लोभ के त्याग से मिलेगा शौच गुण
श्रद्धापूर्वक मनाया गया जैन तीर्थकर पुष्पदन्तनाथ का निर्वाणोत्सव
नौवें जैन तीर्थकंर पुष्पदंतनाथ का निर्वाणोत्सव मोक्षकल्याणक शुक्रवार को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस मौके पर जैन मंदिरों की विशेष सज्जा की गई तथा श्रद्धालुओं ने भगवान को नारियल के रेशे से निर्मित निर्वाण लड्डू चढ़ाया। जीरो रोड स्थित जैन मंदिर में कपिल भैया एवं सुनील कुमार जैन के निर्देशन में प्रात: जिन अभिषेक किया गया। विश्व कल्याण के लिए शांतिधारा अरुण जैन ने प्रवाहित की। इसके बाद संगीत की धुन पर पूजा-अर्चना एवं आरती हुई।इस मौके पर कपिल भैया एवं सुनील कुमार ने कहा कि चौथा दिन उत्तम शौच धर्म का है। जैन लोग लोभ त्याग के संबंध में भावना करते हैं। ठीक उसी प्रकार जैसे तृष्णा रूपी मैल को संतोष रूपी जल से धोने का प्रयत्न किया जाता है। शौच का अर्थ है मनुष्य अपने जीवन में शील, आत्मस्मरण तथा तपश्चरण आदि के माध्यम से पवित्रता धारण करे। इस मौके पर नौ किलो का विशेष लड्डू डाली जैन, सविता जैन, एकता जैन, मृदुला जैन ने अर्पण किया। सायंकाल भजन संध्या का आयोजन हुआ जिसमें श्रीमती बाबा जैन, दीपाली जैन, खुशबू जैन, रिंकी जैन एवं अराध्य जैन, सिद्धार्थ जैन आदि ने भजन प्रस्तुत किया।