रविवार को हुई नगर निगम सदन की बैठक में लाखों भवन स्वामियों को बड़ी राहत दी गई. अब वह बढ़ा हुआ गृहकर नए वित्तीय वर्ष में जमा करेंगे. इसके साथ ही बैठक में नगर निगम और जलकल का पुनरीक्षित बजट पास हो गया. जितने भी लोगों का गृहकर बढ़ा हुआ है उनकी आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही गृहकर वसूलने का प्रस्ताव पास हुआ. निगम के इस निर्णय से शहर के दो लाख से अधिक भवन स्वामियों को लाभ मिलेगा.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। इसके पहले सदन की बैठक दोपहर 1.35 बजे शुरू हुई। कोरम पूरा नही होने पर ये देरी हुई। बता दें कि नगर निगम में 80 पार्षद हैं और बैठक शुरू करने के लिए कम से कम 40 पार्षदों का उपस्थित होना आवश्यक होता है। कार्यकारिणी उपाध्यक्ष अखिलेश ङ्क्षसह ने सातवीं पर पुनरीक्षित बजट को पेश किया। जलकल का बजट एकाउंटेंट सुजीत कुमार ने पढ़कर सुनाया। पार्षद विनोद सोनकर ने पशुधन अधिकारी पर अवैध वसूली का आरोप सदन में लगाया। पार्षद आनंद घिल्डियाल ने सीवर और सफाई व्यस्वस्था को लेकर लापरवाही की शिकायत की। बैठक में कमलेश ङ्क्षसह, मो। आजम, जिया उबैद, मिथिलेश ङ्क्षसह, अशोक ङ्क्षसह, रूचि गुप्ता, निहाल कुमार, निक्की कुमारी, शिवकुमार, रंजन कुमार, रोचक दरबारी आदि ने मौजूदगी दर्ज कराई।
पाइप लाइन और सीवर के लिए बजट स्वीकृत
विस्तारित क्षेत्रों में पाइप लाइन और सीवर लाइन बिछाने के लिए चार करोड़ रुपये से अधिक का बजट स्वीकृत किया गया। इसके साथ ही सदन के माध्यम से जोनल अधिकारियों को प्रति माह एक लाख रुपये तक का कार्य कराने का अधिकार दिया गया। स्ट्रीट लाइट, सड़क, बिजली, पानी, सफाई आदि व्यवस्था को लेकर किसी तरह का अतिरिक्त बजट नहीं बढ़ाया गया है। प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए लगभग दो करोड़ रुपये का बजट बढ़ाया गया। कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए कर्मचारी कल्याण कोष बनाने पर सहमति बनी। इस कोष में प्रति माह कर्मचारियों के खाते से 40 रुपये जमा होगा।
आठ दिसंबर से होगा अन्नपूर्णा रसोई का उद्घाटन
नगर निगम की ओर से अन्न पूर्णा रसोई की शुरुआत आठ दिसंबर से किया जाएगा। इसके लिए दो करोड़ रुपये का स्पेशल बजट भी निर्धारित किया गया है। अन्न पूर्णा रसोई में 10 रुपये में भरपेट भोजन लोगों को मिलेगा। 20 लाख रुपये की लागत से रसोई घर तैयार किया जा चुका है। शहर की प्रत्येक गलियों में सड़क, नाली, पार्क साफ-सुथरा एवं सुसज्जित हों, इसके लिए निर्माण कार्य के व्यय को पुनरीक्षित बजट में बढ़ाया गया है। निर्माण कार्य पर व्यय के लिए लगभग दो करोड़ बढ़ाया गया। गृहकर पर ओटीएस सुविधा की मांग की गई थी। पिछली बार सदन की बैठक में पार्षदों की ओर से ओटीएस सुविधा दोबारा शुरू करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसे शासन को भेजा गया। नगर आयुक्त ने बताया कि शासन के पास पत्र पहुंच चुका है। निकाय चुनाव के बाद गृहकर जमा करने के लिए दोबारा एक मुश्त समाधान योजना शुरू हो सकती है। नगर निगम की ओर से गृहकर और जलकर जमा करने के लिए नोटिस के बजाय बिल भेजा जा रहा है। मालवीय नगर के पार्षद ओपी द्विवेदी ने मेयर को इस बारे में बताया तो उन्होंने मुख्यकर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी और जलकल के महाप्रबंधक कुमार गौरव को इस पर ध्यान देने को कहा।
निस्तारण के बाद जमा होगा गृहकर
जीआईएस के जरिए भवनों का सर्वे कराए जाने से शहर में 92 हजार लोगों के घरों का गृहकर बढ़ा हुआ बताया जा रहा है। इन सभी के पास नगर निगम की ओर से बिल भेजा जा रहा है। मेयर ने कहा कि इन जब तक आपत्तियों का निस्तारण नहीं होगा तब तक किसी से बढ़ा हुआ गृहकर नहीं मिला जाएगा। नगर निगम की ओर से तैयार की गई स्वीपर कालोनियों में रह रहे लोगों को नए सर्किल रेट से दिया जाएगा। इसके अलावा हैजा कालोनी में रह रहे लोगों को भी सर्किल रेट से आवास दिया जाएगा। शहर के ज्यादातर वार्डों में स्ट्रीट लाइट खराब है। इनकी मरम्मत क्यों नही हो रही इसकी जांच के लिए अपर नगर आयुक्त अरङ्क्षवद राय की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय स्पेशल कमेटी का गठन किया गया। यह कमेटी एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी। नगर निगम की ओर से चालू वित्तीय वर्ष की अंतिम बैठक में पांच वर्ष में निगम की ओर से किए गए कार्यों पर एक स्मारिका का विमोचन किया गया। पांच वर्ष का विकास रच गया नया इतिहास इसका नाम रखा गया है।

इन प्रस्तावों पर लगी मुहर
- आपत्तियों के निस्तारण से पहले नहीं लिया जाएगा बढ़ा हुआ गृहकर
- स्टैंप पेपर पर लिखकर देने पर 15 वर्ग मीटर के भवन स्वामियों से नहीं लिया जाएगा गृहकर
- जहांगीराबाद में बनेगा बायोफिक्स सीएनजी प्लांट
- नए सर्किल रेट से कर्मचारियों को स्वीपर कालोनियों में मिलेगा आवास
- हैजा कालोनी में पहले से रह रहे लोगों ही आवंटित होगा आवास
- कर्मचारियों की आकस्मिक मृत्यु के बाद पांच हजार की मदद करेगा निगम
- कर्मचारियों के लिए बनेगा कर्मचारी कल्याण कोष
- बिजली की समस्याओं के निस्तारण को गठित हुई स्पेशल टीम
- अन्न पूर्णा रसोई का आठ दिसंबर से होगा संचालन
- सीवर सफाई के लिए 10 लाख का बजट कम किया गया
- जलकल में होमगार्डों को ड्यूटी भत्ता बढ़ाया गया।
- बिल वितरण के लिए अतिरिक्त कर्मचारी रखने को लेकर 15 लाख का नवीन प्राविधान
- सीवर और मैनहोल की मरम्मत के लिए 50 लाख का बजट बढ़ा
- प्रयोगशाला सामग्री के लिए 25 लाख का बजट बढ़ाया
- सामान्य मरम्मत के लिए एक करोड़ रुपये का बजट पुनरीक्षित किया गया
- फिल्टर प्लांट की मरम्मत के लिए 30 लाख पुनरीक्षित किया गया

शहर के लोगों को राहत मिले, इसकी पूरा प्रयास पुनरीक्षित बजट में किया गया है। कुछ मद में बजट बढ़ा है कुछ में घटाया गया है। बढ़ा हुआ गृहकर तभी लिया जाएगा जब तक आपत्तियों का निस्तारण नहीं हो जाएगा। हालांकि अगले वित्तीय वर्ष से ही बढ़ा गृहकर वसूला जाएगा। इसके अलावा भी अन्य प्रस्ताव पास हुए हैं जिससे जनता को राहत मिलना तय है।
अभिलाषा गुप्ता, मेयर

Posted By: Inextlive