आज के समय में सोशल मीडिया पर फेक न्यूज यानी झूठी खबरों का बोलबाला है. ऐसी झूठी खबरें समाज में वैमनस्य फैलाने का भी काम करती हैं. सच्चाई से अनभिज्ञ लोग अनजाने में झूठी खबरों को आगे बढ़ाते रहते हैं.


प्रयागराज ब्यूरो । आज के समय में सोशल मीडिया पर फेक न्यूज यानी झूठी खबरों का बोलबाला है। ऐसी झूठी खबरें समाज में वैमनस्य फैलाने का भी काम करती हैं। सच्चाई से अनभिज्ञ लोग अनजाने में झूठी खबरों को आगे बढ़ाते रहते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को जागरूक किया जाये ताकि वे विभिन्न प्रकार के साफ्टवेयर का प्रयोग करके यह जान सकें कि कौन सी खबर सच्ची है और कौन सी खबर झूठी।
यह बात विज्ञान प्रसार, नई दिल्ली के वैज्ञानिक-ई निमिष कपूर ने कही। श्री कपूर गूगल न्यूज इनिशिएटिव के सहयोग से सेन्टर ऑफ मीडिया स्टडीज के विद्यार्थियों के लिए 'फेक न्यूज, फैक्ट एण्ड डाटा वेरिफिकेशनÓ विषय पर आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वास्थ्य सम्बन्धी झूठी जानकारियों, अफवाहों, भ्रामक व तोड़मोड़ के बनाई गई खबरों, फोटो, वीडियो और स्रोत की जांच के लिए गूगल रिवर्स इमेज सर्च, इनविद सॉफ्टवेयर, वाच फ्र म बी फ्र म आदि टूल्स की व्यापक जानकारी व डेमो दिया गया। प्रारम्भ में सेन्टर ऑफ मीडिया स्टडीज के कोर्स कोआर्डिनेटर डॉ। धनंजय चोपड़ा ने निमिष कपूर का स्वागत करते हुए खबरों के फैक्ट चेक एवं वैज्ञानिक रिपोर्टिंग की आवश्यकता पर बल दिया।

Posted By: Inextlive