- यूनाइटेड मेडिसिटी मामले में गठित समिति ने अभी डीएम को नहीं सौंपी जांच रिपोर्ट

- राजनीतिक संगठन और आमजन उतरे सड़कों पर, घटना के विरोध में जल्द इंसाफ दिलाने की मांग की

तीन साल की मासूम खुशी मिश्रा की मौत के बाद उसे इंसाफ दिलाने की मांग जोर पकड़ रही है। तमाम राजनीतिक संगठनों ने रविवार को भी सड़क पर उतरकर यूनाइटेड मेडिसिटी द्वारा इलाज में लापरवाही बरतने का विरोध दर्ज कराया। वहीं डीएम भानुचंद्र गोस्वामी द्वारा गठित कमेटी की जांच प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो सकी है। वहीं सोमवार को हॉस्पिटल के पीआरओ की तरह जवाब देने वाले सीएमओ ने भी कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है।

सड़क पर उतरे कांगे्रसी

यूनाइटेड मेडिसिटी द्वारा तीन साल की मासूम के अधूरे इलाज से हुई मौत का चौतरफा विरोध दर्ज कराया जा रहा है। इसी क्रम में नाराज कांग्रेसियो ने तेलियरगंज चौराहे पर मासूम बच्ची को न्याय दिलाने के लिये सड़क पर उतरकर दोषियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी। यूपी कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य मुकुन्द तिवारी का कहना था कि निजी नìसग होम द्वारा मासूम के साथ हुई दर्दनाक घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया। मुकुन्द ने बताया कि पीडि़त परिवार को न्याय मिलने तक आन्दोलन जारी रहेगा। मौके पर कांग्रेसी हसीब अहमद, शिवमूíत, अतुल पाण्डेय, हाजी जाकिर, रवि कुशवाहा, अंजनी पाण्डेय, संदीप त्रिपाठी, राजेन्द्र कुमार, नन्दकेशरी समेत आदि लोग मौजूद रहे।

प्रति जलाकर जताया विरोध

ख़ुशी को न्याय दिलाने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ भवन पर छात्रों एवं पूर्व उपाध्यक्ष आदिल हमजा के नेतृत्व में यूनाइटेड मेडीसिटी हॉस्पिटल की प्रति जला कर विरोध दर्ज किया। सपाईयों ने कहा कि जिस हॉस्पिटल ने पैसे के अभाव में ऑपरेशन करके बच्ची के पेट में टांका नही लगाया, उसे तत्काल सीज किया जाए। साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि परिजनों को मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि न्याय नही मिलने तक सड़क पर आंदोलन किया जाएगा। मौके पर अवनीश यादव, मुबशीर, सम्राट, राहुल पटेल, मसूद, जितेंद्र, धनराज, उपेंद्र आदि उपस्थित रहे।

पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग

इलाहाबाद विवि पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने नेशनल मेडिकल कमीशन एवं बाल आयोग, प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर यूनाइटेड मेडसिटी हॉस्पिटल पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की। पत्र में हॉस्पिटल के अनैतिक कृत्य की शिकायत की गई। तमाम रिपो‌र्ट्स एवं वीडियो को संलग्न करते हुए हॉस्पिटल पर कठोर कार्रवाई कर लाइसेंस कैंसिल करने की मांग की गई। साथ ही राष्ट्रीय बाल आयोग को पत्र लिखकर अवगत कराया गया कि बाल आयोग द्वारा जिला प्रशासन को आदेशित किया गया था कि अस्पताल प्रबंधन पर FIR दर्ज किया जाए जिसका पालन नही किया गया है।

अनुमति नही मिलने पर कार्यक्रम स्थगित

ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) बच्ची की आत्मा के शांति के लिए युवा इकाई के महानगर अध्यक्ष इफ्तेखार अहमद मंदर द्वारा कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि सभा रखी गई थी, जिस पर प्रशासन ने सहमति नही दी। इस पर पार्टी प्रवक्ता अफसर महमूद ने कहा कि मासूम बच्चे को बचाने के लिए प्रशासन कैंडल भी नही जलाने दे रहा है। उन्होंने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाकर कार्यक्रम स्थगित कर दिया।

दिख गया परिजनों का दर्द

मामले में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के स्वर भी बदल गए हैं। अभी तक यूनाइटेड मेडिसिटी प्रशासन को साफ सुथरा बना रहे अधिकारी अब खुशी के परिजनों के पक्ष की बात करने लगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि मरीज के पक्ष से भी मामले की जांच की जा रही है। उनका बयान दर्ज कराया जा रहा है। इसके बाद फाइनल रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी। बता दें कि बाल संरक्षण आयोग ने भी जिला प्रशासन से मामले की रिपोर्ट मांगी है। इसके आधार पर डीएम भानुचंद्र गोस्वामी की ओर से गुरुवार को एडीएम सिटी और सीएमओ की एक संयुक्त समिति गठित कर दी थी। इस समिति ने रविवार तक रिपोर्ट नही सौंपी थी।

क्या है मामला

बता दें कि गुरुवार को तीन साल की करेंहदा गांव की खुशी मिश्रा की मौत हा गई थी। परिजनों का आरोप था कि यूनाइटेड मेडिसिटी द्वारा अधिक पैसे की मांग की थी। जिसे नही देने पर इलाज में लापरवाही बरती गई और बच्ची की सर्जरी करने के बाद उसका पेट खुला छोड़ दिया गया। इसके दो दिन बाद पांच मार्च को उसकी मौत हो गई। इस मामले में परिजनों की शिकायत पर डॉ। अंकित गुप्ता के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।

अभी मामले की जांच चल रही है। इसके सभी पक्षों को ध्यान में रखकर फाइनल रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी।

एके कनौजिया, एडीएम सिटी

परिजनों के पक्ष से भी मामले की जांच की जा रही है। उनका बयान दर्ज किया जा रहा है। इसके बाद ही फाइनल रिपोर्ट दी जाएगी।

डॉ। प्रभाकर राय, सीएमओ प्रयागराज

Posted By: Inextlive