-चुनाव में प्रत्याशियों पर रहेगी नजर चुनावी खर्च में गड़बड़ी पाए जाने पर होती है कार्रवाईप्रयागराज- विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के लिए वित्तीय अनियमितता करना आसान नही होगा. क्योंकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट उन पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. चुनाव से पहले दिए गए शपथ पत्र की जांच की जाती है. अगर इसमें दी गई कोई जानकारी गलत निकलती है तो प्रत्याशी का नामांकन तक निरस्त हो सकता है. ऐसे मामलों की जांच खुद इनकम टैक्स विभाग द्वारा की जाएगी.


प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रयागराज में पांचवें चरण में विधानसभा चुनाव होना है। इसका मतदान 27 फरवरी को होगा। इसके पहले 8 फरवरी तक नामांकन प्रक्रिया चलाई जाएगी। इस दौरान प्रत्याशी जो भी शपथ पत्र देंगे उनकी वित्तीय घोषणा की जांच के लिए यह कागज इनकम टैक्स विभाग में जांच के लिए भेजा जाएगा। उसके आधार पर पांच साल की इनकम टैक्स रिटर्न (आइटीआर) की जांच की जाती है। अगर किसी प्रत्याशी द्वारा रिटर्न कम दिखाया जाता है तो पूछताछ के साथ रिटर्न जमा कराने के लिए कहा जाता है।आसान नही होगा कैश भेजना
चुनाव अक्सर देखा जाता है कि प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए कैश का भरपूर इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब यह आसान नही होगा। क्योंकि नकदी पकड़े जाने पर रकम की भी कई स्तरों पर जांच की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि रकम कहां से आइ, किसे देने के लिए ले जाया जा रहा था आदि का परीक्षण करने के बाद कार्रवाई की जाती है। लोकसभा चुनाव की तर्ज पर इस बार भी इनकम टैक्स विभाग की नजरों से बचना प्रत्याशियों के लिए आसान नही होगा।

Posted By: Inextlive