दो साल में 44 डेट, वादी ही 'गायब
प्रयागराज (ब्यूरो)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि महाराज की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को भण्डारे का आयोजन किया गया। महंत नरेंद्र गिरि की मौत का प्रकरण जिला जज संतोष राय की अदालत में विचाराधीन है। इस केस में सीबीआई के द्वारा भी चार्जशीट दाखिल की गई थी। मामले में कई डेट पर हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट जरिए आरोप बना दिया गया है। केस से जुड़े अधिवक्ता बताते हैं कि अब वादी अमर गिरि उर्फ पवन महाराज का बयान कोर्ट में होना है। मगर, वह अपना बयान देने के लिए कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं। इस मसले में सुनवाई के लिए अदालत के जरिए दस अक्टूबर की डेट मुकर्रर की गई है। मामले में राज्य की ओर से जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी व सीबीआई के अधिवक्ता पैरवी कर रहे हैं।
20 सितंबर 2021 को समय करीब 12.30 बजे हुई थी घटना
21 सितंबर 2021 को जार्जटाउन थाने में दर्ज कराया गया था केस
25 नवंबर 2021 को कमिट हुआ था यह चर्चित प्रकरण
03 आरोपित आनन्द गिरि, आद्या प्रसाद व संदीप तिवारी हैं आरोपित
45 वीं डेट 10 अक्टूबर को अदालत ने किया है मुकर्रर
जांच बाद सीबीआई दाखिल की थी चार्जशीट
जार्जटाउन एरिया स्थित बाघंबरी मठ के अपने कक्ष में महंत नरेंद्र गिरी देह त्याग कर स्वर्ग लोक पधार गए थे। उनका पार्थिव शरीर कमरे में मिलने से हड़कंप मच गया था। महंत के यूं चले जाने से लाखों भक्तों को तगड़ा झटका लगा था। हर काई स्तब्ध था। बताते हैं कि यह घटना 20 सितंबर 2021 को समय करीब 12.30 बजे हुई थी। दूसरे वादी अमर गिरि उर्फ पवन महाराज की ओर से केस जर्जटाउन थाने में केस दर्ज कराया गया। महंत के शिष्य रहे आनन्द गिरि इस मुकदमें में नामजद किया गया। बेहद करीब रहे पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी व उसका बेटा संदीप तिवारी भी गिरफ्तार किया गया। प्रकरण से पूरा देश शाक्ड था। सरकार ने मामले को संज्ञान लेते हुए जांच सीबीआई को सौंप दिया। तफ्तीश में जुटी सीबीआई के द्वारा कई दिनों तक बाघंबरी मठ से लेकर बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर तक का चक्कर लगाई। तीनों आरोपितों से बारी-बारी कई बार पूछताछ की गई। इसके बाद सीबीआई के जरिए चार्जशीट दाखिल की गई। राज्य की ओर से इस केस में पैरवी के लिए जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी व सीबीआई के अधिवक्ता को लगाया गया। दोनों अधिवक्ताओं द्वारा इस केस में शिद्दत से पैरवी की जा रही है। बताया गया कि जिला जज की अदालत में विचाराधीन इस केस में अब तक कुल 44 डेट लग गई है। अधिवक्ताओं की मानें तो कोर्ट ने धारा 306व 120 बी का आरोप आरोपितों पर तय किया। बयान के लिए अब वादी मुकदमा अमर गिरि उर्फ पवन महराज की गवाही शेष है। वह मुकर्रर डेट पर गवाही के लिए हाजिर कोर्ट नहीं हो रहे। आरोपित आनन्द गिरि मौजूदा समय में चित्रकूट की जेल में बंद हैं। जबकि आरोपित आद्या प्रसाद तिवारी व उसका बेटा संदीप तिवारी नैनी जेल में हैं।
गुलाब चंद्र अग्रहरि, जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी