साइलेंसर से शोर हुआ तो खैर नहीं
- 16 बाइकों का 10-10 हजार का चालान
- सिविल लाइंस सहित तमाम चौराहों पर चला चेकिंग अभियान PRAYAGRAJ: प्रेशर हार्न के बाद मोडिफाइड साइलेंसर के खिलाफ गुरुवार को एआरटीओ प्रशासन डा। सियाराम वर्मा व एआरटीओ प्रवर्तन सुरेश कुमार मौर्या के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। सिटी के सिविल लाइंस सुभाष चौराहा समेत आसपास के कई अन्य चौराहों पर अभियान चलाकर बाइक के साइलेंसर को चेक किया। इसके पहले प्रेशर हार्न के खिलाफ ट्रैफिक इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह यादव के द्वारा अभियान चलाया गया था। जिसमें चार बाइक पर चालीस हजार रुपये का जुर्माना किया गया था। एक लाख से अधिक का जुर्मानागुरुवार को चलाए गए अभियान में कुल दस बाइक का 1.60 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है। इस दौरान 16 मोटर साइकिल पर दस-दस हजार का चालान किया गया है। बता दें कि शहर में विभिन्न बाइक मैकेनिकों द्वारा बाइक के साइलेंसर को मोडिफाइड किया जाता है। इसके बाद साइलेंसर से तेज आवाज होती है। इसे शोर वाली हिंसा की संज्ञा दी गई है और ऐसा करने वालों के खिलाफ प्रशासन और पुलिस सक्रिय भूमिका में आ गए हैं। यही कारण है कि आरटीओ विभाग साइलेंसर की चेकिंग मशीनों द्वारा कर रहा है। यह कार्रवाई बीते कई महीनों से ठंडे बस्ते में पड़ी थी। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट द्वारा खबर का शीर्षक 'सड़कों पर हो रही शोर वाली हिंसा' प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद से ट्रैफिक पुलिस से लेकर आरटीओ विभाग तक एक्शन में नजर आ रहा है।