188भवनों का तीन महीने में नक्शा हुआ जारी50आवेदित नक्शे में विभिन्न वजहों से पेंडिंग100नक्शों में पीडीए ने जारी किया है एनओसी56से अधिक नक्शे एनओसी के फेर में पेंडिंग01दिन गुरुवार मानचित्र दिवस का लें लाभ

प्रयागराज ब्यूरो । शहर में घर के लिए नक्शा पास कराना बहुत आसान नहीं है। यदि पीडीए ने सपोर्ट कर भी दिया तो नगर निगम व तहसील में एनओसी के लिए चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। इन्हीं दो विभागों से एनओसी के अभाव में तीन महीने से 56 भवनों का नक्शा अब तक पास नहीं हो सका। लोग नगर निगम व तहसील का चक्कर लगा रहे हैं। एक से दूसरे विभाग में परिक्रमा वादी संस्कृति के चलते लोगों के अपने घर का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। परेशान लोग इधर से उधर भटक रहे हैं। एनओसी के लिए परेशान लोगों को मानचित्र दिवस पर जरूर आना चाहिए। यहां 90 प्रतिशत तक समस्याओं का समाधान मौके पर हो सकता है। नक्शे से सम्बंधित जानकारी के लिए पीडीए के हेल्प पर भी कॉल करके मदद ले सकते हैं।

बगैर नक्शा, भवन अवैध मानता है पीडीए
नक्शा के लिए आवेदन कर चुके दर्जनों लोग पिछले तीन महीने से भटक रहे हैं। इसके पीछे एनओसी सहित कुछ अन्य टेक्निकल कारण बताए जाते हैं। फिलहाल यदि तीन महीने के रेकार्ड पर गौर करें तो पीडीए ने करीब 188 नक्शा जारी कर चुका है। लगभग इसके 50 अधिक आवेदित नक्शे पीडीए में पेंडिंग बताए जा रहे हैं। इस पेंडेंसी के पीछे एनओसी सहित टेक्निकल खामियां कारण बताई जा रही हैं। खैर यदि इन तीन महीनों में नक्शे के लिए जारी एनओसी की संख्या देखे तों 100 के करीब है। तकरीबन 56 आवेदित भवनों के नक्शे एनओसी के अभाव में पड़े हुए हैं। आवेदन करने वाले लोग विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। मकानों को बनाने के लिए पीडीए से जारी नक्शे का पास होना जरूरी है। बगैर नक्शा पास कराए बनवाए गए मकान को पीडीए अवैध मानता है। ऐसे में प्रयागराज विकास प्राधिकरण मकान के निर्माण में रोक लगा सकता है। दरअसल एनओसी का मतलब नान ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट होता है। मकान का नक्शा बनवाते समय यह एनओसी तीन विभागों से लेनी होती है। सबसे पहले पीडीए फिर नगर निगम व तहसील से यह एनओसी जारी होती है।

आवेदन के बाद करिए तगड़ी पैरवी
भवन बनवाने से पहले नक्शा के लिए आवेदन फिजिकल नहीं करना। सबसे पहले पीडीए में रजिस्टर्ड आर्किटेक से संपर्क करें।
आर्किटेक आप की जमीन का मौका मुआयना करके उसकी पूरी पोजीशन व लोकेशन का आंकलन करेगा।
रिहायसी एरिया में पीडीए के रोड का मानक 30 फीट बताया जाता है। आर्किटेक कहते हैं कि दोनों पर 15-15 फिट छोड़ कर नक्शा बनाया जाता है।
पीडीए के टेक्निकल डिपार्टमेंट के लोग कहते हैं कि आर्किटेक ही मकान का नक्शा तैयार करके ऑनलाइन आवेदन करते हैं।
इसके पीडीए खुद के साथ नगर निगम व तहसील से एनओसी की डिमांड करता है। तीनों विभागों से एनओसी के बाद एरिया व अनुसार पीडीए शुल्क लेता है।
सब कुछ कंप्लीट होने के बाद भवन का नक्शा पास होता है। इस पूरी प्रक्रिया में एक महीने भी लग सकते हैं और चार महीने भी।
यह समय नक्शा आवेदन करने वाले शख्स की पैरवी व परिक्रमा पर निर्भर करता है। परिक्रमा इस लिए क्योंकि सब कुछ सही होने पर पीडीए एनओसी दे भी दे तो तहसील नगर निगम में विलंब हो ही जाता है।


बड़े काम का है हेल्प डेस्क नंबर
पीडीए के टेक्निकल विभाग में मंडलायुक्त के निर्देश पर नक्शा के लिए हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। इसका मोबाइल नंबर 9616272581 बताया गया है। इस नंबर पर कॉल करके कोई भी व्यक्ति नक्शे का अपडेट ले सकता है। विभाग के राहुल सिंह कहते हैं कि कॉल करने वाले व्यक्ति को नक्शे से सम्बंधित जानकारियों फोन ही मुहैया करा दी जाएंगी। यदि नक्शे का आवेदन किया गया है तो उसकी सिचुएशन भी बताई जा सकती है। बसर्ते चेक करने के लिए थोड़ा समय कॉलर को देना होगा।

Posted By: Inextlive