होली के दो दिन पूर्व कार सवार लोगों ने मंगला प्रसाद पांडेय 40 की बेरहमी से हत्या कर दी. वह बीआरसी में संविदा पर कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर तैनात था. हत्यारे दिनदहाड़े पहले उसकी बाइक में कार से टक्कर मारे. इससे वह बाइक लेकर गिरा तो कार सवार लोगों ने उसे गाड़ी में बैठा लिया. अपहरणकर्ता धारदार हथियार से उसके गले व शरीर के अन्य हिस्सों में वार किए. इससे उसकी मौत हो गई. बॉडी को कार से लेकर देवरी कला गांव के पास पहुंचे और फेंक दिए. बॉडी फेक कर भागने लगे तो कुछ दूर पहुंचते ही कार का टायर ब्लास्ट कर गया. इस पर कातिल कार वहीं पर छोड़कर भाग निकले. यमुनापार के करछना इलाके में सरेआम अपहरण टू मर्डर की खबर से हड़कंप मच गया. करछना थाने की फोर्स के साथ एसपी यमुनापार एसओजी टीम संग मौके पर पहुंचे. बरामद कार को कब्जे में लेकर पुलिस कातिलों की तलाश में जुट गई. परिवार वाले व ग्रामीण बॉडी को उठने नहीं दे रहे थे. काफी प्रयास व समझाने के बाद लोग शांत हुए और बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया. देर रात तक मामले में पुलिस को परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली थी. घटना का कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। करछना इलाके के बीरपुर गांव निवासी स्व। लालता प्रसाद पांडेय के दो बेटों में मंगला प्रसाद पांडेय बड़ा था। छोटा बेटा विजय अभी पढ़ाई करता है। बताते हैं कि मंगला प्रसाद कौंधियारा ब्लाक की बीआरसी में संविदा पर कम्प्यूटर आपरेटर था। रोज की तरह वह ड्यूटी करके बाइक से घर लौट रहा था। थाना क्षेत्र के मडवा गांव के पास कार सवार कुछ लोग उसकी बाइक में टक्कर मार दिए। कार की टक्कर से वह बाइक लेकर रोड पर गिर पड़ा। उसके गिरते ही कार सवार उसका अपहरण कर लिए। जबरिया कार में उठाकर बैठाने के बाद उसे लेकर सभी देवी कला गांव की ओर बढ़े। देवरी कला गांव के पास धारदार हथियार से हमला करके मंगला को मौत के घार उतार दिए। इसके बाद बॉडी को वहीं पर फेक कार सहित भागने लगे। इस घटनास्थल से थोड़ा आगे बढ़े ही थे कि कार का टायर ब्लास्ट कर गया। टायर की आवाज सुनकर आसपास के लोग एक्सीडेंट समझकर दौड़ पड़े। लोगों को आते देख हत्यारे कार वहीं पर छोड़कर भाग निकले। पब्लिक पहुंची तो मंगला की मौत हो चुकी थी। दिनदहाड़े कार सवारों द्वारा हत्या की खबर सुनकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। फोर्स के साथ एसपी यमुनापार मौके पर पहुंचे। घटना स्थल के पास मिली कार को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। बात मालूम हुई तो ग्रामीणों संग बिलखते हुए मंगला के परिजन मौके पर पहुंचे। आक्रोशित परिजन व ग्रामीण बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस नहीं भेजने दे रहे थे। उनकी जिद थी कि कातिलों को पहले गिरफ्तार किया गया। किसी तरह समझाबुझा कर पुलिस द्वारा उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया। उसकी हत्या से पत्नी व दो बेटे और बेटी सहित उसके भाई चीख पड़े। परिवार में वही इकलौता कमाने वाला था। उसकी हत्या से पूरे परिवार के जीवकोपार्जन पर संकट के बादल घिर आए।

पिता की गोली मारकर हुई थी हत्या
आज से करीब तीन साल पूर्व मंगला प्रसाद के पिता लालता प्रसाद पांडेय की भी गोली मारकर हत्या हुई थी। पुलिस के मुताबिक लालता प्रसाद की हत्या के मामले में परिवार का ही राजा पांडेय जेल में है। अब लालता के बड़े बेटे मंगला प्रसाद ही मुकदमे की पैरवी कर रहा था। ऐसे में माना यह जा रहा है कि मंगला के कत्ल का क्लू भी उसके पिता की हत्या से जुड़ा है। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है।

मामले की छानबीन की जा रही है। परिवार द्वारा तहरीर दिए जाने के बाद मुकदमा दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार जाएगा। अब तक की पूछताछ व तफ्तीश में वारदात के पीछे पुरानी रंजिश को होना पाया गया है।
सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार

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