अबकी नोटिस में घर ही अवैध
कटरा और यूनिवर्सिटी रोड के किनारे स्थित सैकड़ो मकान-दुकानों को जारी हुई नोटिस
मकानों को बताया अवैध, वैध दस्तावेज पेश न करने पर ढहा दिये जाने का खतरा मनमोहन पार्क से लेकर यूनिवर्सिटी चौराहा से आगे छात्र संघ भवन रोड पर स्थित सैकड़ों मकान और दुकानों के घर एक बार फिर से नोटिस सर्व हो गयी है। इस बार की नोटिस में निर्माण ही अवैध बता दिया गया है। नोटिस पाने वालों को निर्देश दिया गया है कि वे मकान के वैध होने के समर्थन में डाक्यूमेंट्स पेश करें। ऐसा न करने पर मकान को ध्वस्त कर दिये जाने का खतरा पैदा हो गया है। इसे लेकर इस एरिया में रहने वाले लोगों की रातों की नींद उड़ी हुई है। संकट में है पूरा मकान स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मनमोहन पार्क कटरा से यूनिवर्सिटी रोड चौराहा होते हुए लक्ष्मी टाकीज तक सड़क 24 मीटर चौड़ी होनी हैफरवरी में पीडीए ने इस पूरे रास्ते के किनारे स्थित भवन के मालिकों को ध्वस्तीकरण का नोटिस थमाया था।
तब दी गयी नोटिस में कहा गया था कि रोड 24 मीटर चौड़ी किया जाना है। बीच में डिवाइडर भी होगा इस बार पीडीए की ओर से भवन मालिकों को नोटिस जारी करके निर्माण ही अवैध बता दिया गया हैव्यापारियों और मकान मालिकों को 15 दिन के भीतर वैध डाक्यूमेंट्स के साथ जवाब दाखिल करना है
क्यों हैं मकान मालिक परेशान ज्यादातर भवन बेहद पुराने हैं। कई भवन सौ साल से भी ज्यादा पुराने हैं जब इन भवनो का निर्माण कराया गया पीडीए का अस्तित्व नही था। सभी की जमीन फ्री होल्ड और बैनामा भी है। लेकिन, इसका दस्तावेज जुटाना चैलेंज है ध्वस्तीकरण हुआ तो हजारों परिवारों के आगे रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। तो ध्वस्त हो जाएंगे दुकान व मकान पीडीए की ओर से यूनिवर्सिटी रोड कटरा मार्केट और साइंस फैकल्टी के पास नई दीवार बनवा दी गई है। इसके बाद रोड की कुल चौड़ाई 18 मीटर हो चुकी है। अभी बात 24 मीटर की हो रही है। सड़क के बीचो बीच 1.20 मीटर चौड़ा डिवाइडर भी बनवाया जाना है अब स्थिति यह है कि तीन मीटर के दायरे में ध्वस्तीकरण शुरू हुआ तो कई मकान-दुकानों का अस्तित्व ही नहीं बचेगा डिप्टी सीएम को सुना चुके हैं दु:खड़ानोटिस मिलने से परेशान लोग डिप्टी सीएम केशव मौर्या और सांसद केसरी देवी पटेल सहित तमाम जन प्रतिनिधियों के सामने दु:खड़ा रो चुके हैं। लखनऊ में डिप्टी सीएम से मिले तो उन्होंने डीएम से बात भी की। लेकिन, फिलहाल कोई समाधान निकलता नहीं दिखायी दे रहा है। इसी से व्यापारी ही नहीं उसका पूरा परिवार परेशान है।
निशाने पर नहीं है मेन बाजार फर्स्ट फेज में पीडीए अभी यूनिवर्सिटी रोड पर फोकस कर रहा है। मनमोहन पार्क से एसएसएल हास्टल होकर लक्ष्मी टाकीज चौराहे तक चौड़ीकरण किया जा रहा है। अभी कटरा मेन बाजार में किसी को कोई नोटिस नही दिया गया है। यहां के भवन मालिकों ने भी पूछने पर किसी प्रकार की नोटिस से इंकार किया है। उनका कहना है कि जब पीडीए पूछताछ करेगा तो जवाब दाखिल किया जाएगा। पीडीए की ओर से अलग-अलग नोटिस दिया जा रहा है। हमें एक माह पहले और साइंस फैकल्टी की तरफ 15 दिन पहले नोटिस दिया गया है। हमारी ओर से जवाब दाखिल किया गया है। वहां से जेई भी आए थे, उनसे भी बात हुई है। सुभाष जायसवाल, भवन मालिक सोमवार को हम लोग डिप्टी सीएम से मिलने लखनऊ गए थे। उन्होंने वहां से डीएम से फोन पर बात की। उन्होंने भवन मालिकों को नुकसान नहीं होने देने का आश्वासन दिया है। हमलोग जवाब भी दाखिल कर चुके हैं। सुनील मिश्रा, पुस्तक विक्रेताहमारी तो किराए पर दुकान है। मकान मालिक के पास नोटिस आया होगा। कोशिश है कि इस संकट से सब बाहर निकल जाएं। पीडीए को लोगों का नुकसान नही होने देने की कोशिश करनी चाहिए।
मुरलीधर पांडेय, दुकानदार जितना चौड़ीकरण हो चुका है उतना काफी है। इससे ज्यादा हुआ तो हमारी दुकान और मकान दोनों धाराशायी हो जाएंगे। इसके बाद हमारी रोजी रोटी का क्या होगा। परिवर भी बेघर हो जाएंगे। मनीष खन्ना, फोटो स्टूडियो ओनर पीडीए का कहना है कि हमारा निर्माण अवैध है। उन्होंने वैधता सिद्ध करने के लिए हमसे कागजात भी मांगे हैं। कई दुकानदारों ने आगे से जगह छोड़ दी है। इससे अधिक टूटा तो काफी नुकसान होगा। संजीव रहेजा, आप्टिशियन शॉप ओनर