बेटी को विदा करने से इंकार करने लगे। सुकवा वगैर न मानने की बात करते हुए ससुराली दबाव बनाने लगे। दबाव पर मायके वाले उसे विदा कर दिए। वह मायके से ससुराल आ गई। वह बार-बार चाचा से ससुराल आने की बातें किया करती थी। सोमवार को महेवा में उसके पिता श्याम बाबू बहन के घर निमंत्रण जा रहे थे। रास्ते में वह बेटी के घर गए। ससुरालियों से मिले और निमंत्रण चले गए। इस दौरान नेहा अपने पिता से खुलकर बात नहीं कर सकी।
एक ही साड़ी से दोनों लगाए फांसी सोमवार रात 11 बजे तक शिवम और नेहा घर के दूसरे फ्लोर पर स्थित कमरे में चले गए। सुबह जब देर तक दोनों बाहर नहीं आए तो ससुर शंकरलाल जगाने पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से देखे तो बहू नेता व बेटे शिवम की बॉडी पंखे में बंधी साड़ी से बेड के ऊपर लटक रही थी। यह देख वह चीख पड़े। पूरे परिवर में कोहराम मच गया। पुलिस पहुंची तो दरवाजा तोड़कर कमरे की तलाशी बाद दंपति की बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई। रूम में कोई सुसाइड लेटर नहीं मिला। शादी के छह माह में ही दंपति के सुसाइड की वजह खुद परिवार वाले भी नहीं समझ पा रहे। फिलहाल दोनों के मोबाइल से पुलिस वजह तक पहुंचने की कोशिश में जुट गई है। दूसरी घटना जिंदगी की परीक्षा से टूट गई छात्रागाजीपुर के सदियाबाद स्थित मुबारकपुर चौरी निवासी विनोद रॉय की बेटी छात्रा संगीता कुमारी यहां कुछ बनने की उम्मीद से आई थी। वह कर्नलगंज के छोटा बघाड़ा में दिसंबर माह में वे दीपक माली के यहां किराए पर रूम लेकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी.मंगलवार दोपहर वह कमरे में फांसी लगाकर सुसाइड कर ली। मकान मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस को रूम से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। चौकी इंचार्ज ईश्वरशरण अरविन्द राय ने जानकारी उसके परिवार को दिए और बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।
तीसरी घटना कैंट में भी महिला ने दी जानकैंट एरिया स्थित तोपखाना के पास पूजा देवी ने भी कमरे में सुसाइड कर लिया। वह पटना बिहार की रहने वाली थी। उसकी शादी तोपखाना के पास रहने वाले अमित कुमार से हुई थी। अमित किसी होटल में काम किया करता है। लॉकडाउन में काम धंधा बंद है। बताते हैं कि मंगलवार सुबह सब कुछ ठीक था। दोपहर बाद पूजा कमरे में गई और फांसी लगा ली। जब काफी देर बाहर नहीं आई तो अमित ने आवाज दिया। जवाब न मिलने पर परिजन ने देखा तो उसकी बॉडी फांसी के फंदे से लटक रही थी। कैंट पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। इसकी भी सुसाइड की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी।
दंपति सुसाइड केस में हैं उठ रहे सवाल घर में सब ठीक होता तो पत्नी नेहा संग शिवम किसलिए करता सुसाइड कुछ तो बात थी जिसे पत्नी के साथ सुसाइड करने का मन आया खयाल क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: घर में जब सब कुछ ठीक था तो दंपति सुसाइड क्यों किए? यह, वे सवाल है जिसे जानने की चाहत हर किसी में है। पति शिव केसरवानी संग नेहा के सुसाइड का राज काफी गहरा है। जिसे समझने के लिए नेहा की ससुराल से लेकर मायके तक की बातों पर गौर करना होगा। बात कोई मामूली और मायके पक्ष से होती तो पत्नी नेहा के साथ पति शिवम सुसाइड कभी नहीं करता। जाहिर है घर में कुछ बात तो ऐसी हुई थी, जो नेहा के पति शिवम को भी रास नहीं आई। इन तमाम बातों को समझने के लिए नेहा की डोली से लेकर अर्थी तक पर नजर डालना होगा। खुले विचारों की थी नेहा बीए तक की शिक्षा अर्जित करने वाली घूरपुर सब्जी मण्डी निवासी नेहा खुले विचारों की थी। छह दिसंबर 2020 को शादी बाद वह ससुराल नैनी के डांडी आ गई। ग्यारह दिसंबर को नेहा फिर मायके जाती है और शाम को ही उसे ससुराल वाले बुला लेते हैं। इसके बाद वह एक हफ्ते मायके में रही। होली पर गई तो सुकवा डूबने के बावजूद दूसरे दिन उसे ससुराल वाले दबाव बनाकर बुला ले गए। सवाल यह है कि आखिर शादी के छह माह में ही आखिर नेहा पर ससुराल में ऐसी कौन सी जिम्मेदारी डाल दी गई? जो उसके सिवाय कोई उठा नहीं सकता था। ऐसी कौन सी वजह थी कि सुकवा डूबने के बाद भी उसे ससुराल वाले बुला लिए। जबकि सुकवा डूबने पर हिन्दू मान्यता के अनुसार बहू बेटियों की विदाई नहीं की जाती। खैर यह तो रही ससुरालियों के जिद की बात। नेहा के पिता श्याम बाबू की मानें तो वह कई महीने से चाचा व परिजनों को मायके बुला रही थी। अक्सर फोन पर वह वह कहती थी कि मन नहीं लगा रहा, वह बहुत अकेला महसूस कर रही है। कहते हैं उसकी बातों से लगता था कि वे अकेले में कुछ बताना चाहती है और परेशान है। उसके चेहरे की हंसी जैसी गायब सी हो गई थी। यदि इन बातों को सच मान लिया जाय तो मतलब यह हुआ कि ससुराल में उसे पति को छोड़ कोई अपना पन अहसास नहीं करवाया। मतलब यह कि उसके साथ कुछ तो ऐसा होता था जिससे परेशान होकर उसे मायके के लोगों की याद और प्यार की कमी अखरती थी। कश्मीर वाली बात पर भी फरमाइए गौर बताते हैं कि शिवम दो भाइयों में बड़ा जरूर था मगर घर का रिमोट उसके छोटे भाई सौरभ के पास ही था। सौरभ की इजाजत के बगैर घर में कोई काम नहीं होता था कहते हैं कि शादी बाद नेहा काश्मीर घूमने के लिए जाना चाहती थी। यह इच्छा वे ससुर व मायके वालों से भी जता चुकी थी कहा जा सकता है कि वह अपनी इच्छा को लेकर पति शिवम से जिद की हो पर परिवार के आगे शिवम भी कुछ न कर पाया हो। ऐसे में दोनों को यह लगा हो कि घर में उनकी बातों का को वैल्यू ही नहीं और सुसाइड कर लिए हों। अब इन आशंकाओं और बातों में कितना दम है यह विश्वास से कहना मुश्किल है। दंपति के सुसाइड मामले में कारण को लेकर छानबीन की जा रही है। दोनों की बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद यदि कोई तहरीर थाने पर मिली तो उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार अंतिम संस्कार लेकर हुआ विवाद पोस्टमार्टम के बाद जब कारोबारी और उनकी पत्नी का शव घर लाया गया तो मायके वाले नेहा की लाश अपने साथ घूरपुर ले जाने की बात कही। इस पर कारोबारी के पिता मना करते हुए दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ करने की बात कही। इसको लेकर ससुराल व मायके पक्ष वालों में झड़प हो गई। हालांकि पुलिस ने किसी समझाकर शांत कराया। फिर पुलिस की मौजूदगी में दारागंज घाट पर दंपती की अंत्येष्टि की गई।