एक माह से कंटेनमेंट जोन बना है कटरा
पुराने कटरा बाजार के लोग परेशान, चारों ओर से प्रशासन ने कर दिया है सील
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन बना पुराना कटरा एक माह से सील है। इससे लोग परेशान हो गए हैं। उनको कटरा से बाहर जाने या भीतर आने में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन से कंटेनमेंट जोन हटाए जाने की मांग की गई तो भी कोई सुनवाई नहीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कंटनेमेंट जोन बनाना तो समझ में आता है लेकिन यह कितने दिन का है। बाजार के लोग इसी सवाल का जवाब एक माह से ढूंढ रहे हैं। 17 अप्रैल को किया था सीलअप्रैल के दूसरे सप्ताह में कोरोना केसेज बढ़ जाने के बाद प्रशासन ने कटरा बाजार को चारों ओर बैरिकेडिंग कर सील कर दिया गया था। मनमोहन पार्क, लक्ष्मी टाकीज चौराहा, यूनिवíसटी रेाड और डाकखाने वाली रोड को बांस, बल्ली लगाकर बंद कर दिया गया। प्रशासन द्वारा बताया गया कि कंटेनमेंट जोन 14 दिन के लिए बनाया गया है। लेकिन, अब भी यहां स्थिति में कोई चेंज नहीं आया है। जितने एरिया को सील किया गया है उनमें एक हजार से अधिक दुकानें और पांच सौ से अधिक घर हैं। लॉकडाउन के चलते दुकाने तो बंद हैं लेकिन घरों में रहने वाले भी लॉक हो गए हैं। मजबूरी में किसी को कटरा से बाहर जाना हो तो चार पहिया वाहन इस्तेमाल नहीं कर सकता। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन भले ही एरिया को सील रखे लेकिन साग सब्जी और दूध ब्रेड की सप्लाई शुरू करा दे।
दुकान लॉकडाउन में बंद है, लेकिन लोगों को क्यों घरों में पैक कर दिया है। पुराने कटरा को चारों ओर से बंद करवा दिया गया है। प्रशासन को थोडी ढील जरूर देनी चाहिए। मयंक, व्यापारी इमरजेंसी में कटरा से बाहर चार पहिया वाहन से नहीं निकला जा सकता है। इसके लिए रास्ता ही नहीं बचा है। गलियों से केवल दो पहिया से निकल सकते हैं। मनीष, व्यापारी सील नहीं हटाना है तो काई बात नही, एरिया में सब्जी, दूध और ब्रेड की सप्लाई शुरू करा दी जाए। जिससे लोगों को बाहर जाने के लिए मशक्कत नही करनी पडे। रितेश अग्रवाल, व्यापारी 17 अप्रैल को कटरा को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था। तब से अब तक इसे खोला नहीं गया है। जो पुराने मरीज थे वह अब ठीक भी हो चुके हैं। सुधीर, व्यापारीजन प्रतिनिधियों से इस बारे में शिकायत की गई लेकिन प्रशासन की तरफ से जवाब नहीं मिला है। हम लोग चाहते हैं कि कम से कम आने जाने का रास्ता दिया जाए।
नंदन सिंह, व्यापारी बताया गया था कि दो सप्ताह बाद बैरिकेडिंग हटा दी जाएगी। अभी तक ऐसा कुछ नही किया गया। इससे स्थानीय निवासी परेशान हैं। राजेश, व्यापारी