बकरीद के मद्देनजर बकरा मण्डी व कपड़ा मार्केट में हुई जमकर खरीदारीमुस्लिम धर्मावलंबियों में है खासा उत्साह पुलिस व प्रशासन भी अलर्ट

प्रयागराज (ब्यूरो)।बकरीद पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। एक दिन पूर्व बुधवार को बाजारें खरीदारों से गुलजार रहीं। कपड़ा मार्केट से लेकर बकरा मंडी तक में जबरदस्त भीड़ रही। लोगों के उत्साह पर दोपहर के वक्त बारिश का पानी भारी पड़ गया। करीब एक घंटे तक बारिश के चलते मार्केट और मंडी में सन्नाटा पसर गया। बारिश बंद होते ही लोग भी मार्केट में उमड़ पड़े। मंडी में बकरे का रेट आसमान पर रहा। करेली बकरा मंडी में सबसे महंगा लद्दाख के एक बकरे का रेट लगा। लद्दाख के इस बकरे को व्यापारी ने एक लाख 60 हजार में बेचा। व्यापारी के जरिए इस बकरे की खासियत बताई गई। खासियत को सुनकर सभी काफी अचंभित रहे। बकरे का रेट यहां उसके वजन व कंडीशन के आधार पर निर्धारित रहा। यहां बकरे की कंडीशन के मुताबिक उसके रेट भी अलग-अलग रहे। नमाज के वक्त शांति व सुरक्षा को लेकर पुलिस अफसर भी अलर्ट है। वहीं मस्जिदों के आसपास सफाई व्यवस्था के नगर निगम स्वास्थ्य अफसर ने सख्त निर्देश दिए हैं।

शिप से मंगाया 45 हजार में बकरा
करेली बकरा मंडी में कई किस्म के बकरे मौजूद रहे। जितने व्यापारी उतने तरह का भाव यहां बताया गया।
इस मंडी में सबसे महंगा एक बकरा एक लाख 60 हजार रुपये में बिका।
इसको बेचने वाले व्यापारी ने खुद का नाम मो। सईद बताया।
वह हंडिया तहसील के फूलपुर निवासी हैं।
सईद के मुताबिक नौ महीने पूर्व वह लद्दाख से इस बकरे को 45 हजार रुपये में मंगवाया था।
शिप के जरिए एक व्यापारी लाकर यह बकरा उनके हाथ बेचा था। खरीदते वक्त बकरा काफी छोटा यानी बच्चा था।
बकरा व्यापारी सईद कहते हैं कि यह बकरा घास फूस नहीं खाता।
इसका आहार जौ व रोज दो लीटर दूध एवं देशी घी और मक्खन एवं चना आदि ही यह खाता है।
पूरे नौ महीने इस बकरे की उन्होंने परिवार के सदस्य की तरह परवरिश की।
कहते हैं कि यह बकरा अन्य बकरों से काफी भिन्न है।
इसके नखरे इतने होते हैं कि एक टाइम यदि समय से खाने को न मिले तो दूसरी मीटिंग वह कुछ खाता ही नहीं।
नौ महीने का यह लद्दाख का बकरा किसी घोड़े के बच्चे से कम नहीं था।
इसकी छलांग और दो पैरों पर खड़े होने का करतब देखकर करेली बकरा मंडी में हर कोई स्तब्ध रहा।
व्यापारी ने कहा कि वह इस बकरे की बोली एक लाख 80 हजार लगाए थे।
करेली के ही एक शख्स ने एक लाख 60 हजार रुपये में इसकी खरीदारी की।
इसका वजन करीब एक कुंतल बताया गया।
नौ माह के इस दो दतिया बकरे की खरीदारी करने वाले शख्स का नाम सईद ने बताने से इंकार कर दिया।
कहना है कि बकरीद के बकरे को खरीदने वालों का नाम बताना मुनासिब नहीं होता, यह व्यापारिक उसूल होते हैं।


जलापूर्ति से लेकर सफाई तक की तैयारी
जिले की मस्जिदों में नमाज की अपनी अलग-अलग टाइमिंग हैं। मस्जिदों में नमाज के वक्त सुरक्षा को लेकर पुलिस एक दिन पूर्व बुधवार से ही अलर्ट रही। अटाला कपड़ा मण्डी से लेकर बकरा मण्डी तक पुलिस के जवान मुस्तैद नजर आए। बताते हैं कि नमाज के दिन निर्धारित समय से पहले पुलिस सुरक्षा के मद्देनजर तैनात होगी। किसी भी तरह की अशांति फैलाने वाली हरकत करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्व को मनाने वाले लोगों व नमाजियों की हर सुविधाओं को लेकर प्रशासनिक तैयारी चौकस है। मस्जिदों के आसपास से लेकर मोहल्लों में भी नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी ने सफाई कर्मियों को सख्त निर्देश दिए हैं। जलकल विभाग के द्वारा सुबह समय से पूर्व जलापूर्ति के निर्देश दे रखे हैं। नमाजियों को पानी की दिक्कत न हो इस बिन्दु पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।


पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार मार्केट में रौनक काफी दिखाई दे रही है। लोगों के पास मनी बैलेंस में कम भी दिख रही है। मार्केट में भीड़ तो है, पर बकरीद पर पिछले चार साल पूर्व वाली खरीदारी नहीं हो हुई। खराब मौसम का भी दुकानदारी पर असर रहा।
महताब आलम
कपड़ा व्यापारी

अल्लाह जो नसीब में लिखे हैं उतना ही मिलेगा। पर्व को लेकर लोगों में इस बार उत्साह काफी है। पिछले वर्षों तरह इस बार खरीदारी नहीं हुई। लोग जरूरत को ध्यान में रखते हुए खरीदारी कर रहे हैं। पिछले तीन चार साल पूर्व लोग बेफिक्र होकर जरूरत से ज्यादा खरीदारी करते थे।
हबीब अली
कपड़ा व्यापारी

कपड़ा मार्केट में एक से चार साल पूर्व आते तो आप को पैदल चलने में दिक्कत होती। आज मार्केट की कंडीशन आप देख ही रहे हैं। भीड़ तो है मगर लोग खरीदारी काफी सोच समझकर कर रहे हैं। पहले ऐसा नहीं था। एक सामान खरीदने लोग आते थे और चार खरीदकर जाते थे।
राजन
कपड़ा व्यापारी
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बकरीद पर बकरे की वैसे कोई कीमत निर्धारित नहीं होती। जैसा बकरा वैसा दाम होता है। हमारे पास इस बार 50 हजार रुपये का बकरा है। पिछले साथ 30 हजार तक में एक बकरा बेचे थे।
अमरचंद पाल
बकरा व्यापारी

हमारे पास 50-50 हजार के दो बकरे हैं। इससे चार पांच हजार रुपये रेट कम भी हो जाता है। कोई कसम तो खाकर घर से आए नहीं। हमें बेचना तो है ही, पर्व का माहौल है जो मिल जाय वही बहुत है।
अच्छे लाल
कौशाम्बी

बकरे कई प्रकार के होते हैं। जैसी ब्रीड वैसा रेट हमारे पास तीस से 40 हजार तक के बकरे हैं। दो दिन पूर्व चार बकरा बेच कर गए थे। आज लास्ट है जितने में बिक जाय यह नसीब की बात है।
कंचन
करारी कौशाम्बी

मस्जिदों में नमाज का समय
ईदगाह 9:00
एक मिनारा मस्जिद 9:30
मस्जिद ए उमर 7:00
मस्जिद वसी आबाद 8:30
मस्जिद तारीक 7:15
मस्जिद ए ज़मीर 8:00
मस्जिद ए बिलाल 7:30
मस्जिद गुलशने मुजाहिद मिल्लत 8:30
मुस्तफा कॉम्प्लेक्स 8:30
मस्जिद गौस 9:30
मस्जिद अटाला चौराहा 6:40
मदरसा अफज़लुल मदारिस 6:45 व 7:45 पर दो जमात होगी
मस्जिद ए ताहा 8:30
मस्जिद अबु बकर 6:15
जामा मस्जिद चौक 7:30, 8:00
मस्जिद अब्दुल्ला 8:00
मस्जिद अबु हुरैरा 8:30
मस्जिद उमर फारुक 8:00
मस्जिद करामत की चौकी 6:30
मुन्ना मस्जिद 9:00
बड़ी मस्जिद अटाला 7:30
मस्जिद ए तलहा 7:30
बड़ी मस्जिद रसूलपुर 8:00
मस्जिद अय्यूब अंसारी 6:00
मस्जिद दारुल माआरिफ 8:00
मस्जिद ए हबीब 7:00
मस्जिद बेतुल माआरिफ 8:30
मस्जिद दारुल एहसान 6:30
मस्जिद दायरा शाह अजमल 10:00

शिया मस्जिदों में नमाज का समय
मस्जिद अल फातिमा बैजुपूर करेली 7:30
मस्जिद वज़ीर हसन जेके आशियाना 8:30
मस्जिद गदा हुसैन 9:00
मस्जिद इमाम रजा दरियाबाद 8:00
मस्जिद ए मोहम्मदी करैली 8:30
मस्जिद ए इमाम ए सज्जाद (चिराग़ अली) दरियाबाद 8:30
इबादतखाना अल खिजऱा रहमत नगर करेली 8:30
शिया जामा मस्जिद चक 10:00
मुसल्ला ए ज़ीशान करैलाबाग 9:00
मस्जिद विलायत बेगम कदम रसूल चकिया 9:00
बैतुस्सलात करैली 9:00
बैतुस्सलात मिर्जा नकी बेग रानीमण्डी 9:00
इमामबारगाह रसूलपुर 9:00
मस्जिद हम्माम गली 9:00
दरगाह मौला अली दरियाबाद 9:00
मस्जिद तहसीलदार दरियाबाद 9:00
मस्जिद ए नूर दायरा शाह अजमल 9:00
मस्जिद क़ाज़ी जी बख्शी बाजार 9:30
मस्जिद ए इमाम हसन अस्करी दरियाबाद 9:30
मस्जिद ए आलिया सब्ज़ी मण्डी 9:30
मदरसा जमीयतुल अब्बास वीआईपी कालोनी करैली 9:30
मस्जिद बीबी खदीजा 9:45
दरगाह इमाम हुसैन दरियाबाद 10:30
इमामबाड़ा अरब अली खां दरियाबाद 10:00
मस्जिद क़दम रसूल दरियाबाद 10:30
मस्जिद ए अमजदीया चक 10:30

Posted By: Inextlive