14 दिन में 23 गुना बढ़ी संक्रमण की रफ्तार
सैंपलिंग बढ़ाने से बदल गया है सीन, अभी सैम्पलिंग के लिए हैं पांच सेंटर
कोरोना ने टॉप गेयर लगा दिया है। महज 14 दिन में पाजिटिविटी रेट 23 गुना बढ़ना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। देखा जाए तो 19 मार्च को दस पाजिटिव मामले जांच में सामने आए थे और इसके बाद कोरोना ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि 14 दिन में यह केसेज 296 के आंकड़े पर पहुंच गए और पाजिटिविटी रेट 4.68 फीसदी पर जा पहुंचा। जिसने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग दोनों के होश उड़ा दिए हैं। सैंपलिंग के साथ बढ़ रहे मामले होली के आसपास रोजाना होने वाली सैंपलिंग की संख्या कम थी। उस दौरान पाजिटिविटी रेट भी कम था। लेकिन जैसे जैसे रोजाना सैंपल के आंकड़े बढ़े, मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगी। इससे माना जा रहा है कि शहर में पाजिटिव मामलों को पकड़ने के लिए जांच का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए।किस तरह से बढ़ा पाजिटिविटी रेट
डेट सैंपलिंग पाजिटिव रेट (फीसदी) 19 मार्च 4640 10 0.2 20 मार्च 3509 16 0.45 21 मार्च 2798 19 0.67 22 मार्च 3956 34 0.8523 मार्च 3816 30 0.78
24 मार्च 3820 45 1.17 25 मार्च 3641 43 1.18 26 मार्च 3960 45 1.31 27 मार्च 3996 80 2.00 28 मार्च 2809 69 2.4 29 मार्च 1048 33 3.16 30 मार्च 1753 60 3.42 31 मार्च 5149 213 4.13 1 अप्रैल 6583 222 3.37 2 अप्रैल 6318 296 4.68 सेंटर बढ़े तो बढ़ जाएंगे मरीज वर्तमान में शहर में पांच सेंटर्स पर कोरोना की जांच की जा रही है। जल्द ही इन सेंटर्स की संख्या बढ़ाकर 11 की जाएगी। ऐसा हुआ तो सैंपलिंग के आकड़े 8 हजार तक पहुंच जाएंगे। इसके साथ ही टेस्ट के लिए मोबाइल टीमें भी उतारने की तैयारी है। इसके बाद संक्रमण की दर और बढ़ जाने की संभावना जतायी जा रही है। 50 फीसदी तक आरटीपीसीआर करने की तैयारी इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग चाहता है कि जितने लोगों की जांच एंटीजन किट से हो रही है विभाग चाहता है कि इसकी पचास फीसदी जांच आरटीपीसीआर मशीन से हो। कजिससे अधिक से अधिक पाजिटिव का पकड़ा जा सके।हमारी ओर से कोरोना जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है। केंद्रों की संख्या 11 की जा रही है। जिससेस अधिक से अधिक पाजिटिव को चिंहित किया जा सके।
डॉ। प्रभाकर राय, सीएमओ प्रयागराज