प्रयागराज- संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रयागराज मण्डल जेडी दिव्य कान्त शुक्ल ने शुक्रवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक आलोक गुप्ता को निलम्बित कर दिया है. बाबू ने जिले के शिक्षकों और कर्मचारियों के एनपीएस से करीब 80 करोड़ रुपए की गड़बड़ी करके प्राइवेट कंपनी के शेयर मार्केट में लगा दिया है. उधर डीआईओएस पीएन सिंह ने वित्त एवं लेखाधिकारी नीतू सिंह और एडीआईओएस लाल बाबू मौर्य को जांच अधिकारी बनाया है. इसमें वित्त अधिकारी नीतू सिंह प्रशिक्षण के लिए लखनऊ चली गयी है इससे जांच लटक गयी है.


प्रयागराज ब्यूरो । जेडी दिब्यकांत शुक्ला ने बताया कि कार्यालय के यूजर आईडी एवं पासवर्ड का दुरूपयोग करते हुए प्रयागराज के अध्यापकों व कर्मचारियों के एनपीएस खातों में निवेशित रकम को बिना उनकी सहमति के डिफाल्ट फण्ड से अन्य फंड में स्थानान्तरित कर दिया था जिसके लिए उन्हें निलम्बित किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपों की जांच के लिए सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) प्रयागराज मंडल को पदेन जांच अधिकारी नामित किया गया है। निलम्बन की अवधि में आलोक गुप्ता को जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि अर्ध वेतन पर देय वेतन राशि के बराबर देय होगी। ऐसे में जीवन निर्वाह भत्ता के साथ कोई मंहगाई भत्ता देय नहीं होगा। निलम्बन अवधि में आलोक गुप्ता अपनी उपस्थिति राजकीय इण्टर कॉलेज अर्जुनपुरगढ़ा जनपद फतेहपुर में देंगे।कमाई की होती है बंदरबांट
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश संरक्षक डॉ हरि प्रकाश यादव के नेतृत्व में बीते गुरूवार को बैठक हुई थी। जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे। डॉ हरि प्रकाश यादव ने कहा कि एनपीएस को अच्छा बताकर शिक्षक और कर्मचारियों को डरा-धमका कर पहले एनपीएस अकाउंट खुलवाया जाता है फिर बड़े-बड़े अधिकारियों के सहयोग से शिक्षकों और कर्मचारियों के खाते से उनकी खून पसीने की कमाई का बंदरबाट किया जा रहा है जिले में सैकड़ों शिक्षक के एनपीएस खाते से पैसा बिना किसी पूर्व सहमति से इधर-उधर किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive