प्रशासनिक सेवा में रूचि ने दी सफलता
नाम - युगांतर त्रिपाठी
पिता - रवि प्रकाश त्रिपाठी मां - मधु त्रिपाठी बड़े भाई - अंशुमान त्रिपाठी, साफ्टवेयर इंजीनियर व देवव्रत त्रिपाठी, साइंटिस्ट भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर, मुम्बई हाईस्कूल - माधव ज्ञान केन्द्र इंटर कालेज, नैनी 2004 इंटरमीडिएट - रण पंडित इंटर कालेज, नैनी 2006 बीटेक - गौतम बुद्ध टेक्निकल यूनिवर्सिटी से 2011 ---------------------- - पीसीएस 2019 में दूसरे स्थान पर रहे नैनी के युगांतर त्रिपाठीनैनी पुराफतेह मोहम्मद के रहने वाले युगांतर त्रिपाठी ने पीसीएस 2019 में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत के दौरान युगांतर त्रिपाठी ने बताया कि प्रशासनिक सेवा में जाना उनका बचपन से ही सपना था। हालांकि इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने बीटेक में दाखिला लिया और इंजीनियरिंग पूरी की। इसके बाद 2015 में उनका सलेक्शन जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में इंजीनियर के पद पर हो गया। एक साल तक जॉब करने के बाद अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जॉब छोड़ दी और दिल्ली चले गए। उसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी। जिसका परिणाम आज सामने है।
बगैर कोचिंग के रिफरेंस से की तैयारीयुगांतर त्रिपाठी ने बताया कि 2017 में उन्होंने पहली बार पीसीएस एग्जाम दिया। लेकिन, उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने पीसीएस 2018 के लिए प्रयास किया और इंटरव्यू तक पहुंचे। इस बार भी वह सफल नहीं हुए। तीसरे प्रयास में उन्होंने पीसीएस 2019 में सफलता हासिल की। अपनी सफलता का श्रेय वह अपने पैरेंट्स और बड़े भाईयों को देते हैं। युगांतर बताते है कि उनके दूसरे नम्बर के भाई देवव्रत त्रिपाठी ने हर कदम पर उनको मोटिवेट किया। यहीं कारण था कि जॉब छोड़ने से लेकर पीसीएस में सफलता मिलने तक उनका मोटिवेशन काम आया। तैयारी को लेकर उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी कोचिंग नहीं की। तैयारी के दौरान वह नियमित रूप से 10 से 12 घंटे तक पढ़ाई करते थे। हालांकि इस दौरान उन्होंने बुक्स और रिफरेंस की हेल्प से तैयारी की।
सोशल मीडिया पर भी देते हैं समय युगांतर त्रिपाठी ने बताया कि सोशल मीडिया पर भी वह एक्टिव रहते हैं। हालांकि तैयारी के समय उन्होंने थोड़ी दूरी बना रखी थी। उन्होंने बताया कि अभी उनकी यात्रा जारी है, क्योकि उनका गोल आईएएस बनना है। उसके लिए वह अपना प्रयास जारी रखेंगे।