भारत ही नहीं, विश्व का गौरव है कुंभ
प्रयागराज ब्यूरो । मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान में चल रहे कुंभ कान्क्ेलव में मंगलवार को बतौर मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम पहुंचे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कुंभ मेला को न केवल प्रयागराज, बल्कि पूरे विश्व का गौरव बताया। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ न केवल धार्मिक एकता का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला सबसे बड़ा आयोजन है। हर घर में होना चाहिए संविधानकार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम ने संविधान के दिवस के बारे में बताया। उन्होंने भारतीय संविधान को भारत की एकता का प्रतीक बताया। कहा, हर घर में संविधान होना चाहिए, जैसे रामचरितमानस और भगवत गीता होती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2015 में संविधान दिवस के रूप में 26 नवंबर को घोषित किए जाने की अहमियत पर भी प्रकाश डाला।सामाजिक समरसता पर जोर
कान्क्लेव में परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद मुनि ने सामाजिक समरसता पर जोर दिया। संभल में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हमें ऐसी घटनाओं से संभलकर और समझदारी से आगे बढऩे की जरूरत है। स्वामी चिदानंद ने 26 नवंबर को हुए मुंबई हमले की याद भी दिलाई और शहीद कांस्टेबल तुकाराम की बहादुरी का जिक्र किया। देश-विदेश से जुड़े वक्ताओं ने दी अपनी रायकान्क्लेव में ऑनलाइन जुड़े वक्ताओं ने
भी भारत की सांस्कृतिक धरोहर और कुंभ के महत्व पर विचार साझा किए।हैदराबाद में ओवैसी के खिलाफ चुनाव लडऩे वाली माधवी मित्तल ने कहा कि कुंभ में भाग लेना एक विशेष सौभाग्य है और यह युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से परिचित कराने का महत्वपूर्ण अवसर है.आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने भी वर्चुअली भाग लिया और भारतीय सभ्यता के बहुआयामी दृष्टिकोण पर बल दिया.उन्होंने कहा,वसुधैव कुटुंबकम भारतीय सभ्यता का अहम सिद्धांत है.इस सभ्यता में सुख की विराटता और दुख की अल्पता को समझने की जरूरत है। कान्क्लेव ने यह संदेश दिया कि कुंभ मेला केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक एकता, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समरसता का प्रतीक है।