इफ्तार में इस बार बदल गया जायका
- इफ्तार में मसालेदार डिसेज से लोगों ने बना ली दूरी
- इम्युनिटी बढ़ाने वाले फ्रूट और जूस जैसे पदार्थो का कर रहे अधिक सेवन prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: कोरोना वायरस का असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है। ऐसे में पर्व और त्यौहारों पर भी इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है। रमजान के पाक महीने में रोजा इफ्तार में जहां पिछले सालों तक डिसेज की कई वैरायटी होती थी, वहीं इस बार इफ्तार का जायका भी तेजी से बदला है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि हर कोई कोरोना से चल रहे संघर्ष में खुद को सेफ रखना चाहता है। इसलिए डाक्टर्स और डाइटीशियन की सलाह पर लोग इस बार इफ्तारी में फ्रूट्स, नट्स, जूस, सैलेड जैसे हम्युनिटी बढ़ाने वाले पदार्थो का सेवन कर रहे है। जिससे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके। तली- भुनी और मसालेदार चीजों से बना ली दूरीदरियाबाद के रहने वाले मसूद बताते है कि लास्ट इयर तक तो इफ्तार की शोभा मसालेदार और तली भुनी चीजों से बढ़ती थी। घरों पर और दोस्तों को भी इफ्तार का इंतजार रहता था, लेकिन इस बार डाइटिशियन की सलाह पर घरों में सिर्फ ऐसी ही वस्तुओं का यूज किया जा रहा है। जिससे बॉडी में इम्युनिटी बढ़ाई जा सके। घरों में इफ्तार के समय बनने वाली पकौड़ी, मसालेदार चना, जैसी चीजों के स्थान पर फ्रूट चाट, अलग-अलग चीजों के शरबत, ड्राई फ्रूट्स, खीरा, ककड़ी, तरबूज जैसी चीजों ने ली। खासतौर पर नींबू का शरबत सबसे अधिक यूज हो रहा है।
- घरों में होने वाले इफ्तार का जायका इस बार पूरी तरह से बदल गया है। सिर्फ उन्हीं चीजों को यूज किया जा रहा है। जो हमारी बॉडी में इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ा सके। मो। आरिफ - लास्ट इयर तक जहां इफ्तार को लेकर लोगों में उत्साह दिखता था, इस बार ऐसा नहीं है। क्योकि इस बार इफ्तार में पहले जैसा जायका नहीं दिख रहा है। मार्केट में भी ऐसी चीजें उपलब्ध नहीं है। मो। अतीफ