संक्रमण घटा, थम नहीं रहा मौत का सिलसिला
बुधवार को सबसे ज्यादा 22 मौतें, आर्गन फेल्योर बन रहा मौत का कारण
बुधवार को 1493 संक्रमित मिले, 2458 मरीज हुए स्वस्थशहर में कोरोना संक्रमण का ग्राफ भले ही कम हुआ हो, लेकिन मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसमें कमी नहीं आ रही है। बुधवार को संक्रमण की दर कम होकर 1493 पर आ गई लेकिन मौतों का आंकड़ा सबसे ज्यादा रहा। पिछले एक साल में सबसे ज्यादा मौतें 22 दर्ज की गईं जो चिंता का विषय रहीं। डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज इतने अधिक सीरियस हो रहे हैं कि आर्गना फेल्योर उनकी मौत का कारण बन रहा है। बॉडी को प्रॉपर आक्सीजन नहीं मिलने से उनकी मौत हो रही है। एक्सपर्टस का कहना है कि संक्रमण भले ही कम हो जाए लेकिन मौतों का आंकड़ा कुछ दिन तक बढ़ा रहेगा। लंबे समय तक संकमण की दर घटने से मौतों की संख्या में भी कमी आएगी।
मंगलवार को हुई सबसे ज्यादा मौतें
पिछले एक साल में कोरोना से सबसे ज्यादा मौत मंगलवार को हुई थी। इस दौरान 18 मरीजों की मौत हुई थी। अभी तक कोरोना से एक दिन में आफिशियल इतनी मौतें दर्ज नही की गई हैं। 21 अप्रैल से लगातार कोरोना संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं। लेकिन मौतों का आंकड़ा कम नही हो रहा। इसके पहले 17 अप्रैल को सर्वाधिक 15 मैौतें एक दिन में हुई थीं। वही बुधवार को डिस्चार्ज होने वालों की आंकड़ा बेहतर रहा। एक दिन में अस्पताल से 75 और होम आइसोलेशन से 2383 मरीज स्वसथ हुए। कुल मिलाकर 2458 मरीज डिस्चार्ज किए गए। एक दिन में 13549 लोगों की कोरोना सैंपलिंग की गई।
संक्रमण और मौतों का ग्राफ डेट संक्रमण मौत 21 अप्रैल 2137 10 22 अप्रैल 2156 13 23 अप्रैल 2183 14 24 अप्रैल 2054 13 25 अप्रैल 1874 11 26 अप्रैल 1743 13 27 अप्रैल 1598 18 इसलिए हो रही है मौतेंडॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना संक्रमण काफी तेजी से गले से फेफड़े तक पहुंच रहा है। लोगों के पास इतना समय भी नहीं है कि वह खुद को संभाल सकें। देखते ही देखते लोग अस्पताल में सीरियस कंडीशन में भर्ती हो रहे हैं। ऐसे में उनका आक्सीजन सेचुरेशन कम हो रहा है। ऐसे में उनकी बॉडी के तमाम आर्गन को आक्सीजन नहीं मिल रही जिससे आर्गन फेल्योर हो रहा है। सबसे ज्यादा हार्ट फेल्योर हो रहा है। मरीजों की मौत का यह सबसे बड़ा कारण बना है।
टीचर्स और लेक्चरर्स सबसे ज्यादा संक्रमित कोरोना संक्रमण टीचर्स के लिए घातक साबित हो रहा है। बुधवार को संक्रमित होने वालों में सैदाबाद, शंकरगढ़, बहरिया, कोरांव, रसूलाबाद, जीजीआईसी तेलियरगंज, ममफोर्डगंज, जीआईसी, अतरसुइया के स्कूलों व कॉलेजों के टीचर्स और लेक्चररर्स शामिल रहे। इसके अलावा युनाइटेड मेडिसिटी के मैनेजर, सीडीए पेंशन आडिटर, बीओबी कैशियर आिद भी संक्रमित हो गए। वहीं बुधवार को कोरोना से हाईकोर्ट के जस्टिस वीरेंद्र श्रीवास्तव का निधन हो गया। उनका पीजीआई लखनऊ मं इलाज चल रहा था। संक्रमण की दर कम होना राहत की बात है। लेकिन मौतों का आकड़ा अभी थमने में समय लगेगा। जो मरीज पहले से अस्पतालों में भर्ती हैं उनका इलाज चल रहा है। उम्मीद है मौतों का आंकड़ा भी जल्द कम होगा। डॉ। ऋषि सहाय नोडल कोविड प्रयागराज