म्योहाल चौराहे पर वकीलों का हंगामा, चक्काजाम
प्रयागराज (ब्यूरो)।हत्या के प्रयास में वांछित चल रहे आरोपित को लेकर सोवार दोपहर करीब दो बजे पुलिस और अधिवक्ता आमने सामने आ गए। म्योहाल चौराहे पर करीब एक से डेढ़ घंटे तक जाम लगाकर अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। नाराज वकीलों का कहना था डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के अधिवक्ता आरोपित को कार से लेकर कोर्ट जा रहे थे। इस बीच एसओजी के जवान पहुंचे और अधिवक्ता के साथ रहे क्लाइंट को वांछित बताते हुए कार से खींच कर अपनी गाड़ी में बैठाने लगे। क्लाइंट के साथ रहे अधिवक्ता ने एसओजी टीम को
रोका तो पुलिस उनके साथ अभद्रता की। अधिवक्ता के साथ इसी अभद्रता को लेकर अधिवक्ता आक्रोशित थे। इस बीच पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई। हंगामा को देखते हुए कर्नलगंज, शिवकुटी, सिविल लाइंस, कैंट थाने की फोर्स बुला ली गई। काफी प्रयास के बाद अधिवक्ता शांत हुए।
होलागढ़ में दर्ज 307 का केस
होलागढ़ एरिया के गोड़वा गांव निवासी धीरज पांडेय और उसके साथी संजीव पांडेय पर कुछ दिन पूर्व जानलेवा हमला हुआ था। हमले के बाद 26 जून को धीरज ने गांव के ही रोहित पांडेय व उसके भाई राहुल पांडेय, सूर्य नारायण सिंह, प्रतीक मिश्रा समेत अन्य के खिलाफ होलागढ़ थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस आरोपितों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर ली। पुलिस के मुताबिक इसी मामले में आरोपित रोहित पांडेय वांछित चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी गंगापार लगी हुई थी। पुलिस के मुताबिक सोमवार दोपहर के वक्त एसओजी सोमवार को रोहित पांडेय की लोकेशन म्योहाल चौराहे पर मिली। इस पर पुलिस यहां पहुंची तो वह एक कार में से चला जा रहा था। यहां चौराहे पर एसओजी कार रोककर उसे गिरफ्तार करने लगी। उसी कार में जिला कचहरी के सीनियर अधिवक्ता रत्नेश शुक्ला थी। बताते हैं कि अधिवक्ता रत्नेश का वह क्लाइंट था। टीम द्वारा क्लाइंट को कार से खीचते हुए देखकर अधिवक्ता ने पुलिस के जवानों को मना किया। अधिवक्ताओं का आरोप है कि इस पर एसओजी के जवान अधिवक्ता रत्नेश से अभद्रता करते हुए आरोपित को उठा ले गए। अधिवक्ता से अभद्रता की खबर पो ही नाराज अधिवक्ता म्योहाल चौराहे पर जाम लगा दिए। अधिवक्ताओं के जाम और हंगामा की वजह से कोई वाहन चौराहे से आगे नहीं बढ़ पा रहा था। पुलिस के सामने अधिवक्ता पुलिस के खिलाफ नारा लगाता रहे। भारी संख्या में फोर्स के साथ पुलिस अधिकारी अधिवक्ताओं को समझाते रहे। करीब डेढ़ घंटे बाद मामला शांत हुआ इसके बाद अधिकारी और जाम से परेशान पब्लिक राहत की सांस ली।
राम मोहन राय, थाना प्रभारी कर्नलगंज