चलो मन गंगा यमुना तीर..
माघ मेला क्षेत्र में अवलोकन तीरथराजु चलो रे सांस्कृतिक समारोह का आगाज
पहले दिन हरियाणा और उत्तराखंड से आए कलाकारों ने दी प्रस्तुति prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: संस्कार भारती की ओर से 11 दिवसीय सांस्कृतिक समारोह अवलोकन तीरथराजु चलो रे का रविवार को आगाज हो गया। माघ मेला क्षेत्र में किला रोड पर शुरू हुए आयोजन के पहले दिन भजन, देशगीत से शुरू होकर हरियाणा और उत्तराखंड से आए कलाकारों ने लोकनृत्य की प्रस्तुति दी।सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के आचार्य और विख्यात भजन गायक डॉ ज्ञानेश पांडेय के गाए मीराबाई के भजन चलो मन गंगा यमुना तीर से हुई। उन्होंने अगला भजन मेरा मिलन करा दे मेरे राम से गाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इसके बाद अगली प्रस्तुति मिर्जापुर से आए लोकगायक शिवलाल गुप्ता ने दी। उनकी प्रस्तुति रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही सृष्टि चला रहे हैं गीत को श्रोताओं ने खूब पसंद किया। इसके बाद उन्होंने कई देश भक्ति गीत की प्रस्तुति दी।
घूमर और फाग से जीता दिलसमारोह में गीतों की प्रस्तुति के बाद लोक नृत्य का दौर शुरू हुआ। इस दौरान हरियाणा के चरखी दादरी से आए कलाकार अनूप कुमार के दल ने घूमर और फाग नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। कलाकारों द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य मेरो कुर्ती सिला दे ओ ननदी के वीरा, तननू तननू चुणा ननदी के वीरा पर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई। इसके बाद उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले से आए नत्थीलाल नौटियाल के ग्रुप ने फागुन लोकनृत्य और चौथुला लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत संस्कार भारतीय की अध्यक्ष कल्पना सहाय ने सभी गेस्ट का स्वागत किया। चीफ गेस्ट उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक, राज्य ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र मिश्र और समारोह की अध्यक्षता कर रहे कला ऋषि पद्मश्री बाबा योगेन्द्र ने दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की। समारोह में प्रोफेसर जयंत खोत, डॉ ज्योति मिश्र, डॉ गणेश अवस्थी, सुजीत कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
जन- जन के राम विषय पर लगी चित्र प्रदर्शनीसांस्कृतिक शिविर में रविवार की सुबह शहर के विभिन्न डिग्री कालेजों के स्टूडेंट्स ने जन- जन के राम विषय पर चित्र बनाए। इसमें लगभग 50 स्टूडेंट्स ने भाग लिया। स्टूडेंट्स द्वारा बनाए गए इन चित्रों की प्रदर्शनी शिविर में लगाई गई। इन चित्रों में इलाहाबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय की साहिल मौर्य का चित्र प्रथम, इलाहाबाद डिग्री कालेज की सोनाली कसौधन का चित्र द्वितीय, प्राप्ति द्विवेदी का चित्र तृतीय चुना गया। पुरस्कृत चित्रकारों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के संयोजक कला प्रमुख रवीन्द्र कुशवाहा ने किया।