पुलिस ने 'मैनेजमेंट' से मामले को डायवर्ट कर दिया नहीं तो तैयारी तो पूरी थी कि मतदान को डिस्टर्व कर दिया दिया. पूरी योजना के साथ बम मंगवाया गया था. स्पॉट कब्रिस्तान के सामने स्थित बूथ को चुना गया था ताकि बवाल को साम्प्रदायिक रूप दिया जा सके. बम फेंका भी गया और फटा भी. एक आदमी को इसमें जान भी गंवानी पड़ गयी लेकिन इसे मतदान वाले दिन मतदान से नहीं जोड़ा जा सका. नतीजा चुनाव सकुशल सम्पन्न हो गया. पुलिस को इसकी आहट घटनावाले दिन ही मिल गयी थी लेकिन उसने मरने वाले पर ही बम लेकर जाने की बात को हाईलाइट करके इस तरफ किसी का ध्यान जाने ही नहीं दिया. पुलिस ने बुधवार को तीन लोगों की गिरफ्तारी दिखाते हुए बताया कि इस घटना में कुल नौ लोग इनवाल्व थे. तीन को आज जेल भेजा जा रहा है. बाकी छह को भी जल्द ही सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा.

प्रयागराज (ब्यूरो)। करेली थाने के पास लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र को मतदान के लिए बूथ बनाया गया था। करेली का 60 फीट रोड गौस नगर मोहल्ला काफी सेंसिटिव इलाका है। थाने के पास इसी रोड पर लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र स्थित है। इस मतदान केंद्र पर वोटिंग करने के लिए मतदाता काफी संख्या में पहुंचे थे। साजिशकर्ता को मालूम था कि इस बूथ पर बमबाजी करके किसी को घायल किए जाने का असर जिले भर की वोटिंग पर पड़ेगा। इससे मतदान भी प्रभावित होगा। इसीलिए उसने इस स्थान को विस्फोट कराने के लिए चुना था। खुलासा करते हुए एसएसपी ने कहा कि यह बातें घटना में गिरफ्तार किए गए हसन पुत्र स्व। मो। मोबीन निवासी गौसनगर करेली, मोइनुद्दीन उर्फ मुन्ना पुत्र मो। सुल्तान निवासी मस्तान मार्केट थाना करेली व आसिफ उर्फ इन्ने पुत्र मो। इशहाक उर्फ बाबू मास्टर निवासी गौसनगर थाना करेली ने खुद कबूल किया है। पूछताछ में इन तीनों ने पुलिस को यह भी बताया कि घटना में छह और लोग हैं। इसमें साजिश रचने वाला मुख्य अभियुक्त भी शामिल है। पकड़ से दूर उन्हीं छह लोगों के कहने पर तीनों मतदान केंद्र के पास कब्रिस्तान से बमबाजी किए थे।
पहला बम पेड़ की टहनी से टकराया था
पुलिस की तरफ से बताया गया कि घटना वाले दिन सिर्फ एक बम नहीं फोड़ा गया था। कब्रिस्तान से फेंका गया पहला बम पेड़ की टहनी से टकरा कर सूखी हुई पत्तियों पर गिरा और ब्लास्ट नहीं हुआ। इस पर तीनो यह समझ गए कि बम बगैर किसी के ऊपर या जमीन पर तेजी से गिरे नहीं फटेगा। इसके बाद दूसरे बम को पॉलीथिन में रखकर वह मतदान केंद्र के पास 60 फीट रोड पर उस जगह फेंका गया जहां किनारे तमाम वोटर खड़े थे। यह दुर्भाग्य था कि उसी वक्त कोरांव एरिया के रामगढ़ निवासी अर्जुन कोल चचेरे भाई संजय के साथ रोड पर आ गया। बम सड़क पर वोटरों के पास गिरने के बजाय अर्जुन की साइकिल की हैंडिल पर गिरकर ब्लास्ट हो गया। जिससे उसकी मौत हो गई थी। मतदान केंद्र के पास बम ब्लास्ट के लिए उन्हें कुछ रुपये भी मिले थे या नहीं? इस सवाल पर पुलिस ने कहा कि पकड़ से दूर साजिशकर्ता समेत छह अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद यह राज सामने आएगा।

किसी राजनीतिज्ञ ने रची थी साजिश?
मतदान को प्रभावित करने के लिए रची गई इस साजिश के पीछे पुलिस राजनीतिक एंगल भी मानकर चल रही है। माना यह जा रहा कि ब्लास्ट कराकर मतदान प्रभावित कराने का कुचक्र वही रचेगा जिसका इससे फायदा होगा। ऐसा करके या कराकर किसी आम पब्लिक को कोई लाभ नहीं था। आम पब्लिक इस तरह का रिस्क वह भी बेवजह लेगी नहीं। ऐसे में यह बात तय है कि साजिशकर्ता कोई राजनीतिज्ञ ही है। जिसे लगा होगा कि करेली एरिया के इस मतदान केंद्र पर बम ब्लास्ट का असर जिले भर में वोटिंग पर पड़ेगा। एसएसपी ने कहा कि तमाम कारण हैं, जिसे लेकर मामले में राजनीतिक एंगल पर भी जांच कराई जा रही है।

आरोपितों पर गैंगेस्टर व गुण्डा एक्ट
चुनाव के दिन मतदान केंद्र के पास हुए ब्लास्ट और मर्डर के मामले में गिरफ्तार व प्रकाश में आए अभियुक्तों पर सख्त कार्रवाई होगी। एसएसपी ने कहा कि इन सभी के खिलाफ गैंगेस्टर ही नहीं गुण्डा एक्ट की भी धाराएं लगाई जाएंगी। बताया गया कि गिरफ्तार अभियुक्त मोइनुद्दीन पेशे से प्लंबरिंग का काम करता है। दो अभियुक्त बेरोजगार हैं।

मतदान केंद्र के पास बमबाजी और युवक की हत्या में तीन अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं। पूछताछ में बात सामने आई है कि बम ब्लास्ट के जरिए पूरे जिले में मतदान प्रभावित करने की साजिश रची गई थी। साजिशकर्ता समेत अन्य छह भी जल्द ही गिरफ्तार किए जाएंगे।
अजय कुमार, एसएसपी प्रयागराज

Posted By: Inextlive