छात्र की पानी पीने के बाद हुई मौत को लेकर गरमाया एयू का माहौल...फ्लैग तोडफ़ोड़, जाम के साथ महिलाओं से अभद्रता...
मीडिया स्टडीज के छात्र की मौत प्रकरण को लेकर बुधवार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैंपस में पूरे दिन हंगामे की स्थिति रही। छात्रों ने कैंपस में तोडफ़ोड़ की कैंपस के बाहर चक्काजाम किया। उन पर वीडियो बना रही शिक्षिकाओं के साथ अभद्रता करने का भी आरोप लगा है। इस दौरान कैंपस में पढ़ाई का माहौल ठप रहा और परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। बता दें कि मंगलवार को छात्र आशुतोष दुबे की मौत डीन आफिस में लगे नल से पानी पीने के बाद हुई थी। इसके बाद नाराज छात्रों ने विवि परिसर में समय से एंबुलेंस उपलब्ध नही कराने का आरोप लगाया था।
सुबह से शुरू हो गया था घेराव
मृत छात्र आशुतोष की बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ और इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया कि मौत कैसे हुई है। यूनिवर्सिटी की राजनीति में सक्रिय कुछ छात्रों ने समय पर एंबुलेंस मुहैया न कराने को आधार बनाकर मंगलवार को ही विरोध दर्ज करा दिया था। बुधवार को वह सुबह आठ बजे केपीयूसी गेट के सामने पहुंचे और चक्का जाम कर दिया था। इस वक्त उनके साथ मृतक छात्र के पिता भी थे। बताया जाता है कि मृतक की बॉडी भी यहां रखने की कोशिश हुई थी लेकिन कर्नलगंज पुलिस ने इसे विफल कर दिया और बॉडी सीधे छात्र के घर हंडिया भेजवा दी। छात्रों ने दोपहर बारह बजे से सीनेट हाल के सामने चक्काजाम कर दिया। उनके इस घेराव से यातायात बाधित हो गया और वाहनों की लाइन लगने लगी। इस बार भी विवि प्रशासन का कोई अधिकारी छात्रों से मिलने नही पहुंचा। इससे छात्रों की गुस्सा बढ़ गया।
इसके बाद छात्रों ने नाराजगी जताते हुए प्राक्टर कार्यालय, केंद्रीय पुस्तकालय, ङ्क्षहदी और संस्कृत विभाग में लगे शीशे चकनाचूर कर दिए। कुर्सी-मेज तोड़ दी गई। पुलिस की मौजूदगी में उपद्रव होने के कारण कई शिक्षक इंस्पेक्टर कर्नलगंज से भिड़ गए। आक्रोशित शिक्षकों ने गुरुवार से काली पट्टी बांधकर विरोध करने का निर्णय लिया है। बुधवार को छात्रों ने आशुतोष दुबे की मौत पर शोकसभा का भी आयोजन किया। बताया जाता है कि छात्र इस मामले में कुलपति से वार्ता करना चाहते थे और इसकी मांग कर रहे थे। लेकिन, कुलपति के रिस्पासं नहीं देने पर उन्होंने नाराज होकर बवाल काटना शुरू कर दिया। इस दौरान घटना की वीडियो बना रही शिक्षिकाओं से भी अभद्रता की बात कही जा रही है।
शिक्षिकाएं हुई चोटिल
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी प्रो। जया कपूर ने कहा कि छात्रनेता अजय यादव सम्राट के नेतृत्व में अराजकतत्वों ने परिसर में तोडफ़ोड़ करने के साथ महिलाओं से अभद्रता एवं हाथापाई की है। इससे कुछ शिक्षिकाओं को चोट लगी है। उपद्रव करने वालों ने कई दस्तावेज फाड़े हैं। इससे शिक्षक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। छात्र की मृत्यु दुखद है, लेकिन उसका विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं है। ये एक दुर्घटना थी जो परिसर में घटित हुई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी तरफ से हर जरूरी त्वरित कार्यवाही की थी। पुलिस-प्रशासन परिसर में अराजकता फैलाने वालों को चिंहित करके कार्यवाही करे।
दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम
यूनिवर्सिटी के चीफ प्राक्टर डा। राकेश ङ्क्षसह के अनुसार दर्जन भर उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है और उनका ब्यौरा पुलिस को उपलब्ध कराया गया है। इसमें कुछ हास्टल के रहने वाले छात्र भी शामिल हैं। जिसकी जानकारी हास्टल के अधीक्षकों को दी गई है। इस बीच विवि के शिक्षक संघ ने आपात बैठक का आयोजन किया। इसमें संघ के अध्यक्ष प्रो। एआर सिद्दीकी के नेतृत्व में विवि परिसर में तोड़तोड़ व शिक्षिकाओं से अभद्रता की कड़ी ङ्क्षनदा की गई। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। अराजकता फैलाने वालों की गिरफ्तारी न होने पर शिक्षकों ने पुलिस आयुक्त कार्यालय पर अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है। साथ ही कर्नलगंज इंस्पेक्टर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए उनको हटाने और जांच की मांग की गई है। कहा कि गिरफ्तारी होने तक शिक्षक काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। साथ ही परिसर में पर्याप्त सुरक्षाबल की मांग करते हुए शिक्षक संघ में मृत छात्र की शांति के लिए शोकसभा की।
आशुतोष की मौत से क्रोधित छात्रों ने न्याय के लिए गुहार लगाई है। उन्होंने एसीपी को ज्ञापन सौंपकर चीफ प्राक्टर राकेश सिंह, डीएसडब्ल्यू शांति सुंदरम सहित दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। पिता गणेश शंकर दुबे ने कहा कि आशुतोष को विश्वविद्यालय की तरफ से मिलने वाला बीमा का पैसा मिलना चाहिए। उसके नाम से विश्वविद्यालय परिसर में एक हास्पिटल खोला जाए।
जहर का शक, बिसरा सुरक्षित
मंगलवार को दिन में हुई घटना की गंभीरता को देखते हुए डीएम के आदेश पर रात में ही आशुतोाष की बॉडी का पोस्टमार्टम कराया गया। सुबह परिवार के सदस्यों के साथ कुछ छात्र बॉडी को लेकर यूनिवर्सिटी पहुंच गये। उन्होंने बॉडी को गेट के बाहर रखकर जाम लगा दिया। उधर, दो डाक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच आशुतोष की बॉडी का पोस्टमार्टम किया। सूत्रों के अनुसार कोई स्पष्ट कारण नहीं मिला तो बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। बिसरे को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। पुलिस का कहना था कि बिसरा जांच की रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
श्वेताभ पांडे, एसीपी कैंपस में पूरा आन्दोलन अजय यादव सम्राट के द्वारा कराया गया है। उसने बाहरी छात्रों को कैंपस में बुलाया और सुनियोजित तरीके से तोडफ़ोड़ और महिलाओं से मिसविहैब किया। इसकी शिकायत की गयी है।
जया कपूर
पीआरओ, एयू