- एलटी ग्रेड 2018 शिक्षक भर्ती में अभी तक नहीं मिला सभी चयनितों को नियुक्ति-पत्र

- निदेशालय और यूपीपीएससी के बीच भटक रहे चयनित अभ्यर्थी

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PRAYAGRAJ: सूबे के गवर्नमेंट इंटर कालेजों में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 में चयन के बाद भी अभी तक बड़ी संख्या में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिल सका है। जिसके कारण चयनित अभ्यर्थी लगातार भटक रहे हैं। ऐसे में अभ्यर्थियों को समझ नहीं आ रहा है कि सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी आखिरकार उन्हें नियुक्ति पत्र क्यों नहीं मिल पा रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि एलटी ग्रेड 2018 शिक्षक भर्ती के दौरान 15 विषयों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। जिसमें से 13 विषयों के रिजल्ट घोषित करके नियुक्ति पत्र बांट दिए गए हैं। दो विषयों के रिजल्ट जारी होने के बाद भी अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं बंट सका है।

हिंदी में 958 व सामाजिक विज्ञान 1584 को मिलना है नियुक्ति

1. लोक सेवा आयोग की ओर से निकाली गई भर्ती में हिंदी व सामाजिक विज्ञान विषय के विज्ञापन में हिंदी के लिए 1433 व सामाजिक विज्ञान में 1854 पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी।

2. आयोग की ओर से 29 जुलाई 2018 को लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ था। परीक्षा का रिजल्ट 28 सितंबर 2020 को जारी कर दिया। 1432 सफल घोषित किए गए। वहीं सामाजिक विज्ञान में लिखित परीक्षा के बाद 1851 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे।

3. इन अभ्यर्थियों के डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन का कार्य पूरा होने के बाद आयोग की ओर से उसे शिक्षा निदेशालय भेज दिया गया। निदेशालय में सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे लखनऊ निदेशालय भेज दिया गया है। जहां पोर्टल खोलकर नियुक्ति पत्र बंटना है।

4. लेकिन आज तक नियुक्ति पत्र नहीं बांटे जा सके। जबकि उसी विज्ञापन के अन्य 13 विषयों के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे जा चुके है। ऐसे में अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन करके नियुक्ति पत्र बांटने की डिमांड कर रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी।

- एलटी जीआईसी के हिंदी व सामाजिक विज्ञान के रिजल्ट के लिए 52 धरने हुए। रिजल्ट जारी होने के 10 महीने बीतने के बाद भी अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं मिलना व्यवस्था के लिए कलंक की तरह है।

अनिल उपाध्याय

- पूरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उसके बाद निदेशालय को सिर्फ पोर्टल खोलकर कालेज आवंटन की प्रक्रिया पूरी की जानी है। लेकिन आज तक उसे भी पूरा नहीं किया गया। ऐसे में चयनित अभ्यर्थियों क्या करें। उन्हें समझ नहीं आ रहा है।

विक्की खान

एलटी ग्रेड जीआईसी में हिंदी, सोशल साइंस में नियुक्ति का न होना चयनितों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। चयनित शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना और आर्थिक तंगी से त्रस्त हो गए हैं।

गोविंद कुमार

हिंदी और सोशल साइंस का रिजल्ट आए नौ माह से अधिक का समय बीत चुका है। 13 विषयों के साथी विद्यालयों में नियुक्ति पा चुके हैं। लेकिन हम अभी भी भटक रहे हैं। सोशल साइंस में चयनित होना अब अभिशाप लगने लगा है।

उदय यादव

आयोग पर गरजे चयनित अभ्यर्थी- फोटो

नियुक्ति पत्र बांटे जाने की मांग को लेकर हिंदी व सामाजिक विज्ञान के चयनित अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान चयनितों ने आयोग पर अर्हता के विवाद निस्तारित न करने का आरोप लगाया। चयनित अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर उन्हें जल्द नियुक्ति पत्र नहीं मिलता है तो वह अनिश्चितकालीन सत्याग्रह करेंगे। वहीं चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि जब चयनितों के डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन 5 नवम्बर को पूरा कर लिया गया है। लेकिन अर्हता विवादित होने के कारण 474 चयनितों की फाइल रोकी गई है। ऐसे अभ्यर्थी संस्कृत से स्नातक हैं। लेकिन, इंटरमीडिएट में संस्कृत नहीं लिया। चयनितों का दावा है कि एनसीटीई के नियमानुसार वो सहायक अध्यापक बनने की योग्यता रखते हैं। लेकिन, आयोग उनकी काउंसिलिंग कराने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा है। जबकि कला विषय में 86 अभ्यíथयों की रुकी फाइलों एनसीटीई की योग्यता के आधार पर कुछ दिन पहले शिक्षा निदेशालय भेजी गई है।

Posted By: Inextlive