कोटवा एट बनी एल वन चालू, दूसरे की तैयारी
प्रयागराज (ब्यूरो)। इसी तरह यूनानी अस्पताल को भी एल वन कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कोरोना की दूसरी लहर में इसे 100 बेड का अस्पताल बनाया गया था। इस बार भी इतने ही बेड का बनाने की तैयारी की जा रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर में हल्के लक्षण वाले अधिक संक्रमित मिल रहे हैं इसलिए लेवल वन अस्पतालों की अधिक संख्या में जरूरत है। ऐसे में जरूरत पड़ी तो कालिंदीपुरम आवास योजना सहित अन्य अस्पतालों को भी लेवल वन में बदला जा सकता है।बेली में आज से भर्ती होंगे मरीज
बता दें कि बेली अस्पताल को कोविड का लेवल टू अस्पताल बना दिया गया है। सोमवार से यहां मरीज भर्ती किए जाएंगे। यहां पर कोरोना के मध्यम लक्षण वाले मरीजों को रखा जाएगा। 226 बेड वाले अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए आक्सीजन प्लांट भी लगाए गए हैं। दोनों प्लांट वर्किंग बताए जा रहे हैं। इनके जरिए बेडों पर डायरेक्टर आक्सीजन की सप्लाई दी गई है। कुछ बेडों पर आक्सीजन सिलेंडर के जरिए भी कृत्रिम सांस दी जानी है।लगातार दूसरे दिन कोरोना से मौत
उधर कोरोना जानलेवा होता जा रहा है। रविवार को एक और कोरोना संक्रमित महिला की जान चली गई। कीडगंज की रहने वाली 60 वर्षीय महिला को तीन जनवरी को तबियत खराब होने राजापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में कोरोना संक्रमित मिलने पर उसे एसआरएन कोविड वार्ड रेफर कर दिया गया। वहां रविवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक उसे किडनी और ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। सांस लेने में दिक्कत होने पर उसे आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। इसके पहले शनिवार को एक महिला की जान चली गई थी। वह भी कोरोना संक्रमित थी।कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए एल वन अस्पताल बनाए जा रहे हैं। हमारे पास पर्याप्त संख्या में बेड मौजूद हैं। इन पर हल्के लक्षण वाले मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा।डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज
रविवार को कोटवा एट बनी को चालू किया गया है। यह 60 बेड का है। इसके बाद यूनानी अस्पताल को शुरू करने की तैयारी चल रही है। कोटवा में एक मरीज को भर्ती कराया गया है।डॉ। राहुल सिंह, नोडल एल वन अस्पताल स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज