प्रदर्शन हो या जलसा पैसों में मदद में कभी पीछे नहीं रहा बवाल का मास्टर माइंडएनआरसी के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान भी चर्चा में आया था बाप व बेटी का नाम जुमे की नमाज के बाद दस जून को हुए बवाल के मास्टर माइंड जावेद उर्फ जावेद पम्प काफी जाल बट्टा फैला रखा था. पैसा कमाने के लिए उसके जरिए कई क्षेत्रों में हाथ डाले गए थे. बोरिंग के पम्प का उसका बड़ा कारोबार है. पिछले कुछ वर्षों से वह प्रॉपर्टी के काम में भी उतर पड़ा था. एक ट्रस्ट के जरिए वह कौम के लोगों की खुले हाथ मदद किया करता था. पुलिस के द्वारा सर्च किए गए तथ्यों को सच मानें तो वह किसी भी प्रोग्राम में आर्थिक मदद पहुंचाने में पीछे नहीं रहा. बिरादरी के लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन हो या फिर धार्मिक आयोजन हमेशा वह खड़ा रहा है. अपने इसी मददगार छवि के जरिए वह कौम में अपनी एक अलग पहचान बना रखा था.


प्रयागराज (ब्यूरो)। बवाल के बाद मास्टर माइंड के रूप में चर्चा में आए जावेद पम्प के बारे में ज्यादातर लोग मुंह खोलने से कतरा रहे हैं। चंद लोग इतना जरूरत बताते हैं कि जावेद की आर्थिक लाइफ स्टाइल पम्प के व्यापार से ही चेंज हुई है। बोरिंग के पम्प का कारोबार शुरू किया तो वह मुड़ कर पीछे नहीं देखा। आर्थिक रूप से रिच हो चुका जावेद पिछले कई वर्षों से प्रॉपर्टी के काम में भी कदम बढ़ा दिया था। प्रॉपर्टी के काम में उसके साथ कुछ पार्टनर भी बताए जा रहे हैं। लोग कहते हैं कि उसके कुछ अन्य बिजनेस भी हैं। जिसके बारे में लोगों को बहुत डीपली जानकारी नहीं है। व्यापार के साथ वह अपने समाज की बेहतरी को लेकर होने वाले आयोजनों में भी आगे रहा है। धरना प्रदर्शन से लेकर जलसा आदि कार्यों में वह खुलकर आर्थिक मदद किया करता था। एनआरसी को लेकर यहां हुए धरना प्रदर्शन में वह खुलकर हर स्तर से खड़ा रहा। दिल रात चले इस धरने में लोगों को उसके जरिए खुलकर मदद की गई थी। यह बातें पुलिस रिपोर्ट से भी साबित हुई हैं। जेएनयू में पढऩे वाली उसकी बेटी आफरीन भी पिता के नक्शे कदम पर बताई गई। कहते हैं कि एनआरसी को लेकर चल रहे प्रदर्शन में आफरीन ने भी ओजस्वी भाषण दिया था। अब अटाला में हुए पथराव व आगजनी और तोडफ़ोड़ में एक बार फिर जावेद और उसकी बेटी का नाम चर्चा में आया है। अब पुलिस जावेद की अन्य सम्पत्तियों को भी सर्च करने व कराने में जुट गई है। पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश में है कि उसके साथ बिजनेस में वह कौन लोग हैं जो जुड़े थे।

पूरे मामले में शीर्ष अफसरों के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से की गई पूछताछ में कई बातें सामने आई हैं। जब तक उन पर पूरी तरह से जांच पूरी नहीं हो जाती कुछ भी बता पाना मुश्किल है।अनुराग शर्मा, प्रभारी निरीक्षक खुल्दाबाद

Posted By: Inextlive