स्ट्रीट वेंडर्स को अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए पीएम स्वनिधि लोन की दूसरी किश्त लेना आसान नही है. क्योंकि अभी भी तीन चौथाई वेंडर्स अपनी पहली किश्त ही नही चुका सके हैं. हालांकि सरकार की ओर से लगातार लोन मेले का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें जरूरतमंद स्ट्रीट वेंडर्स को बतौर लोन दस हजार रुपए दिए जा रहे हैं. बैंकों को वेंडर्स को लोन देने की जिम्मेदारी दी गई है.


प्रयागराज (ब्‍यूराे)। जानकारी के मुताबिक प्रयागराज में कुल 25930 हाकर्स और वेंडर्स को बतौर पीएम स्वनिधि लोन दस हजार रुपए दिए गए हैं। इनमें से केवल सात हजार ने ही यह रकम बैंक को वापस की है। यह केवल 26 फीसदी ही हैं। यही कारण है कि लोन की बीस हजार की दूसरी किश्त केवल 307 लोगों को ही दी गई है। नियमानुसार जब तक पहली किश्त वापस नही करेंगे तब तक बीस हजार की दूसरी किश्त नही दी जाएगी। जो वेंडर्स बीस हजार वापस कर देंगे उनको तीसरी किश्त के रूप में पचास हजार रुपए का लोन बांटा जाएगा।90 फीसदी लक्ष्य पूरा, फिर भी निराश


जिले में 28868 स्ट्रीट वेंडर्स को लोन बांटने का लक्ष्य रखा गया था और इनमें से नब्बे फीसदी को दस हजार रुपए की किश्त दी भी जा चुकी है। बावजूद इसके वेंडर्स का कहना है कि बैंक लोन देने में पक्षपात कर रहे हैं। जो वाकई जरूरतमंद हैं उनको कागजी खानापूर्ति के नाम पर दौड़ाया जा रहा है। कुछ मामलों में यह भी देखने में आया कि बैंक के पोर्टल पर लोन डिस्पर्स दिखा रहा है लेकिन यह वेंडर्स के खाते में नही पहुंचा है। इसको लेकर भी कई वेंडर्स बैंक का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। बता दें कि 35 बैंकों को लोन बांटने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिस पर डूडा और हाकर एसोसिएशन लगातार नजर रख रहे हैं।कैसे मिलता है लोनबता दें कि प्रधानमंत्री स्वनिधि लोन योजना के लिए स्ट्रीट हाकर्स या वेंडर्स को लोन दिया जाता है। इसमें पात्र बनने वालों को नगर निगम का स्ट्रीट वेंडर्स का लाइसेंस, आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटोकॉपी देनी होती है। फिर इनके नामों को डूडा द्वारा सेलेक्ट संबंधित बैंक की ब्रांच को फारवर्ड कर दिया जाता है। बैंक पात्र वेंडर के कागजात चेक करने के बाद उनके खाते में पैसा ट्रांसफर करता है। अगर बैंक को कागजात पूरे नही मिले तो वह अप्लीकेशन को कैंसिल भी कर देता है। 14, 15 और फिर 24 और 25 मार्च को लोन देने के लिए कैंप लगाया गया था।नब्बे फीसदी को लोन दिया जा चुका है। जो लोग पहला लोन अदा कर चुके हैं उनको दूसरा बीस हजार का लोन दिया जाएगा। हालांकि वापस करने वालों की संख्या कम है। हमारी ओर से लगातार कैंप लगाए जा रहे हैं।अंशुमान सिंह, मिशन मैनेजर, डूडा नगर निगम

हमारी बैंकों से अपील है कि पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त तरीके से वेंडर्स को लोन उपलब्ध कराया जाए। ऐसा नही हुआ तो हमारा संगठन इसकी शिकायत बैंक लोकपाल, रीजनल मैनेजर, डीएम आदि से करेगा। रविशंकर द्विवेदी, महामंत्री, नेशनल हाकर फेडरेशन प्रयागराज

Posted By: Inextlive