धरने पर नौनिहाल, उठाए सवाल
ईश्वर शरण आश्रम पद्धति विद्यालय के छात्रों ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन
खाने से लेकर शिक्षण व्यवस्था में लापरवाही का लगाया आरोप प्रशासन ने लिया एक्शन, कमेटी करेगी विद्यालय की व्यवस्था की निगरानी ALLAHABAD: पढ़ने-लिखने की उम्र में इन बच्चों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन करना शुरू किया तो देखने वाले भी हैरान रह गए। देखते ही देखते वहां मजमा लग गया। यह बच्चे स्कूल की पठन-पाठन और भोजन प्रणाली की शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से करने आए थे। मामला विकास विद्यालय ईश्वर शरण (आश्रम पद्धति)) सलोरी का है। यहां पढ़ने वाले बच्चों की शिकायत पर अधिकारियों ने कमेटियां बनाकर स्कूल पर नजर रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रिंसिपल पर मढ़े आरोपछात्रों का कहना था कि स्कूल के प्रिंसिपल नहीं चाहते कि एससी, ओबीसी और एसटी के छात्र पढ़ लिखकर आगे बढें। नौवीं और दसवीं के छात्रों को पढ़ाने के लिए स्कूल प्रशासन की ओर से सामाजिक विषय के टीचर उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं, जिससे पठन-पाठन पिछड़ रहा है। लिखित शिकायत में कहा गया कि हास्टल की मरम्मत के लिए चार लाख रुपए आए थे, लेकिन प्रिंसिपल का कहना है कि सभी खर्च हो गए। इतने पैसे में विद्यालय में केवल चार पंखे ही लगाए जा सके हैं। जिले के चार राजकीय आश्रम पद्धति में से तीन इंटरमीडिएट तक हो गए हैं लेकिन हमारा विद्यालय अभी भी वहीं का वहीं है। प्रिंसिपल कहते हैं सरकारी फंड वापस चला गया है, अब कुछ नहीं हो सकता।
10वीं को पढ़ा रहे प्राइमरी टीचर छात्रों का कहना था कि विद्यालय में एक से पाचवीं तक क्लास के लिए संविदा टीचर रखे गए हैं लेकिन जूनियर कक्षाओं के लिए कोई टीचर भर्ती नहीं की गई। हालात यह हैं कि प्राइमरी क्लास के टीचर नौवीं और दसवी के छात्रों को पढ़ा रहे हैं। छात्रों ने बताया कि हमारे स्कूल में भोजन के लिए अब दस की जगह 79 रुपए का मद प्रति छात्र आता है लेकिन गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है। प्रिंसिपल से शिकायत करते हैं तो वह डांट कर भगा देते हैं। ज्यादा बोलने पर फेल किए जाने की धमकी दी जाती है। छात्रों का कहना था कि विद्यालय की हालत खराब है, कोई भी उनकी सुध नहीं ले रहा। इससे उनके भविष्य पर खराब असर पड़ रहा है। रहेगी स्कूल पर नजरबुधवार दोपहर छात्र कलेक्ट्रेट स्थित एडीएम सिटी कार्यालय पर नारेबाजी कर रहे छात्रों की प्रशासनिक अधिकारियों ने सुनवाई की। मौके पर मौजूद एसीएम फर्स्ट और डिप्टी कलेक्टर ने स्कूल प्रशासन को भोजन और पठन-पाठन कमेटियां बनाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यह कमेटी स्कूल की कार्यप्रणाली पर नजर रखेगी और समय-समय अपना प्रतिवेदन एडीएम सिटी को सौंपेंगे। छात्रों की समस्याओं को लेकर स्कूल प्रशासन से रिपोर्ट भी मांगी गई है।
ऐसा नहीं है। विद्यालय में भोजन मिल रहा है और पढ़ाई भी उचित प्रकार चल रही है। कोई इन बच्चों को भ्रमित कर रहा है, जिससे यह शिकायत करने पहुंच गए। प्रशासन के आदेश पर कमेटियां बनाई जा रही हैं। नंद कुमार द्विवेदी, प्रिंसिपल