दूसरी डोज मिस तो पहली का इंपैक्ट जीरो
- कोरोना से बचाव के लिए हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगाई जा रही वैक्सीन
- पब्लिक में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक्टिव - दूसरी डोज की डेट हुई फिक्स, नहीं लगवाया तो होंगे कई नुकसान प्रयागराज- कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों फेज के दूसरी डोज की डेट फिक्स हो गई है। अगर लाभार्थी इससे चूके तो उनको एक नहीं बल्कि कई नुकसान का सामना करना पड़ेगा। उनको लगाई गई पहली डोज भी कारगर साबित नहीं होगी। भविष्य में उनको इस लापरवाही का जवाब भी सरकार के सामने देना पड़ सकता है। आने वाले समय में ऐसे लाभार्थियों को बाजार में उपलब्ध कोरोना टीके की दोनों डोज लेनी पड़ेगी। 94 से 96 फीसदी होगा असरबता दें कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज को लगवाना जरूरी है। दोनों के बीच 28 दिन का अंतर रखा जाता है। डॉक्टर्स का कहना है कि अगर दूसरी डोज नहीं लगवाई तो वैक्सीन पूरी तरह से कारगर साबित नहीं होगी और भविष्य में कोरोना संक्रमित होने का खतरा बना रह सकता है। लेकिन दूसरी डोज लगवाने के लिए वैक्सीन का असर 94 से 96 फीसदी होगा। इसके अलावा वैक्सीनेशन के लकी ड्रा से भी वंचित रह जाएंगे। क्योंकि वैक्सीनेशन प्रमाण- पत्र का आधा हिस्सा दूसरी डोज के बाद रख लिया जाएगा और इस पर लिखे यूनिक नंबर को लकी ड्रा में निकाला जाएगा।
अब चलेगा सेकंड डोज का वैक्सीनेशन अभी तक कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों फेज की पहली डोज का अभियान चलाया गया है। जिसमें एक फेज हेल्थ वर्कर्स और दूसरा फेज फ्रंट लाइन वर्कर्स का है। अब इन दोनों फेज की दूसरी डोज की डेट भी क्लीयर हो गई हैं। इनमें पहले फेज की दूसरी डोज 19 फरवरी, 25 फरवरी, 26 फरवरी सहित 4 व 5 पांच मार्च को लगाई जाएगी। जबकि सेकंड फेज की दूसरी डोज 11, 12 और 18 मार्च को लगाई जानी है। इसके बाद दोनों फेज के अभियान को पोर्टल पर बंद कर दिया जाएगा। थर्ड फेज के लिए होगा रजिस्ट्रेशन सोर्सेज का कहना है कि थर्ड फेज में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। इसके लिए जल्द ही पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की जाएगी। उचित आईडी के साथ लाभार्थियों को पोर्टल पर अपना नाम दर्ज कराना होगा। इसके बाद उन्हें निश्चित तिथि पर वैक्सीन लगाई जाएगी। इस फेज की शुरुआत मार्च होना तय माना जा रहा है।वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है तो दूसरी भी जरूर लगवाएं। इसकी डेट भी फाइनल हो चुकी है। अगर ऐसा नही हुआ तो वैक्सीन का लाभ नहीं मिलेगा और भविष्य में कोरोना की चपेट में आने के पूरे चांसेज होंगे।
डॉ। राहुल सिंह, डिप्टी डीआईओ प्रयागराज