क्या आपको पता है कि प्रयागराज का नवजात मृत्यु औसत उप्र राज्य औसत से ज्यादा है. इस बात की जानकारी मंगलवार को नवजात मृत्यु दर में कमी लाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तैयार की जा रही इंडिया न्यू बार्न एक्शन प्लान के तहत मंगलवार को टैगोर टाउन में दूसरी राज्य स्तरीय कार्यशाला मे दी गई. जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन बाल स्वास्थ्य के महाप्रबंधक डा.वेद प्रकाश ने बताया कि वर्ष 2014 में इंडियन न्यू बार्न एक्शन प्लान प्रारंभ किया गया. इसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर नवजात मृत्यु दर में शीघ्रता से कमी लाने के लिए नीति का निर्माण करना था.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। इस नीति का उद्देश्य वर्ष 2030 तक नवजात मृत्यु दर को 10 प्रति 1000 जीवित जन्म तक लाना है। भारत सरकार द्वारा जुलाई-अगस्त 2022 में चार राज्यों उप्र, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर एवं मेघालय के आठ जिलों में बाटलनेक एनालिसिस किया गया। इसके मुताबिक प्रयागराज का नवजात मृत्यु दर 35.2 प्रति 1000 जीवित शिशु प्रति वर्ष है, जो कि राज्य औसत से अधिक है। कमिश्नर ने मानीटरिंग पर दिया बल
मुख्य अतिथि मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने कहा कि इसके लिए बुनियादी सेवाओं का सु²ढ़ीकरण किया जाए, जिससे लाभार्थी इन सेवाओं का समय पर लाभ उठा सकें। उन्होंने सभी संस्थागत प्रसवों में प्रसव कक्ष में ही स्तनपान शुरू करने के लिए एवं इसकी मानीटङ्क्षरग पर बल दिया। आशा एवं फ्रंट लाइन कार्यकर्ता के साथ नियमित चर्चा कर उनके कार्यो की समीक्षा होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इस प्लान में सम्मिलित सभी गतिविधियों की समयबद्ध समीक्षा की जाए। जिससे नवजात मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। कार्यक्रम में एडी हेल्थ डा.केके वर्मा, सीएमओ डा.नानक सरन मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive