जैन समाज ने की मार्दव धर्म की पूजा
प्रयागराज (ब्यूरो)। जीरो रोड स्थित जैन मंदिर मे दशलक्षण पर्व का दूसरा दिन को मार्दव धर्म के रूप में मनाया गया। इस पावन अवसर पर मुनि पावन सागर महाराज एवं मुनि सुभद्र सागर के सानिध्य मे एवं पंडित सुनील जैन के निर्देशन में धर्म आराधना व मंत्रोच्चार के साथ केसरिया वस्त्रों में संगीतमय धुनो पर भगवान का अभिषेक, शांतिधारा एवं पूजन किया गया।
सामूहिक अभिषेक भी हुआ
पर्व के दूसरे दिन बेनीगंज जैन मंदिर में भगवान की शांतिधारा संतोष जैन ने की। सामूहिक अभिषेक अभिलाष, महेश, नरेश, राजीव, ब्रजेश, अनूप जैन, राजेश जैन एवं ओम जैन ने किया। भगवान के पूजन अर्चन में अरुणा जैन, अर्चना जैन, कमला जैन, नीलम जैन, अन्जू जैन सम्मिलित रही। उत्तम मार्दव धर्म पर प्रकाश डालते हुए मुनि पावन सागर महाराज ने बताया कि अकसर धन, दौलत, शान और शौकत ईनसान को अहंकारी और अभिमानी बना देता है ऐसा व्य1ित दूसरो को छोटा और अपने आप को सर्वोच्च मानता है। यह सब चीजें नाशवंत है यह सब चीजें एक दिन आप को छोड देंगी या फिर आपको एक दिन जबरन ईन चीजों को छोडना ही पड़ेगा। नाशवंत चीजों के पीछे भागने से बेहतर है कि अभिमान और परिग्रह सब बूरे कामों में बढोतरी करते हैं जिनको छोडा जाये और सब से विनम्र भाव से पेश आए सब जिवो को जीवन जीने का अधिकार है। शाम को भगवान की आरती एवं बच्चों की फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं विजयी प्रतियोगियो को पुरस्कृत किया गया। गुरुवार को उत्तम आर्जव धर्म की पूजा की जायेगी।