आपने जो सोने का गहना खरीदा है वह हालमार्क है या नही? सोने की खरीदारी करते समय इसको जरूर चेक कर लें. क्योंकि शहर में महज 35 फीसदी ज्वैलर्स ही हैं जिन्होंने जीएसटी और बीआईएस का रजिस्ट्रेशन नही कराया है और वह बिना हालमार्किंग कराए सोने की खरीद फरोख्त धड़ल्ले से कर रहे हैं. बिना यूनिक आईडी और मुहर भविष्य में इसका खामियाजा खरीदारों को भुगतना पड़ सकता है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। हालमार्किंग वाले सोने में एक नही बल्कि चार ऐसे साइन होते हैं जिनसे इन्हें पहचाना जाता है। एक मुहर फर्म, दूसरी जीएसटी, तीसरी यूनिक आईडी और चौथी मुहर हालमार्क सेंटर की लगाई जाती है। इसके बाद सोना बेचने की अनुमति दी जाती है। इससे यह प्रूफ होता है कि सोना कितने कैरेट का है और उसमें शुद्धता कितनी है। कहीं ग्राहक को मिलावटी या बिलो स्टैंडर्ड का सोना तो ऊंचे दाम में नही बेचा जा रहा है।

जल्द होगी सरकार की सख्ती
वर्तमान में जिले में तीन हजार छोटे बड़े ज्वैलर्स मौजूद हैं।
इनमें से महज 35 फीसदी ने ही जीएसटी और बीआईएस के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
ऐसा करके वह सोने की हालमार्किंग कराने बचने की कोशिश कर रहे हैं।
हाल ही में चलाए गए अभियान के बाद जीएसटी विभाग ने ज्वैलर्स आगे आकर जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की थी।
ऐसा नही होने पर धर पकड़ अभियान भी चलाया जा सकता है।

खोले जा रहे हैं नए सेंटर
इस समय महज दो सेंटर के जरिए सोने की हालमार्किंग की जा रही है। जबकि दुकानों के हिसाब से चार से पांच हालमार्क सेंटर की डिमांड है। जिन लोगों ने सेंटर के लिए अप्लाई किया है उनका कहना है कि सरकार ने लाइसेंस लेने के लिए पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की एनओसी भी अनिवार्य कर दी है। इसकी वजह से दिक्कत पेश आ रही है। अब सेंटर खोलना इतना आसान नही है। मौजूदा समय में संचालित दो सेंटर में रोजाना बमुश्किल दो किलो सोने की हालमार्किंग हो पा रही है। जबकि डिमांड इससे अधिक की है। सौ फीसदी दुकानों का जीएसटी और बीआईएस में रजिस्ट्रेशन हुआ तो एक दर्जन हालामार्क सेंटर की शहर में जरूरत पड़ेगी।

क्या है हालमार्किंग और बीआईएस रजिस्ट्रेशन
सरकार की ओर से सोने की हालमार्किंग अनिवार्य कर दी गई है। इसके लिए बीआईएस यानी ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडडर््स में रजिस्टे्रशन कराना अनिवार्य होता है। साथ ही सोने की हालमार्किंग कराई जाती है। इसमें सोने की शुद्धता की जांच कर उसमे मुहर लगाई जाती है। इस दौरान सोने के आभूषण का यूनिक कोड जनरेट किया जाता है। जिसमें इस सोने के मैनुफैक्चरिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी होती है। इसका लाभ सबसे ज्यादा उपभोक्ता को होता है।

बहुत से दुकानदार हैं जो अपना रजिस्ट्रेशन जीएसटी और बीआईएस में नही करा रहे हैं। सेल टैक्स विभाग के अधिकारियों ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती बरतने की बात कही है। ग्राहकों को शुद्ध सोना उपलब्ध कराने के लिए हालमार्किंग बहुत अधिक आवश्यक है।
दिनेश सिंह
अध्यक्ष, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन प्रयागराज
इस समय शहर में दो हालमार्क सेंटर हैं। नए सेंटर खुलने की सूचना मिली है। धीरे धीरे दुकानदार जागरुक हो रहे हैं। अगर जीएसटी और बीआईएस रजिस्ट्रेशन बढ़ेगा तो नए सेंटर की जरूरत पड़ेगी। वरना दिक्कत हो सकती है।
पवन तिवारी, संचालक, हालमार्क सेंटर चौक प्रयागराज

Posted By: Inextlive