लक्ष्मण को लगी शक्ति, कुम्भकर्ण का किया वध
प्रयागराज (ब्यूरो)। इसके बाद शुरू होता है मेघनाथ और लक्ष्मण के बीच युद्ध। मेघनाथ प्राणघातक शक्ति का प्रयोग करके लक्ष्मण को मूर्छित कर देता है। यह देखकर राम की सेना रुदन करने लगती है। विभीषण उपचार हेतु सुषेन वैद्य के बारे में बताते हैं तो हनुमान लंका से सुषेन वैद्य को लाते हैं। उनके बताने हनुमान द्रोणागिरि पर्वत उठाकर ले आते हैं। इससे लक्ष्मण जी उठते हैं। लक्ष्मण की मूर्छा टूट जाने से परेशान रावण भाई कुम्भकर्ण को रणभूमि में भेजता है। राम के साथ युद्ध में वह मारा जाता है। चहुंओर श्रीराम की जय जयकार होने लगती है। अल्लापुर की रामलीला ने मंगलवार को यहीं विराम ले लिया। पंकज कुमार पाण्डेय ने भगवान की आरती उतारी। संचालन आशीष बाजपेयी ने किया। महादेव द्विवेदी, केशव नाथ मिश्र, ओम नारायण त्रिपाठी, नागेंद्र सिंह, आशुतोष जायसवाल, राजेन्द्र शर्मा, शैलेश चौधरी, राहुल दुबे आदि मौजूद रहे।