Allahabad: होलिकाएं तो बसंत पंचमी के दिन ही स्थापित हो चुकी थीं. अब इस पर होलिका दहन के दिन जलाई जाने वाली लकड़ी की मात्रा दिनों दिन बढ़ती जा रही है. मोहल्लों में इसके लिए प्लानिंग शुरू हो चुकी है. हर किसी की कोशिश है कि इसे सबसे ज्यादा बड़ा रूप दिया जाय. इसके लिए चंदा भी जुटाया जाने लगा है. यहां तक तो ठीक है. लेकिन सिटी में कुछ स्थान ऐसे भी हैं जहां होलिकाओं को इलेक्ट्रिक वायर के ठीक नीचे स्थापित कर दिया गया है. होलिका दहन वाले दिन उठने वाली लपटें न सिर्फ वॉयर्स को नुकसान पहुंचा सकती हैं बल्कि यह बवाल का कारण भी बन सकती है. हालांकि बिजली विभाग के ऑफिसर्स इसे नोटिस ले चुके हैं और इसी के अॅकार्डिंग एक्शन लेना भी प्लान कर चुके हैं. लेकिन खतरा यहां भी है. पब्लिक से सीधे टकराना भी खतरनाक है.

Electric department हुआ alert विद्युत वितरण मण्डल फस्र्ट नगर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी उपखण्ड अधिकारियों को एक लेटर जारी किया है। इसमें साफ कहा गया है कि सिटी में जिन स्थानों पर बिजली की एलटी एवं एचटी लाइनों के नीचे होलिका दहन के लिए भारी मात्रा में लकड़ी या अन्य कोई ज्वलनशील घास, पत्ती आदि एकत्र किया गया है या फिर इसकी होलिका जलाने की तैयारी की जा रही है, तो इसे हटवाना सुनिश्चित करें। क्योंकि, इससे उठने वाली आग की लपटें वायर्स और कंडक्टर, केबिल को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके चलते सिटी में बिजली की बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है।  

गलियों में ज्यादा है खतरा 

सिटी के कई एरियाज में बिजली सप्लाई के लिए संकरी गलियों से एचटी व एलटी लाइनों का जाल बिछा हुआ है। सिटी में कई जगहों पर संकरी गलियों में होलिका दहन होता है। विभाग जिन एरियाज को लेकर ज्यादा चिंतित है उनमें बहादुरगंज, मुठठीगंज, हटिया चौराहा, रामबाग, लोकनाथ, भारती भवन, मालवीय नगर, चौक, अतरसुइया, रानी मंडी, जीरो रोड, जानसेनगंज, शाहगंज, नखास कोना, हीवेट रोड, साउथ मलाका, खुल्दाबाद, मीरापुर आदि शामिल हैं। इन जगहों पर होलिकादहन के दि जलाए जाने वाले सामानों की मात्रा लगातार बढ़ रही है।  

सभी जेई व एसडीओ को आदेश दे दिया गया है कि जहां भी वायर के नीचे होलिकाएं स्थापित हैं उन्हें हटाया जाए ताकि किसी प्रकार की कोई घटना न हो। जरुरत पडऩे पर पुलिस का भी सपोर्ट लिया जाएगा. 

डीके दोहरे अधीक्षण अभियंता विद्युत नगर वितरण मण्डल फस्र्ट 


Posted By: Inextlive