जिया पंजतन के अपहरणकर्ता अब एक लाख रुपये टोकन मनी मांग रहे हैं. इसके लिए अपहरणकर्ताओं ने गूगल पे और एकाउंट नंबर भेजा है. हैरत की बात है कि गूगल पे और एकाउंट नंबर केरल साइड का है. पूरे प्रकरण की जानकारी जिया की बहन ने प्रशासन से लेकर पुलिस को दे रखी है साथ ही बहन ने ऑनलाइन केस भी रजिस्टर कराया है

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिया पंजतन के अपहरणकर्ता अब एक लाख रुपये टोकन मनी मांग रहे हैं। इसके लिए अपहरणकर्ताओं ने गूगल पे और एकाउंट नंबर भेजा है। हैरत की बात है कि गूगल पे और एकाउंट नंबर केरल साइड का है। पूरे प्रकरण की जानकारी जिया की बहन ने प्रशासन से लेकर पुलिस को दे रखी है, साथ ही बहन ने ऑनलाइन केस भी रजिस्टर कराया है, मगर प्रशासन और पुलिस की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है। ऐसे में परिवार के लोग हैरान परेशान हैं, उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा कि आखिर वह क्या करें।

ये है मामला
दरियाबाद का रहने वाला जिया पंजतन तीन साल से दुबई की एक बैंक में काम कर रहा था। जिया पंजतन ने नौ जुलाई को अपनी बहन कनीज पंजतन को फोन किया। उसने बताया कि थाईलैंड के बैंकाक से एक चाइनीज कंपनी की तरह से उसे नौकरी ऑफर हुई है। कंपनी उसे अस्सी हजार रुपये सैलरी देने के लिए तैयार है। भाई बहन ने आपस में बातचीत की। इसके बाद कनीज ने हामी भर दी। जिया ने बहन से सलाह मश्विरा के बाद पैकिंग की और फ्लाइट से दुबई से हैदराबाद पहुंचा। इसके बाद जिया ने हैदराबाद से बैंकाक के लिए फ्लाइट ली। 12 जुलाई को जिया ने बहन कनीज को फोन कर अपने बैंकाक पहुंचने की बात बताई। 13 जुलाई को जिया ने फोन करके बहन कनीज को बताया कि कंपनी के लोग उसे बैंकाक से दूर ले आए हैं। इसके बाद 18 जुलाई तक कनीज की जिया से कोई बात नहीं हुई। पांच दिन बात नहीं होने से कनीज परेशान हो गई। कनीज ने अपने भाई के मोबाइल पर मैसेज भेजा, मगर मैसेज रिसीव नहीं हुआ। जिया का मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा। इस पर कनीज ने 18 जुलाई को गृह मंत्रालय ई मेल करके भाई के बारे में सूचना दी। ई मेल से बताया कि उसका भाई बैंकाक के पास है। उसका मोबाइल बंद जा रहा है। 22 जुलाई को जिया ने कनीज को फोन किया। जिया ने बताया कि उसे वहां पर लोगों ने बंधक बना लिया है। उसे छोडऩे के लिए वह लोग 22 लाख रुपये फिरौती मांग रहे हैं।

नहीं हो रही सुनवाई
कनीज और उसके पिता ने अतरसुइया थाने में जाकर पूरे मामले की सूचना दी। मगर पुलिस ने उन्हें वापस कर दिया। इसके बाद कनीज ने गृह मंत्रालय और दूतावास में ई मेल किया। कनीज ने ऑन लाइन एफआईआर दर्ज की। इसके अलावा एलआईयू आफिस और डीएम आफिस में भी भाई के बारे में सूचना दी। मगर कहीं से कोई रिस्पांश नहीं मिला।

जिया ने भेजा गूगल पे, एकाउंट नंबर
कनीज पंजतन के पास 28 जुलाई को जिया के मोबाइल से मैसेज आया। जिसमें गूगल पे और एकाउंट नंबर दिया गया है। जिया पंजतन ने बताया कि मैसेज में गूगल पे या एकाउंट में एक लाख रुपये भेजने की बात कही गई है। अपहरणकर्ता एक लाख रुपये टोकन मनी मांग रहे हैं। कनीज ने पता लगाया तो जानकारी मिली कि गूगल पे और एकाउंट नंबर केरल साइड का है। एकाउंट नंबर फेडरल बैंक का है। घरवालों को अभी भी सरकारी मदद का इंतजार है।

भाई के मोबाइल से गूगल पे और एकाउंट नंबर मैसेज किया गया है। जिसमें एक लाख रुपये की डिमांड की गई है। प्रशासन और पुलिस की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है। मैंने ऑन लाइन एफआईआर की है, इसके बाद भी कोई रिस्पांश नहीं मिल रहा है।
कनीज पंजतन, बहन

Posted By: Inextlive