लाइफ में क्या पाया है यह इम्पार्टेंट नहीं है. हमने क्या छोड़ा है यह ज्यादा जरूरी है. क्योंकि बिना कुछ छोड़े लाइफ में कुछ भी एचीव करना मुश्किल है. जिन्होंने भी लाइफ में कोई एचीवमेंट पाया है उन्होंने कहीं न कहीं त्याग किया है. किसी ने रिश्ते का तो किसी ने अपनी चाहत और आदतों का. स्टूडेंट्स आजकल लाइफ में सक्सेज पाने के लिए शार्ट कट अपनाना चाहते हैं. वह कुछ देना नही चाहते. समय भी नहीं देते हैं. जबकि लाइफ में कुछ पाने के लिए उचित मार्गदर्शन की जरूरत होती है. जिससे उन्हे करियर बनाने में आसानी हो. इसी उददेश्य को पूरा करने के लिए दैनिक जागरण आई- नेक्स्ट और मानव रचना एजूकेशन इंस्टीट्यूशंस की ओर से विज्ञान परिषद सभागार में सोमवार को सक्सेज मंत्रा सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें कई स्कूलों के स्टूडेंट््स ने पार्टिसिपेट कर टिप्स जाने. एक्सपट्र्स ने स्टूडेंट्स के सवालों का जवाब भी दिया.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सेमिनार की शुरुआत में मोटिवेशनल स्पीकर आदित्य गोयल ने स्टूडेंट्स को लाइफ मे करियर चूज करने के टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि लाइफ में किन चीजों को फॉलो करके आप आगे बढ़ सकते हैं। इसके लिए न्होंने पांच सक्सेज मंत्रा पर फोकस किया और इन्हें एग्जाम्पल के साथ समझाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने करियर को दूसरों की सलाह से तय करते है या कुछ लोग करियर को किस्मत के भरोसे छोड़ देते हैं जो उचित नही है। अगर आपको आगे आना है तो लाइफ में पांच सक्सेज मंत्र फॉलो करने होंगे।

हाइएस्ट वर्क एथिक्स लाइफ में हमेशा अपने काम और जिम्मेदारी को सबसे ऊपर रखना होगा। जैसे आर्र्मी के जवान अपना घर परिवार और रिश्तों को छोड़कर सीमा पर अपने देश की सुरक्षा में तैनात होते हैं। यही कारण है कि पूरा देश उनकी इज्जत करता है।

बी एन एक्सपर्ट किसी भी काम को करना है तो उसे स्पेशलिस्ट की तरह पूरा करिए। जैसे एक फिजीशियन बनना तो आसान है लेकिन एक स्पेशलिस्ट डॉक्टर बनना कठिन है। ऐसे डॉक्टर को अधिक फीस और समाज में उनकी मांग भी अधिक होती है।

स्ट्रांग एटीड लाइफ में तीन तरह के एटीट््यूड वाले लोग मिलते हैं। पाजिटिव, निगेटिव और न्यूट्रल। पाजिटिव एटीट्यूड वाले आगे बढ़ते हैं बल्कि बाकी दो कैटेगरी वाले पिछड़ जाते हैं। इसलिए हमेशा स्ट्रांग पाजिटिव एटीट्यूड रखना चाहिए।

फोकस ऑन प्रजेंट जो आपके सामने मौजूद है उस पर फोकस करिए। इधर उधर भटकने से कोई फायदा नहीं होता है।

सेक्रीफाइज साइना नेहवाल मूवी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि लाइफ में सक्सेज पाने के लिए उन चीजों का त्याग करना जरूरी है जो आपको रास्ते से भटकाएं। हमेशा अपने गोल की तरफ बढ़ो।

इन्होंने किया मार्गदर्शन
सेमिनार में मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट रिसर्च एंड स्टडीज के डिप्टी डायरेक्टर मार्केटिंग हेड आउटरीज नवीन कुमार, पैन इंडिया के हेड लाइफ एंड करियर डेवलपमेंट नीतेश, असिस्टेंट ्रप्रो। हनु भारद्वाज, मोटिवेशनल स्पीकर इंजी। आदित्य गोयल, दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के एडिटोरियल हेड श्याम शरण श्रीवास्तव व मार्केटिंग मैनेजर अनुराग खरे ने दीप प्रज्जवलन किया। सेमिनार में आए सभी अतिथियों को तुलसी का पौधा देकर स्वागत किया गया।

मिलेगी स्कॉलरशिप
सेमिनार में मानव रचना एजूकेशन इंस्टीट्यूशंस के डिप्टी डायरेक्टर मार्केटिंग एड आउटरीच नवीन कुमार ने बताया कि सेमिनार में पार्टिसिपेट करने वाले स्टूडेंट्स को अगले सात दिनों तक रजिस्ट्रेशन कराने पर विशेष स्कॉलरशिप दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मानव रचना एजूकेशन इंस्टीट्यूशंस स्टूडेंट्स के सपनों को साकार करने के लिए बेहतर आप्शन है। यहां स्टूडेंट्स को इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी, कम्प्यूटर अप्लीकेशन, मैनेजमेंट स्टडीज एंड ह्यूमैनिटीज, न्यूट्रीशंस एंड डायटेटिक्स, अप्लाइड साइकोलाजी, लिबरल लैंग्वेज, कामर्स एंड बिजनेस स्टडीज, लॉ एजूकेशन, इलाइड हेल्थ साइंस, इकोनामिक्स, डेंटल सर्जरी, आर्किटेक्चर एंड डिजाइन, माइक्रोबायलाजी आदि कोर्सेज आफर किए जाते हैं।

दिलचस्प अंदाज से जीता दिल
इस दौरान मोटिवेशनल स्पीकर आदित्य गोयल ने स्टूडेंट्स का खूब दिल जीता। उन्होंने गेम्स और क्वेश्चन आंसर के जरिए उनसे कई सवाल पूछे। इनमें स्टूडेंट्स ने बढ चढ़कर हिस्सा लिया। जैसे जैसे समय आगे बढ़ा स्टूडेंटस ने कांफिडेंस में आकर सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आंख मूंदकर ड्रीम देखें और उसे पूरा करने के लिए अपना सबकुछ लगा दें। किसी दूसरे की सलाह पर मत जाएं। सोशल मीडिया का यूज केवल मनोरंजन के लिए करें, इसकी आदत डालेंगे तो पढऩे का मजा खराब हो जाएगा।

बच्चों ने पूछी मन की बात
जब छात्र दसवीं में जाते तभी से उनके मन में करियर को लेकर कई सवाल चलने लगते हैं। जैसे दसवीं और बारहवीं के बाद क्या ऑप्शन है। सेमिनार में भी बच्चों ने कई सवाल उठाए, जो इस तरह से रहे।
- अगर बारहवीं में साइंस लेंगे तो कौन सा सब्जेक्ट चूज करें।
- इन दिनों मकरिस के फील्ड में क्या बदलाव आ रहे हैं।
- बारहवीं होने के बाद प्रोफेशनल कोर्स करने से फायदा होगा या फिर अन्य।
- बेहतर कॉलेज का सेलेक्शन किस आधार पर किया जाए।
पार्टिसिपेट करने वाले स्कूल और उनके टीचर्स को थैंक्स
- गंगा गुरुकुलम फाफामऊ, प्रिंसिपल अप्लना डे
- एलडीसी पब्लिक स्कूल सोरांव, प्रिंसिपल गीता अरोरा
- प्रयागराज पब्लिक स्कूल फाफामऊ, प्रिंिसपल डॉ। एमएम पांडेय, टीचर्स डॉ। धनंजय मिश्रा, राकेश मिश्रा, अंकज सिंह
- आर्य कन्या इंटर कॉलेज, प्रिंसिपल
- रामानुजन पब्लिक सकूल झलवा, प्रिंसिपल विभा मिश्रा, टीचर शलभ कपूर
- श्रीमहाप्रभु पब्लिक स्कूल, प्रिंसिपल रवींद्र बिरदी, टीचर अपूर्वा मिश्रा, दिक्षा त्रिपाठी, शशि प्रकाश शुक्ला, आकाश त्रिपाठी, संजय कुमार सिंह

कैसे बनें बेहतर इंजीनियर
असिस्टेंट प्रोफेसर हनु भारद्वाज ने कहा कि मानव रचना एजूकेशन इंस्टीट्यूशंस में स्टूडेंट्स को बेहतर प्लेसमेंट दिया जाता है। डिग्री कम्प्लीट होने से पहले ही प्लेसमेंट के लिए कंपनियां आने लगती है। हमारे यहां बच्चों को अलग से स्किल डेवलपमेंट और स्पोट्र्स की ट्रेनिंग दी जाती हे। स्टूडेंट्स को पूरी गाइड लाइन फॉलो कराई जाती है ताकि वह एक परफेक्ट इंजीनियर बन सकें। कार्यक्रम के अंत में लकी ड्रा के जरिए विनर्स का चयन किया गया।

बहुत अच्छी सेमिनार थी। हमने बहुत कुछ सीखा है। पता चला कि कैसे अच्छे कॉलेज का चयन किया जाए। स्पीकर्स बहुत अच्छे थे।
आलोक सिंह, लकी विनर छात्र

हमने कायदे से स्पीकर्स को सुना और इसके आधार पर ही सवालों के जवाब दे सके हैं। यही कारण है कि जीतने के बाद लकी विनर बनने का मौका मिला है।
हरिओम पांडेय, लकी विनर छात्र

ऐसे आयोजन हमेशा होने चाहिए। इससे हम लोगों को उचित करियर आप्शन चुनने का मौका मिलता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को थैंक्स।
आस्था सिंह, लकी विनर छात्रा

आजकल छात्र केवल इस लिए कन्फ्यूज हो जाते हैं कि उन्हें पता ही नही चलता कि करियर बनाने के लिए आप्शन का चुनाव कैसे करें। यहां यह क्वेरी साल्व हो गई।
प्रिंस कुमार यादव, लकी विनर छात्र

पहली लाइन से ही हमे यह सेमिनार बेहतर लगा। हमारी कई क्वेरीज का साल्यूशन यहां मिला है। हमें पता चला कि एक अच्छे इंस्टीट्यूट के मापदंड क्या होते हैं।
देवांश सिंह, लकी विनर छात्र

स्टूडेंट्स की सबसे बड़ी समस्या बारहवीं के बाद कॉलेज चुनने की होती है। आज के सेमिनार में मानव रचना ने हमें उचित मार्गदर्शन दिया है।
श्रेयस यादव, लकी विनर छात्र

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और मानव रचना ने सेमिनार के माध्यम से छात्रों को नई दिशा देने का काम किया है। दोबारा मौका मिला तो फिर आऊंगा।
कुशाग्र त्रिपाठी, लकी विनर छात्र

ऐसा पहली बार है कि इस तरह की सेमिनार में पार्टिसिपेट करने का मौका मिला था। इससे पहले हम केवल सुनते थे।
अदीबा, लकी विनर छात्रा

बच्चों को सेमिनार में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं। ये सभी जानकारियां हमें हमें भविष्य बेहतर करियर बनाने में काम आएंगी।
प्राची वर्मा, लकी विनर छात्रा

बारहवीं के बाद हमारे पास विकल्प चुनने में काफी दिक्कत होती है। लेकिन इस सेमिनार ने हमारी यह उलझन दूर कर दी है।
शिवांश मिश्रा, लकी विनर छात्र

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित सेमिनार से हमें काफी फायदा मिला है। भविष्य से जुड़ी कई क्वेरीज का समाधान मिला है।
सृष्टि वर्मा, छात्रा

गेम्स और एग्जाम्पल के जरिए हमें जो भी बताया गया कि वह सीधे समझ में आया है। इसलिए हमें करियर चुनने में दिक्कत नही होगी।
प्रियांशु, छात्र

यहां आने के बाद पता चला कि लाइफ में मार्गदर्शन की कितनी जरूरत होती है। आमतौर पर इस बारे में हमे पता नही चल पाता है।
अर्चना, छात्रा

मैंने अपने लाइफ के गोल को सेट करने की तैयारी की है और इस सेमिनार में आने के बाद यह अब पहले से अधिक आसान हो गया।
खुशी शर्मा, छात्रा

यहां हमने खूब इंज्वॉय किया है। पता ही चला कि कब समय बीत गया। बहुत आसान तरीके से हमे भविष्य में बारे में बताया गया।
ऋषभ, छात्र

जब भी मौका मिले अपने करियर गोल के बारे में सोचना चाहिए। इस केलिए यह भी तय कर लें कि हम आसानी से क्या हासिल कर सकते हैं।
पार्थ मिश्रा, छात्र

यह लाइफ का ऐसा पड़ाव होता है जब छात्रों को पता नही होता कि उनका भविष्य किस तरह से बेहतर बनेगा। ऐसे में मानव रचना की सेमिनार उनके लिए अच्छा विकल्प बन सकती है। इस मंच के जरिए हम छात्रों को आसानी से अपना गोल सेट करने के लिए तैयार करते हैं।
इंजी। आदित्य गोयल, मोटिवेशनल स्पीकर

हमारे यहां बच्चों को प्लेसमेंट के लिए स्पेशली तैयर किया जाता है। उन्हें स्पेशलिस्ट इंजीनियर बनाया जाता है। उनको ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाता है। ताकि वह डिग्री पाने के बाद खुद को तैयार पाएं। बहुत से छात्रों का प्लसेमेंट डिग्री मिलने से पहले ही हो जाता है।
हनु भारद्वाज, असिस्टेंट प्रोफेसर, मानव रचना एजूकेशन इंस्टीट्यूशंस

कोर्स का चयन करते समय स्टूडेंट्स अपनी रुचि का ध्यान रखें। इंजीरियरिंग और आईटी की बढ़ती डिमांड का देखते हुए आप इसमें करियर बनाने के बारे में सोच सकते हैं। लेकिन पहले खुद की दिलचस्पी देखें कि ये खुद को किसमें कम्फर्टेबल महसूस करते हैं। वही रास्ता चुनें जिसमें कंफर्ट हों।
नवीन कुमार, डिप्टी डायरेक्टर मार्केटिंग एंड आउटरीच, मानव रचना एजूकेशन इंसटीट्यूशंस

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट का शुक्रिया जो स्टूडेंट्स के लिए लगातार ऐसे वर्क कर रहे हैं। हमने देख कि अपने करियर को लेकर स्टूडेंट््स भी बहुत अधिक उत्साहित हैं। उनको अपने भविष्य को लेकर पाजिटिव एप्रोच की जरूरत है। यह मंच हम प्रदान करते हैं। हमने बताया कि कैसे खुद को अच्छे करियर के लिए तैयार किया जा सकता है।
नीतेश, पैन इंडिया हेड, लाइफ एंड करियर डेवपलमेंट, मानव रचना एजूकेशन इंस्टीट्यूशंस

Posted By: Inextlive