अतीक के शूटरों की बढ़ी न्यायिक अभिरक्षा
प्रयागराज (ब्यूरो)। माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटरों की न्यायिक अभिरक्षा बुधवार को कोर्ट ने 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है। सनसनीखेज कत्ल की वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों पुलिस के सामने सरेंड कर दिए थे। गिरफ्तार इन तीनों शूटरों को प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया था। तब से आज तक वह तीनों शूटर प्रतापगढ़ की जेल में ही हैं। अदालत के द्वारा तीनों की पेशी के लिए बुधवार की डेट फिक्स की गई थी। नियत डेट पर उन तीनों शूटरों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था।
कत्ल के बाद कर दिए थे सरेंडर
शहर के सुलेमसराय जयंतीपुर में 24 फरवरी की शाम विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह रहे उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। शूटरों के द्वारा उमेश पाल की सुरक्षा में पुलिस के जवान संदीप निषाद व राघवेंद्र सिंह को भी मौत के घाट उतार दिया गया था। दूसरे दिन 25 फरवरी को उमेश पाल की पत्नी जया पाल के द्वारा पुलिस को तहरीर दी गई थी। तहरीर के आधार पर इस ट्रिपल मर्डर केस में माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और पत्नी शाइस्ता परवीन एवं गुड्डू मुस्लिम और गुलाम सहित अतीक के बेटों व अन्य सहयोगी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। अतीक अहमद गुजरात के अहमदाबाद साबरमती जेल तो अशरफ बरेली जेल में बंद था। उमेश पाल कत्ल में नाम आने के बाद धूमनगंज पुलिस अतीक अहमद व अशरफ को कस्टडी रिमांड पर ले आई थी। बताते चलें कि 15 अप्रैल को मामले के विवेचक धूमनगज थाना प्रभारी राजेश मौर्या भारी पुलिस फोर्स के साथ दोनों को काल्विन हॉस्पिटल मेडिकल के लिए ले गए थे। शाम को हॉस्पिटल गेट पर पहुंचते ही तीन शूटरों ने अतीक ब्रदर्स को गोलियों से भून दिया था। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था। कत्ल करने वाले तीनों शूटर दोनों की सुरक्षा में रही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिए थे। गिरफ्तारी के बाद शूटरों ने पुलिस को अपना नाम कमलेश तिवारी, मोहित उर्फ शनि पुराने एवं अरुण कुमार मौर्या बताया था। इन तीनों शूटरों को कोर्ट में पेश किया गया था। अदालत के आदेश पर शूटरों को पुलिस के द्वारा नैनी जेल ले जाया गया था। नैनी जेल में पांच करोड़ की रंगदारी के मामले में बंद अतीक का बेटा अली पिता के कातिलों को देखकर हंगामा खड़ा कर दिया था। इसी के बाद तीनों शूटरों को प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया था। तब से तीनों प्रतापगढ़ जेल में ही हैं। बुधवार को कोर्ट में न्यायिक की कोर्ट में पेशी थी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किए गए शूटरों की 14 दिनों के लिए कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा डेट बढ़ा दिया है। अब तीनों शूटर 20 जून 2023 को फिर कोर्ट में पेश किए जाएंगे।
गुलाबचंद्र अग्रहरि, जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी