- 35 साल की उम्र में ही भुलक्कड़ हो रहे हैं यंगस्टर्स- कई कारणों से लॉस होती है मेमोरी डॉक्टर बताते हैं रिकलेक्शन के तरीके- अस्पतालों में बढ़ रहे हैं मरीज इलाज में लगता है समय


प्रयागराज (ब्यूरो)। पहले साठ साल की उम्र के बाद लोगों की मेमोरी लॉस होती थी, लेकिन अब यंग जनरेशन भी इसका शिकार हो रही है। रीजन एकदम क्लीयर है। हैबिट में किसी भी वर्क में कंसंट्रेशन नही होने से मेमोरी लॉस की प्राब्लम बढ़ती जा रही है। डॉक्टर्स की माने तो दिमाग को स्थिर रखना बेहद जरूरी हे। वरना मेमोरी ब्रेन में कभी भी रिकलेक्ट नही होगी और भुलक्कड़पन बढ़ता ही चला जाएगा।मोबाइल फोन बना सबसे बड़ा रीजन


यंगस्टर्स में मेमोरी लॉस का सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन बना हुआ है। एक्सपट्र्स बताते हैं कि किसी भी कार्य को करते समय ध्यान अगर मोबाइल फोन पर रहेगा तो मेमोरी स्ट्रांग हो ही नही पाएगी। क्योंकि दिमाग में हिप्पाकैंपस और एमेडिला दो ऐसे पार्ट हैं जो मेमोरी को क्वार्डिनेट कर उसे दोबारा रिप्रजेंट करते हैं। लेकिन जब व्यक्ति एकाग्रचित नही होगा तो चीजें लोग जल्दी भूलने लगते हैं। एग्जाम्पल के तौर पर किसी भी चीज को कही रखते समय अगर दो सेकंड के लिए उसे याद कर लें तो वह चार दिन बाद भी याद रहेगी। लेकिन इसके लिए एकाग्रता बेहद जरूरी है। एक जैसा दिमाग लेकिन इस्तेमाल करना जरूरी

एक्सपट्र्स का कहना है कि ब्रेन को स्ट्रांग बनाने के लिए मेमेारी का डीप होना बेहद जरूरी है। मेमोरी जितनी स्ट्रांग होगी, दिमाग उतना शार्प होगा। मेमेारी स्ट्रांग होने की वजह से ही सोचने और समझने की क्षमता बढ़ती है। लोगों के दिमाग की बनावट और क्षमता एक जैसी ही होती है लेकिन उसका इस्तेमाल जितना अधिक होता है, ब्रेन उतना स्ट्रांग होता जाता है। बॉक्स15 फीसदी मरीजों को शिकायतवर्तमान में मेमोरी लॉस के मरीजों की आयु घटकर 35 वर्ष तक पहुंच चुकी है। अस्पतालों में पहुंचने वाले 35 से 50 आयु वर्ग के लोगों में 15 फीसदी ऐसी शिकायत करते हैं। इससे अधिक उम्र होने पर एज फैक्टर की शुरुआत हो जाती है। हालांकि मेमोरी लॉस की और भी कारण हो सकते हैं लेकिन यंगस्टर्स में इसका कारण एकाग्रता की कमी को माना जाता है। एक्सपट्र्स का कहना है कि कोई भी काम एकाग्रता के साथ किया जाए तो उसकी छाप दिमाग में अंकित हो जाती है।ऐसे रख सकते हैं ब्रेन को एक्टिव- मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल करने से बचें।- रोजाना योगा के जरिए ब्रेन को एकाग्र रखने की कोशिश करें।- चीजों को याद रखने और समझने की भरपूर कोशिश करें।- संतुलित आहार, अल्कोहल और टोबैको से दूरी बनाए।

- तनाव और चिंता के स्तर को कम करें और रोजाना सात से आठ घंटे नींद जरूर लें।- इनडोर गेम्स जैसे ताश, कैरम, शतरंज ब्रेन को एक्टिव कर देते हैं। इसी तरह संगीत, पहेलियां, नृत्य, शब्द पहेलियां सुलझाना, ब्रेन टीजर ब्रेन को एक्टिव रखने के साथ साथ उसके लिए एक्सरसाइज का काम करते हैं।बॉक्सक्यों मनाया जाता है ब्रेन डेब्रेन हेल्थ के प्रति अवेयरनेस बढ़ाने के लिए दुनिया भर में 22 जुलाई को वल्र्ड ब्रेन डे मनाया जाता है। द वल्र्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी की स्थापना वर्ष 1957 में 22 जुलाई को हुई थी। फेडरेशन की ओर से 2013 में 22 जुलाई को वल्र्ड ब्रेन डे मनाने का प्रस्ताव रखा गया था। साल 2014 में पहली बार से 22 जुलाई को वल्र्ड ब्रेन डे मनाया गया। ब्रेन ह्यूमन बॉडी का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। यह बॉडी में होने वाले सभी कामों पर नियंत्रण रखने के साथ साथ सोचने, निर्णय लेने, याद करने और विचार जैसे अहम कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है। वर्जनब्रेन को एक्टिव रखने और मेमोरी को स्ट्रांग रखने के लिए खुद को ब्लड प्रेशर, शुगर और थायराइड जैसी बीमारियों से दूर रखना होगा। यंगस्टर्स को भी संयमित जीवन जीना चाहिए और भरपूर नींद लेना उनके लिए जरूरी है।
डॉ। कमलेश सोनकर, न्यूरो फिजीशियन, एसआरएन हॉस्पिटलअब यंग जनरेशन भी मेमोरी लॉस की शिकायत लेकर आ रहे हैं। मैं उनसे कहता हूं कि पहले कंसंट्रेट करना सीखो। हर काम में मोबाइल को इंगेज करना ठीक नही। चीजों को थोड़ी देर याद करो, सोचो और समझो। इसके बाद ब्रेन अपने आप स्ट्रांग हो जाएगा।डॉ। प्रकाश खेतान, न्यूरो सर्जन

Posted By: Inextlive