कछार में रहने वालों की बढ़ रही धड़कन
प्रयागराज (ब्यूरो)।दोहरी मार झेल रहा प्रयागराजअन्य जिलों के मुकाबले प्रयागराज हर साल बाढ़ की दोहरी मार झेलता है। यहां गंगा और यमुना दोनों नदियों के पानी का उफान बाढ़ की संभावना को बढ़ा देता है। इस बार गंगा में पानी छोडऩे पर गंगा बैराज और नरौरा पर रोक लगाई गई है। लेकिन यमुना का उफान जारी है। एमपी और दिल्ली में हो रही बारिश का असर है कि यमुना में लगातार बढ़ोतरी जारी है। पिछले चौबीस घंटे में दोनों नदियों में मिलाकर एक मीटर जलस्तर बढ़ा है। अधिकारियों का कहना है कि यह प्रेशर पूरी तरह से यमुना की ओर से है। गंगा में फिलहाल बढ़ोतरी रुक चुकी है। लेकिन यमुना के प्रेशर से गंगा का पानी बैक मार रहा है। अपनों से मांगी हेल्प
नदियों के पानी में उफान आने पर सबसे ज्यादा मार कछारी एरिया के लोग झेलते हैं। सबसे पहले पानी छोटा बघाड़ा और सलोरी एरिया में पहुंचता है। यहां बड़ी संख्या में छात्र किराए पर रहते हैं। हर साल जुलाई और अगस्त के महीने में यह लोग सतर्क रहते हैं और घरों में बाढ़ का पानी आने पर दस से पंद्रह दिन तक दूसरी जगहों पर प्रवास करते हैं। छोटा बघाड़ा के रहने वाले दीपक, साहिल, युसुफ, राजेश और किशोर का कहना है कि हमने अपने दोस्त-रिश्तेदारों से बात की है। जरूरत पडऩे पर वहां कुछ दिन बिताएंगे। वर्तमान जलस्तरफाफामऊ- 78.46 मीटरछतनाग- 77.50 मीटरनैनी- 78.13 मीटरजारी है एलर्ट, की जा रही निगरानीनदियो का जलस्तर बढऩे पर प्रशासन ने कछारी इलाकों की निगरानी शुरू कर दी है। लोगों को नदी के पास जाने से रोका जा रहा है। संगम पर भी गोताखोरों की तैनाती की गई है। बैरिकेडिंग को ऊंचा किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि बैरीकेडिंग के दूसरी ओर जाने पर खतरा हो सकता है। इसकी जानकारी श्रद्धालुओं को दी जा रही है। नदियों में गुरुवार को जो भी उफान आया है वह यमुना की वजह से है। गंगा में बढ़ोतरी रुक गई है जबकि यमुना में पानी का बढऩा बना हुआ है। यमुना के प्रेशर से गंगा का पानी कछारी इलाकों की तरफ बढ़ रहा है।ब्रजेश कुमार, अधिशासी अभियंता, सिचाई विभाग प्रयागराज